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पेट में बच्चा उल्टा हो जाए तो क्या करें, ये सावधानियां जरूर बरतेंparul rohatagi | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Nov 23, 2020, 3:11 PM प्रेगनेंसी के दौरान गर्भाशय में शिशु की स्थिति में कई बदलाव आते हैं जिनमें से एक गर्भ में बच्चे का घूमना या उल्टा होना भी शामिल है। गर्भावस्था में कुछ स्थितियों में बच्चा उल्टा हो जाता है जिसकी वजह से डिलीवरी में दिक्कत आती है।
गर्भ में बच्चा उल्टा होने के कारण डॉक्टरों को ब्रीच प्रेग्नेंसी के सही कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन अमेरिकन प्रेग्नेंसी एसोसिएशन के अनुसार पहले कई बार गर्भवती होने, जुड़वा बच्चे होने और पहले प्रेग्नेंसी में 9 महीने से पहले डिलीवरी होने के कारण ब्रीच प्रेग्नेंसी होती है। इसके अलावा गर्भाशय में अधिक या कम एमनियोटिक फ्लूइड होने, गर्भाशय का आकार असामान्य होने या गर्भाशय में रसौली होने और प्लेसेंटा प्रिविआ की स्थिति में भी ऐसा हो सकता है। प्रेगनेंसी में बच्चा उल्टा हो तो क्या करना चाहिए गर्भ में बच्चा उल्टा हो तो सीधा कैसे करें अगर प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चा उल्टा हो गया है तो बच्चे की स्थिति को ठीक किया जा सकता है। अब यह कोशिश कितनी सफल होगी, ये इस बात पर निर्भर करती है कि ब्रीच प्रेग्नेंसी का कारण क्या है। गर्भ में बच्चा उल्टा होने की स्थिति में अगर आप ऑपरेशन नहीं करवाना चाहती हैं तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें और इस मामले में किसी भी तरह की जिद करना सही बात नहीं है। हालांकि, कुछ माओं ने यह दावा किया है कि एसेंशियल ऑयल जैसे कि पुदीने के तेल से पेट की मालिश करने से बच्चा खुद ही गर्भ में घूमकर सही स्थिति में आ जाता है। एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से पहले गर्भवती महिला को डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए क्योंकि सभी एसेंशियल ऑयल प्रेग्नेंसी में सुरक्षित नहीं होते हैं। इसके अलावा ब्रीच प्रेग्नेंसी में कुछ व्यायाम और पोजीशन भी बच्चे को सही स्थिति में लाने में मदद करते हैं। इसमें लिफ्ट की जगह सीढियों का इस्तेमाल करने से भी फायदा हो सकता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादउल्टे बच्चे की डिलीवरी कैसे होती है?गर्भ में बच्चा उल्टा हो जाए तो इस स्थिति में ऑपरेशन से ही डिलीवरी करवानी पड़ती है। उल्टे बच्चे का प्रसव करवाना आसान नहीं होता है लेकिन फिर भी आज के चिकित्सा युग में ऑपरेशन की इसका इलाज रह गया है। पुराजे जमाने में दाई बच्चे के उल्टा होने पर भी बिना ऑपरेशन के सुरक्षित प्रसव करवा देती थीं।
बच्चा कब सीधा होता है?नॉर्मल प्रेग्नेंसी में आमतौर पर बच्चे का सिर डिलीवरी के लिए नीचे आ जाता है। प्रेग्नेंसी के 35वें हफ्ते से पहले ऐसा हो जाता है लेकिन अगर इस समय तक बच्चा नीचे ना आए तो इसके बाद साइज में बड़ा होने और पेट में जगह कम पड़ने की वजह से उसे डिलीवरी के लिए सही पोजीशन में आने में दिक्कत होती है।
उल्टे बच्चे पैदा होने से क्या होता है?बच्चा उल्टा होने। बच्चे के गले में कॉर्ड फंस जाने या फिर बच्चे के मुंह में गंदा पानी चला जाने का रिस्क दिखाकर ही गर्भवती महिलाओं को सीजेरियन डिलीवरी करवाने की सलाह दी जाती है। बच्चे के रिस्क में ये सलाह माननी ही पड़ती है। नॉर्मल डिलीवरी की अपेक्षा सीजेरियन में कमाई भी मोटी होती है।
डिलीवरी के दौरान दी जाने वाली पोजीशन को क्या कहते हैं?आप दूसरे चरण में हैं यह बात आप तब जानेंगी जब आपको नीचे की ओर पुश करने की तीव्र आवश्यकता का अनुभव होगा। यदि आपको एपिड्यूरल दिया गया हो, तो हो सकता है आप इसका इतनी तीव्रता से या बिल्कुल भी अनुभव न कर पाएं। यह पुशिंग 'बेयरिंग डाउन' कहलाती है।
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