सब्सक्राइब करे youtube चैनल (Refrigerator in hindi) प्रशीतक या रेफ्रिजरेटर क्या है , सिद्धांत , कार्यविधि , कौनसी गैस काम आती है : हम ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम पढ़ चुके है जिसके अनुसार जब किसी ठंडी वस्तु को गर्म वस्तु के सम्पर्क में लाया जाता है
तो ठंडी वस्तु गर्म होने लगती है और गर्म वस्तु ठण्डी होने लगती है। और हम यह भी पढ़ चुके है कि इसी सिद्धांत पर ऊष्मा इंजन भी इसी सिद्धांत पर कार्य करता है। लेकिन प्रशीतक ऊष्मा इंजन के बिल्कुल विपरीत सिद्धान्त पर कार्य करता है। प्रशीतक में एक वाष्प अवस्था में गैस काम में ली जाती है तो वस्तु से ऊष्मा उत्सर्जित करने में मदद करती है और वस्तु को ठण्डा कर देती है।
अर्थात जैसे उष्मा इंजन में जैसे इंजन स्रोत से ऊष्मा ले रहा था और कुछ कार्य करने के बची ऊष्मा को सिंक में दे देता है वैसे ही यहाँ होगा लेकिन इसका बिल्कुल विपरीत होगा। यहाँ प्रशीतक सिंक अर्थात वस्तु से ऊष्मा लेता है और इस ऊष्मा का कुछ भाग कार्य में परिवर्तित करने के बाद बची ऊष्मा को गर्म वस्तु अर्थात स्रोत मे दे देता है जिससे सिंक (वस्तु) और अधिक ठंडा हो जाता है। प्रशीतक या रेफ्रिजरेटर की कार्यप्रणाली या कार्य विधि (working of Refrigerator)प्रशीतक या रेफ्रिजरेटर के दो हिस्से होते है एक जहाँ बर्फ जमती है और दूसरा जहाँ वस्तुएं ठंडी होती है लेकिन बर्फ नहीं जमती है। फ्रिज के दोनों हिस्से ही ऊष्मा विनमय के लिए चारो तरफ से पाइप से घिरे हुए होते है। प्रशीतक के नीचे एक भारी धातु की बनी युक्ति लगी रहती है जिसे कम्प्रेसर कहते है इस कम्प्रेसर को चलाने के लिए एक इलेक्ट्रिक मोटर लगी रहती है। और जिन पाइप के द्वारा अधिक ऊष्मा विनिमय की आवश्यकता होती है वो पाइप कुंडलित होती है। रेफ्रिजरेटर का पूरा सिस्टम अमोनिया गैस पर आधारित रहता है और यह गैस लगभग -32 डिग्री सेल्सियस पर वाष्पित हो जाती है। प्रशीतक या रेफ्रिजरेटर की क्रिया विधि शुरू होती है कम्प्रेसर से , सबसे पहले अमोनिया गैस को संपीडित किया जाता है , इसके लिए दाब को बढाया जाता है जिससे अमोनिया गैस बहुत अधिक गर्म हो जाती है। यह गर्म गैस फ्रिज के पीछे लगे कुंडलित पाइप से गुजारी जाती है जहाँ अतिरिक्त गर्मी को मुक्त किया जाता है , यही कारण होता है कि फ्रिज के पीछे अधिक गर्मी होती है। ऊष्मा (गर्मी) त्यागने के बाद अमोनिया गैस ठंडी हो जाती है जिससे यह वाष्प से तरल में बदल जाती है। यह तरल अमोनिया इसके बाद विस्तार वाल्व (expansion valve) में जाती है जहाँ यह और अधिक ठंडी हो जाती है , यह ठंडी अमोनिया , कुंडलित पाइप से होकर तेजी से गति करती है जिससे यहाँ की वाष्प का ताप कम होता जाता है और वस्तुएं ठंडी हो जाती है। प्रशीतक या रेफ्रिजरेटर के भाग (parts of refrigerator)इसके तीन मुख्य भाग होते है – 1. स्रोत (source) 2 कार्यकारी पदार्थ (used substance) 3. सिंक (sink) यह ऊष्मा का भण्डार होता है या दुसरे शब्दों में कहे तो इसमें बहुत अधिक ऊष्मा ग्रहण करने की क्षमता होती है , यह एक ऐसा स्त्रोत होता है जिसे कितनी भी ऊष्मा दी जा सकती है। 2 कार्यकारी पदार्थ (used substance) ऐसा पदार्थ जो वस्तुओं को ठंडा करने में इस्तेमाल होता है , प्रशीतक , रेफ्रिजरेटर या फ्रिज में सामान्यत: अमोनिया और फ्रीओन गैस काम में आती है , कभी कभी यह प्रश्न पूछ भी लिया जाता है कि प्रशीतक या रेफ्रिजरेटर या फ्रिज में कौनसी गैस काम में आती है ? यह एक ऐसी वस्तु या स्रोत होती है जिससे कितनी भी ऊष्मा ली जा सकती है अर्थात इसमें अनन्त उष्मा त्यागने की क्षमता होती है। प्रशीतक की शीतलन क्षमताइसे प्राय: β से व्यक्त किया जाता है , इसका मान ज्ञात करने के लिए ठंडी वस्तु से निकाली गयी ऊष्मा तथा इसके लिए किये गए कार्य के अनुपात को ही शीतलन क्षमता कहते है – शीतलन क्षमता (β) = वस्तु द्वारा निकाली गयी ऊष्मा / किया गया कार्य Homeप्रशीतकप्रशीतक क्या है? प्रशीतक की कार्यविधि, What is refrigerator in thermodynamics - physics प्रशीतक अथवा ऊष्मा पंप (Refrigerator) -ऊष्मा इंजन की विपरीत संक्रिया को प्रशीतक अथवा ऊष्मा पंप कहते हैं प्रशीतक में कार्यकारी पदार्थ शीतल वस्तु से ऊष्मा लेता है और इस पर बाहरी ऊर्जा से कार्य किया जाता है जिससे एकत्रित अधिक ऊष्मा की मात्रा स्रोत को दे दी जाती है। कार्यकारी पदार्थ के रूप में 'फ्रीऑन' गैस उपयोग किया जाता है। क्लासियस के अनुसार - प्रशीतक विपरीत दिशा में कार्य करने वाला ऊष्मा इंजन है इसमें कार्यकारी पदार्थ शीतल वस्तु से ऊष्मा लेता है और अधिक ताप वाली वस्तु को अधिक मात्रा में ऊष्मा देता है ऐसा करने में कार्यकारी पदार्थ पर किसी अन्य बाहरी ऊर्जा स्रोत द्वारा कार्य करना पड़ता है इस प्रकार यह बाहरी ऊर्जा स्रोत के द्वारा शीतल वस्तु से तप्त वस्तु का ऊष्मा भेजता है। प्रशीतक ऊष्मागतिकी के द्वितीय सिद्धांत पर कार्य करता है। निष्पादन अथवा कार्य गुणांक -
Q₂ = ऊष्मा कुंड से ली गई ऊष्मा W= कार्यकारी पदार्थ पर किया गया कार्य कार्य गुणांक की परिभाषा - प्रशीतक द्वारा ऊष्मा कुंड से ली गई ऊष्मा और कार्यकारी पदार्थों परबाहरी ऊर्जा स्रोत से किए गए कार्य के अनुपात को प्रशीतक का कार्य गुणांक कहते हैं।
Refrigerator में प्रशीतक क्या होता है?उस पदार्थ को प्रशीतक (refrigerant) कहते हैं जो ऊष्मा पम्प तथा प्रशीतन चक्र में प्रयुक्त होता है। प्रशीतक प्रायः तरल (द्रव या गैस) होता है। अधिकांश ऊष्मा चक्रों में प्रशीतक की भौतिक अवस्था बदली जाती है (द्रव से गैस तथा पुनः गैस से द्रव)। इस कार्य के लिये बहुत से पदार्थ उपयोग में लाये जाते रहे हैंम।
प्रशीतक के रूप में किसका प्रयोग होता है?Solution : `NH_(3)` तथा डाईक्लोरोडाईफ़्लोरो मेथेन का उपयोग प्रशीतक के रूप में किया जाता है।
प्रशीतित्र क्या है?प्रशीतित्र (रेफ्रिजरेटर या फ्रिज) एक घरेलू उपयोग की युक्ति है जो सब्जी तथा खाद्य पदार्थों आदि को ठण्डा बनाये रखकर उनको जल्दी खराब होने से बचाता है।
फ्रिज में कौन सी गैस से पानी ठंडा होता है?किस गैस से फ्रिज में पानी ठंडा होता है, जानिए जवाब?
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