पसली के नीचे क्या होता है? - pasalee ke neeche kya hota hai?

शरीर की पसलियां (Ribs) घुमावदार होती हैं, जो रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) से जुड़ी हुई होती हैं. पसलियों के ढांचे के अंदर दिल, फेफड़े व कुछ अन्य अंग सुरक्षित रहते हैं, लेकिन यदि पसलियों में किसी प्रकार की चोट लग जाए तो इससे कई गंभीर समस्याएं खड़ी हो सकती हैं. इसलिए समय रहते पसलियों का इलाज करवाना जरूरी होता है. पसलियों का दर्द सीने या नाभि के ऊपर की ओर महसूस हो सकता है. पसलियों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. आइए जानते हैं इन कारणों के साथ साथ इसके लक्षणों और उपचार के बारे में.

पसली में दर्द का कारण

myUpchar के अनुसार, पसलियों में चोट लगने के अलावा किडनी में दर्द, अपच की समस्या, पेट में छाले या सीने में जलन की वजह से पसली में दर्द हो सकता है. फाइब्रोमाल्जिया जैसी समस्या में पसलियों के साथ साथ पूरे शरीर में दर्द हो सकता है. मांसपेशियों में दर्द की वजह से भी पसलियों में दर्द की समस्या हो सकती है. यही नहीं, पसली में दर्द कुछ बीमारियों की वजह से भी हो सकता है, जैसे इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, जिसमें पेट में दर्द और ऐंठन होती है. इसके अलावा फेफड़ों के कैंसर के कारण भी पसलियों में दर्द हो सकता है.

डॉक्टर से परामर्श की जरूरत

जब रिब केज के बाईं ओर अत्यधिक दर्द महसूस होता है तो डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए. यदि सांस लेने में अधिक कठिनाई हो रही हो या पसली में दर्द के साथ चक्कर आना, सिर घूमना या बहुत अधिक पसीना आ रहा हो तो ऐसे में भी डॉक्टर से परामर्श लेनी चाहिए. पसलियों में दर्द होने पर डॉक्टर पहले पसलियों और आसपास के हिस्सों का परीक्षण करते हैं. जरूरत पड़ने पर वह एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स रे आदि तकनीकि की मदद ले सकते हैं.

पसली के दर्द का इलाज

myUpchar के अनुसार, यदि पसलियों में दर्द की समस्या रहती है तो इसके सटीक कारण का पता लगाना बेहद जरूरी है. कई लोग दर्द के लिए पेरासिटामोल या कोई भी दर्द निवारक दवा लेकर काम चला लेते हैं, लेकिन कई मामले में दर्द निवारक दवाएं केवल कुछ ही समय के लिए काम करती हैं. ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी होता है. यदि किसी सूजन की वजन से बाईं ओर की पसलियों में दर्द है तो इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेकर सूजन कम करने की दवाएं ली जा सकती हैं. इसके अतिरिक्त यदि कोई बैक्टीरियल इंफेक्शन है तो इसके लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाएं दे सकते हैं. कुछ अन्य कारणों के वजह से भी पसलियों में दर्द हो सकता है, जिसके लिए घरेलू उपचार कारगर हो सकते हैं, लेकिन गंभीर मामलो में चिकित्सकीय उपचार ही उचित होता है.

पसली में दर्द से बचाव के लिए अपनाएं कुछ उपाय

शरीर की पाचन समस्या खराब होने के कारण अधिकतर लोगों को पसलियों में दर्द होता है, इसके लिए ऐसे खाने से परहेज करना चाहिए जो अपच पैदा करते हैं, जैसे मैदा या  कोई फास्ट फूड. मांसपेशियों की मजबूती के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड वाली चीजें और विटामिन-डी से भरपूर चीजें लेना चाहिए.अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, पसली में दर्द के लक्षण, कारण, निदान और इलाज पढ़ें. न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं. सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है. myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं.

बच्चों में पेट दर्द का सबसे आम कारण कब्ज है। इसके कारण स्टूल पास करने के लिए जोर लगाना, बॉवेल खाली करने में परेशानी महसूस करना, स्टूल पास करने के लिए पेट पर दबाव डालना पड़ता है। लाइफस्टाइल में बदलाव और खाद्य पदार्थों और सप्लीमेंट्स में अधिक फायबर का सेवन करने से कब्ज की समस्या से निजात मिल सकती है।

इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS)

इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) एक क्रोनिक स्थिति है जिसमें आंतों के लक्षणों का एक ग्रुप शामिल होता है जो आमतौर पर एक साथ होते हैं। लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीवियरिटी और ड्यूरेशन में अलग-अलग होते हैं। लक्षणों में शामिल हैं:

  • पेट दर्द या ऐंठन, आमतौर पर दस्त या कब्ज के साथ
  • सफेद म्यूकस के साथ स्टूल
  • सूजन या गैस
  • स्टूल पास करने में असमर्थता

आईबीएस के लिए कोई इलाज नहीं है। फाइबर का सेवन बढ़ाना, पर्याप्त नींद लेना, नियमित रूप से एक्सरसाइज करना, स्ट्रेस कम करना, दवाएं या प्रोबायोटिक्स लेना, रिलैक्स टेक्निक अपनाना जैसे माइंडफुलनेस या मेडिटेशन करना आदि से इस कंडीशन को आसानी से मैनेज किया जा सकता है।

पथरी (Stone)

किडनी स्टोन (Kidney stone) तब होता है जब आपकी किडनी में वेस्ट जमा हो जाता है और आपस में चिपक जाता है। गुर्दे की पथरी के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • पेट और पीठ में तेज दर्द
  • यूरिनेशन के दौरान दर्द
  • उल्टी
  • जी मिचलाना
  • यूरिन में ब्लड आना

गुर्दे की पथरी का ट्रीटमेंट किडनी स्टोन के साइज और उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। ट्रीटमेंट में शामिल हो सकते हैं:

  • दर्द की दवा लेना
  • पानी का सेवन बढ़ाना
  • एक ऑपरेशन जैसे: शॉक वेव लिथोट्रिप्सी (Shock wave lithotripsy), यूरेटेरोस्कोपी (Ureteroscopy), पर्क्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी (Percutaneous nephrolithotomy) आदि

बढ़ी हुई स्प्लीन (Enlarged spleen)

एंलार्जड स्प्लीन, या स्प्लेनोमेगाली (Splenomegaly), कई बीमारियों और कंडीशंस के कारण हो सकता है। इंफेक्शन बढ़े हुए स्प्लीन के सबसे सामान्य कारणों में से एक है। आपके लिवर की समस्याएं, जैसे सिरोसिस और सिस्टिक फाइब्रोसिस, भी बढ़े हुए स्प्लीन का कारण बन सकती हैं। बढ़े हुए स्प्लीन के साथ आप जिन लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:

  • बहुत कम खाने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होना
  • आपकी बाईं ओर पीठ दर्द
  • पीठ दर्द जो आपके कंधे तक फैलता है
  • इंफेक्शन की बढ़ी संख्या
  • सांस लेने में कठिनाई
  • थकान

बढ़े हुए स्प्लीन के लिए ट्रीटमेंट अंडरलाइंग कारण पर निर्भर करता है। ट्रीटमेंट में शामिल हो सकते हैं:

  • एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन
  • ऑपरेशन
  • रेस्ट

इंफ्लामेटरी बॉवेल डिजीज (IBD)

आईबीडी डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में सूजन का कारण बनता है। इन स्थितियों में सबसे आम अल्सरेटिव कोलाइटिस और क्रोहन रोग है। थकावट या थकान, बुखार, पेट में ऐंठन और दर्द, दस्त, स्टूल में खून, बेवजह वजन घटना, भूख में कमी आदि इसके लक्षण हैं। आईबीडी के लिए कई ट्रीटमेंट ऑप्शन हैं। डाइट में बदलाव, तनाव कम करने की तकनीक, एंटीबायोटिक दवाओं और एक्यूपंक्चर जैसे वैकल्पिक ट्रीटमेंट का उपयोग करके इसे अच्छे से मैनेज किया जा सकता है।

और पढ़ें: आईबीडी की समस्या होने पर खानपान में क्या करना चाहिए अवॉयड?

पसलियों के नीचे दर्द के अन्य कारण (Other causes of pain under ribs)

पाचन संबंधी समस्याओं के अलावा पसलियों के नीचे दर्द के कारणों में निमोनिया, कॉस्टोकांड्राइटिस (Costochondritis), ब्रोकन रिब्स, एंडोकार्डिटिस (Endocarditis), अपेंडिसाइटिस (Appendicitis) आदि कंडिशंस भी शामिल हैं।

जैसा कि आपने इस आर्टिकल पढ़ा कि पसलियों में दर्द का कारण काफी अलग-अलग होता है और हार्ट बर्न जैसी मामूली चीज भी इसका हिस्सा हो सकता है। हालांकि, अगर दर्द नया, लगातार और गंभीर है, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।

उम्मीद करते हैं कि आपको पसलियों के नीचे दर्द से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में पसलियों के नीचे दर्द से संबंधित अन्य सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

फेफड़ों में नीचे दर्द क्यों होता है?

फेफड़ों में दिक्कत फेफड़ों में सूजन और संक्रमण की वजह से भी छाती के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। फेफड़ों से जुड़ी कुछ स्थितियां जैसे निमोनिया, पल्मोनरी एम्बोलिज्म, छाती में चोट या न्यूमोथोरैक्स, फेफड़ों की धमनियों में ब्लड प्रेशर बढ़ना, दमा, सीओपीडी, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस आदि के कारण भी सीने में दर्द हो सकता है।

पसलियों के नीचे क्या रहता है?

चौपाये प्राणियों में पस्लियाँ वक्ष गुहा को सुरक्षित रखती हैं, जिसमें हृदय, फेफड़े, श्वासनली, ग्रासनली, थाइमस ग्रंथि, इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण अंग स्थित होते हैं। श्वास लेते हुए फैलते-सिकुड़ते हुए फेफड़े इस पिंजर के भीतर रहते हैं।

पसलियों के नीचे दर्द हो तो क्या करें?

ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी होता है. यदि किसी सूजन की वजन से बाईं ओर की पसलियों में दर्द है तो इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेकर सूजन कम करने की दवाएं ली जा सकती हैं. इसके अतिरिक्त यदि कोई बैक्टीरियल इंफेक्शन है तो इसके लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाएं दे सकते हैं.

पसलियों के नीचे ऊपरी दाहिने पेट में दर्द क्या है?

पित्ताशय में डाइजेस्टिव फ्लूइड के छोटे, कठोर ये डिपोजिट्स पेट के दाहिने हिस्से में दर्द को जन्म दे सकता है. पित्ताशय की पथरी के सामान्य लक्षणों में पीठ में दर्द, ऐंठन, मतली, उल्टी और अपच शामिल हैं. पेट में एसिड होने के कारण अगर पेट खराब हो जाता है तो अल्सर पेट, ग्रासनली या छोटी आंत में हो सकता है.