पावस ऋतु में प्रकृति में बहुत-से मनोहारी परिवर्तन आते हैं। Show जैसे- 1. पर्वत, पहाड़, ताल, झरने आदि भी मनुष्यों की ही भाँति भावनाओं से ओत-प्रोत दिखाई देते हैं। 2. पर्वत ताल के जल में अपना महाकार देखकर हैरान-से दिखाई देते हैं। 3. पर्वतों से बहते हुए झरने मोतियों की लड़ियों से प्रतीत होते हैं। 4. बादलों की ओट में छिपे पर्वत मानों पंख लगाकर कहीं उड़ गए हों तथा तालाबों में से उठता हुआ कोहरा धुएँ। की भाँति प्रतीत होता है। निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए − वर्षा ऋतु में मौसम बदलता रहता है। तेज़ वर्षा होती है। जल पहाड़ों के नीचे इकट्ठा होता है तो दर्पण जैसा लगता है। पर्वत मालाओं पर अनगिनत फूल खिल जाते हैं। ऐसा लगता है कि अनेकों नेत्र खोलकर पर्वत देख रहा है। पर्वतों पर बहते झरने मानो उनका गौरव गान गा रहे हैं। लंबे-लंबे वृक्ष आसमान को निहारते चिंतामग्न दिखाई दे रहे हैं। अचानक काले-काले बादल घिर आते हैं। ऐसा लगता है मानो बादल रुपी पंख लगाकर पर्वत उड़ना चाहते हैं। कोहरा धुएँ जैसा लगता है। इंद्र देवता बादलों के यान पर बैठकर नए-नए जादू दिखाना चाहते हैं। Formulae Handbook for Class 10 Maths and Science NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 5 पर्वत प्रदेश में पावस is part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi.
Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 5 पर्वत प्रदेश में पावस. पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- You can also download NCERT Science Book Class 10 Solutions to help you to revise complete syllabus and score more marks in your examinations. प्रश्न
2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. (ख) निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए- प्रश्न 2. प्रश्न 3. कविता का सौंदर्य
कविता में कवि ने मानवीकरण अलंकार के प्रयोग से चार चाँद लगा दिया है। प्रश्न 2.
शब्दों की आवृत्ति से भावों की अभिव्यक्ति में गंभीरता और प्रभाविकता आ गई है। (ख) शब्दों की चित्रमयी भाषा पर
शब्दों की चित्रमयी भाषा से चाक्षुक बिंब या दृश्य बिंब साकार हो उठता है। इससे सारा दृश्य हमारी आँखों के सामन घूम जाता है। (ग) कविता की संगीतात्मकता पर
कविता में तुकांतयुक्त पदावली और संगीतात्मकता होने से गेयता का गुण आ जाता है। प्रश्न 3.
योग्यता विस्तार
परियोजना कार्य प्रश्न 2. अन्य पाठेतर हल प्रश्न लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7.
प्रश्न 8. दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1.
पर्वतीय प्रदेश में अचानक हुए इन परिवर्तनों को देखकर शाल के पेड़ भयाकुल हो उठे। प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. अचानक बादल उमड़ते हैं। बादलों में पर्वत और झरने अदृश्य हो जाते हैं। ऐसा लगता है जैसे पर्वत विशालकाय पक्षी की भाँति पंख फड़फड़ाकर उड़ जाते हैं। मूसलाधार वर्षा आरंभ हो जाती है। शाल के पेड़ भयभीत होकर धरती में धंसने से लगते हैं। तालाब से धुआँ उठने लगता है। ऐसा लगता है जैसे इंद्र अपनी जादूगरी दिखा रहा है। More Resources for CBSE Class 10
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पावस ऋतु में पर्वत प्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य की क्या विशेषता है?पावस ऋतु में पहाड़ी प्रदेश में प्रकृति पल-पल अपना रूप बदलती प्रतीत होती है। बादलों की सघनता के कारण पेड़-पौधों, पहाड़ झरने इससे आच्छादित होकर अदृश्य से हो जाते हैं। तालाब के पानी से धुआँ उठने लगता है। शाल के पेड़ भयभीत होकर धरती में धंसे नजर आते हैं।
पावस ऋतु में पर्वत प्रदेश का रूप परिवर्तित क्यों हो जाता है?पर्वतीय प्रदेश में वर्षा ऋतु में पलपल प्रकृति के रूप में परिवर्तन आ जाता है। ऐसे वातावरण को देखकर लगता है मानो वर्षा का देवता इंद्र बादल रूपी यान पर बैठकर जादु का खेल दिखा रहा हो । आकाश मे उमडते - घुमडते बादलों को देखकर ऐसा लगता था जैसे बड़े-बड़े पहाड अपने पंखो को फड़फड़ाते हुए उड़ रहे है।
पल पल परिवर्तित प्रकृति वेश पंक्ति से क्या भाव स्पष्ट होता है?'पल-पल परिवर्तित प्रकृति-वेश' की सार्थकता सिद्ध कीजिए। उत्तर: सचमुच वर्षा-ऋतु में पहाड़ों पर पल-पल दृश्य बदल रहे हैं। कभी तालाब के जल में पहाड़ों का प्रतिबिंब दिखाई देता है, तो कभी तालाब में धुँआ उठने लगता है।
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