पुरातत्व स्थल की खोज करने वाले क्या कहते हैं? - puraatatv sthal kee khoj karane vaale kya kahate hain?

विषयसूची

  • 1 पुरातत्व स्थल की खोज करने वाले क्या कहलाते हैं?
  • 2 लिंकर्स क्या है?
  • 3 पुरातात्विक का क्या अर्थ होता है?
  • 4 पुरातत्व शब्द से आप क्या समझते हैं?
  • 5 भू पुरातत्व क्या है?
  • 6 पर्यावरण पुरातत्व क्या है?

पुरातत्व स्थल की खोज करने वाले क्या कहलाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी पुरातात्विक स्थल पर खुदाई तथा प्राप्त कलाकृतियों की रिकॉर्डिंग को ही उत्खनन कहते हैं।

लिंकर्स क्या है?

इसे सुनेंरोकेंलिनक्स यूनिक्स जैसा एक प्रचालन तन्त्र है। यह ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर अथवा मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर का सबसे कामयाब तथा सबसे लोकप्रिय सॉफ्टवेयर है। यह जीपीएल v 2 लाइसेंस के अन्तर्गत सर्व साधारण के उपयोग हेतु उपलब्ध है और इसका कुछ भाग यूनिक्स से प्रेरित है।

पुरातात्विक का क्या अर्थ होता है?

इसे सुनेंरोकेंपुरातत्व का साधारण रूप से यह अर्थ है कि जिस युक्ति से धरती में दबे इतिहास के पन्नो को उजागर किया जाता है उसे पुरातत्व कहा जाता है , पुरातत्व सुस्पष्ट भौतिक अवशेषों के अध्य्ययन का विषय है यह निरंतर भौतिक पर्यावरण और प्राकृतिक पर्यावरण में होने वाले बदलावों का अध्ययन करता है यह पृत्वी के नीचे दबी वस्तुओं का अध्ययन कर …

उत्खनन में प्राप्त वस्तुएं क्या कहलाती है?

इसे सुनेंरोकेंसवाल: उत्खनन से प्राप्त वस्तुएं क्या कहलाती है? पुरातत्व भौतिक अवशेषों का उपयोग करके मानव अतीत का अध्ययन है। ये अवशेष कोई भी वस्तु हो सकती है जिसे लोगों ने बनाया, संशोधित किया या उपयोग किया। पोर्टेबल अवशेषों को आमतौर पर कलाकृतियां कहा जाता है ।

लिंकर किसका उदाहरण है?

इसे सुनेंरोकेंलिंकर की परिभाषा उच्च-स्तरीय भाषा, प्रोग्राम्स में कुछ अंतर्निहित (Built-in) लाइब्रेरी और हेडर फाइलें होती हैं। सोर्स प्रोग्राम में कुछ लाइब्रेरी फ़ंक्शंस हो सकते हैं जिनकी परिभाषा अंतर्निहित (Built-in) लाइब्रेरी में संग्रहीत की जाती है। लिंकर इन फ़ंक्शन को अंतर्निहित (Built-in) लाइब्रेरी से जोड़ता है।

पुरातत्व शब्द से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंविकासात्मक उत्खनन – यह पेशेवर पुरातत्वविदों द्वारा की जाती है जब इमारतों के बढ़ने से पुरातात्विक स्थल खतरे में आ जाता है।

भू पुरातत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभू-पुरातत्त्व (Geoarchaeology) – मिट्टी और पत्थरों का अध्ययन ताकि भूगोल और पर्यावरण में हुए बदलाव को जाना जा सके.

पर्यावरण पुरातत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपर्यावरण पुरातत्व की एक उप-क्षेत्र है पुरातत्व जो 1970 के दशक में उभरा और पिछले समाज और वातावरण वे में रहते थे के बीच संबंधों के पुनर्निर्माण का विज्ञान है। क्षेत्र का अध्ययन करने के लिए एक पुरातात्विक-palaeoecological दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व मानव पुरापारिस्थितिकी के तरीकों के माध्यम से पुरा पर्यावरण।

इतिहास के पुरातात्विक स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्राचीन भारतीय इतिहास को जानने के लिए पुरातात्विक स्रोतों के अंतर्गत अभिलेख, सिक्के, मूर्तियां, चित्रकला, मृदभांड एवं मोहरें आते है।

विषयसूची

  • 1 पुरातात्विक स्थल की खोज करने वाले को क्या कहते हैं?
  • 2 उत्खनन से प्राप्त वस्तु क्या कहलाता है?
  • 3 पुरातात्विक स्रोत क्या है?
  • 4 राष्ट्रीय स्मारक को मान्यता कौन देता है?
  • 5 पुरातात्विक मानव विज्ञान क्या है?
  • 6 प्रागैतिहासिक पुरातत्व से आप क्या समझते हैं?
  • 7 पुरातत्वविद कैसे पता करते हैं कि कोई स्थल पूरा स्थल है?

पुरातात्विक स्थल की खोज करने वाले को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकेन्द्र सरकार किसी भी पुरातात्विक स्थल और अवशेष राष्ट्रीय महत्व की राय है कि कहां है यह इस तरह के पुरातात्विक स्थल घोषित करने के अपने इरादे के राजपत्र में एक अधिसूचना (प्रारंभिक), मुद्दों और राष्ट्रीय महत्व की हो रहता है. हर ऐसी अधिसूचना की एक प्रति पुरातात्विक स्थल और अवशेष के निकट एक विशिष्ट स्थान में चिपका दी जाएगी.

उत्खनन से प्राप्त वस्तु क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्त्खनन मे प्रयुक्त शब्दावली (1) खदान (Quarry) – जिस स्थान से पत्थर निकला जाता है, उसे खदान कहते हैं। (3) खदानी रस (Quarry sap) – खदान से निकाले गए नये पत्थरों में एक प्रकार की नमी विद्यमान होती है, जिसे खदानी रस कहते हैं। (4) छानस (screening)- सदलित पत्थरों को मपानुसार अलग-अलग करना छानस कहलाता है।

पुरातत्व का क्या महत्व है विवेचना कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंपुरातत्व का साधारण रूप से यह अर्थ है कि जिस युक्ति से धरती में दबे इतिहास के पन्नो को उजागर किया जाता है उसे पुरातत्व कहा जाता है , पुरातत्व सुस्पष्ट भौतिक अवशेषों के अध्य्ययन का विषय है यह निरंतर भौतिक पर्यावरण और प्राकृतिक पर्यावरण में होने वाले बदलावों का अध्ययन करता है यह पृत्वी के नीचे दबी वस्तुओं का अध्ययन कर …

पुरातत्व से आप क्या समझते है?

इसे सुनेंरोकेंपुरातत्व विज्ञान एक ऐसा विषय है, जिसमें ऐतिहासिक मानव बसाहट या समाज का अध्ययन किया जाता है। ऐतिहासिक जगहों के सर्वेक्षण, खुदाई से निकले अवशेष जैसे बर्तन, हथियार, गहने, रोजमर्रा की चीजें, पेड़-पौधे, जानवर व मनुष्यों के अवशेष, स्थापत्य कला आदि से ऐतिहासिक मानव-संस्कृति को जाना जाता है।

पुरातात्विक स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपुरातात्विक स्रोत:- पुरातत्व वह विज्ञान है जिसके अंतर्गत अतीत के गर्भ में छिपी हुई सामग्रियों की खुदाई कर प्राचीन काल के लोगों के भौतिक जीवन का ज्ञान प्राप्त किया जाता है। भारत के गौरव शाली इतिहास के स्रोतो के रूपों में जहां एक ओर साहित्यिक स्रोत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वहीं पुरातत्व भी कम नही है।

राष्ट्रीय स्मारक को मान्यता कौन देता है?

इसे सुनेंरोकेंNotes: राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण भारत की धरोहरों, स्मारकों की देखभाल के लिए बनाया गया है। इसके चेयरपर्सन की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।

उत्खनन और खनन में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंखुदाई करके अयस्क निकलने वाले स्थान को खादान या खान(mine) कहा जाता है। यदि धरातल पर ऊपर-ऊपर से खुदाई की जाए तो उसे उत्खनन (quarrying) कहते है और यदि भू-गर्भ से खनिज प्राप्त किए जाएं तो उस कार्य को खनन (mining )कहते है।

पुरातत्व विज्ञान क्या है अतीत के अध्ययन में इससे क्या सहायता मिलती है?

इसे सुनेंरोकेंपुरातत्वशास्त्र (archeology) वह विज्ञान है जो प्राचीन वस्तुओं का अध्ययन व विश्लेषण करके मानव-संस्कृति के विकासक्रम को समझने एवं उसकी व्याख्या करने का कार्य करता है। यह विज्ञान प्राचीन काल के अवशेषों और सामग्री के उत्खनन के विश्लेषण के आधार पर अतीत के मानव-समाज का सांस्कृतिक-वैज्ञानिक अध्ययन करता है।

पुरातात्विक मानव विज्ञान क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपुरातात्विक मानवविज्ञान यह निर्माण में एक विज्ञान है जो पुरातत्व और नृविज्ञान दोनों से तकनीकों का उपयोग करता है। यह बताने की कोशिश करना कि वे कैसे थे और मानव ने प्रागितिहास में कैसे बातचीत की, इस विज्ञान का प्रारंभिक बिंदु है. इसकी प्रारंभिक नींव पुरातात्विक खुदाई में पाए गए भौतिक तत्वों का अध्ययन था।

प्रागैतिहासिक पुरातत्व से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपुरातत्व स्थल से आप क्या समझते हैं कोई भी स्थान जिसमें अतीत में मानव गतिविधि के भौतिक अवशेष होते हैं, एक पुरातात्विक स्थल है। पुरातत्व स्थल हैं जिनका कोई लिखित रिकॉर्ड नहीं है और उन्हें प्रागैतिहासिक पुरातत्व स्थल कहा जाता है।

इतिहास में स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के साधनों को दो भागों में बाँटा जा सकता है- साहित्यिक साधन और पुरातात्विक साधन, जो देशी और विदेशी दोनों हैं। साहित्यिक साधन दो प्रकार के हैं- धार्मिक साहित्य और लौकिक साहित्य। धार्मिक साहित्य भी दो प्रकार के हैं – ब्राह्मण ग्रन्थ और अब्राह्मण ग्रन्थ।

इसे सुनेंरोकेंयह सुपरपोज़ीशन के नियम पर आधारित है। जब पुरातात्विक अवशेष जमीन की सतह से नीचे होते हैं (जैसा कि आमतौर पर होता है), प्रत्येक के संदर्भ की पहचान करना, पुरातत्वविद् के लिए उस पुरातात्विक स्थल के विषय में निर्णय लेने के लिए आवश्यक होता है, साथ ही इससे उस स्थल की प्रकृति तथा तारीख के विषय में भी जाम्कारी मिलती है।

पुरातत्व विभाग का क्या काम है?

इसे सुनेंरोकेंसंस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की स्थापना वर्ष 1861 में हुई थी। यह देश की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं पुरातात्विक शोध के क्षेत्र में एक प्रमुख संगठन है।

पुरातत्वविद कैसे पता करते हैं कि कोई स्थल पूरा स्थल है?

इसे सुनेंरोकेंयदि साइट की खोज के दौरान कोई समय या पैसा नहीं था, तो पुरातत्वविद वापस आ सकते हैं और साइट की सीमा का पता लगाने के लिए आगे की खुदाई के लिए साइट पर जा सकते हैं। पुरातत्वविद् सर्वेक्षण करने के दूसरे रूप के रूप में भूमि के किसी दिए गए क्षेत्र के भीतर यादृच्छिक रूप से नमूना भी ले सकते हैं।

पुरातत्व स्थल की खोज करने वाले क्या कहलाते थे?

आर्कियोलॉजी को हिंदी में पुरातत्व विज्ञान कहते हैं, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है प्राचीन स्मारकों, अवशेषों का ज्ञान। इसी के तहत प्राचीन सभ्यता और संस्कृति की वैज्ञानिक नजरिए से जांच-परख की जाती है। इस विधा के जानकारों को आर्कियोलॉजिस्ट यानी पुरातत्वविज्ञानी कहा जाता है।

पुरातात्विक खुदाई के स्थल को क्या कहते हैं?

पुरातत्व में, उत्खनन पुरातात्विक अवशेषों का अनावरण, प्रसंस्करण और रिकॉर्डिंग है। एक उत्खनन स्थल या "खुदाई" वह क्षेत्र है जिसका अध्ययन किया जा रहा है। ये स्थान एक परियोजना के दौरान एक समय में एक से लेकर कई क्षेत्रों तक होते हैं और कुछ हफ्तों से लेकर कई वर्षों तक आयोजित किए जा सकते हैं।

पुरातत्त्वविद स्थलों को खोजने के लिए किन विधियों का उपयोग करते हैं?

पुरातत्वविदों ने हवाई तस्वीरों की जांच, विभिन्न प्रकार के रडार, जमीन भेदने वाले रडार और अन्य अप्रत्यक्ष तरीकों के माध्यम से साइटों को पाया है। रिमोट सेंसिंग तकनीक उन साइटों पर सबसे अच्छा काम करती है जिनमें दीवारें या गहरे गड्ढे जैसी विशेषताएं होती हैं जो आसपास की मिट्टी से स्पष्ट रूप से अलग होती हैं।

पुरातात्विक खुदाई का दूसरा नाम क्या है?

खुदाई । इसमें भी पाया जाता है: डिक्शनरी, मेडिकल, इनसाइक्लोपीडिया।