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पीपल का पेड़ अपनी घनी छांव और ताजा प्राणवायु के लिए जाना जाता है और इसकी पूजा भी की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीपल का पेड़ आपको सेहत से जुड़े लाभ भी देता है? जानिए पीपल के यह 13 सेहत लाभ - 1 सांस की तकलीफ - सांस संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या में पीपल का पेड़ आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए पीपल के पेड़ की छाल का अंदरूनी हिस्सा निकालकर सुखा लें। सूखे हुए इस भाग का चूर्ण बनाकर खाने से सांस संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाती है। इसके अलावा इसके पत्तों का दूध में उबालकर पीने से भी दमा में लाभ होता है। 2 गैस या कब्ज - पीपल के पत्तों का प्रयोग कब्ज या गैस की समस्या में दवा के तौर पर किया जाता है। इसे पित्त नाशक भी माना जाता है, इसलिए पेट की समस्याओं में इसका प्रयोग लाभप्रद होता है। इसके ताजे पत्तों के रस निकालकर सुबह शाम एक चम्मच पीने से पित्त के साथ ही समस्याएं भी समाप्त होती हैं। 3 दांतों के लिए - पीपल की दातुन करने से दांत मजबूत होते हैं, और दांतों में दर्द की समस्या समाप्त हो जाती है। इसके अलावा 10 ग्राम पीपल की छाल, कत्था और 2 ग्राम काली मिर्च को बारीक पीसकर बनाए गए मंजन का प्रयोग करने से भी दांतों की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। 4 विष का प्रभाव - किसी जहरीले जीव-जंतु द्वारा काट लेने पर अगर समय पर कोई चिकित्सक मौजूद नहीं हो, जब पीपल के पत्ते का रस थोड़ी-थोड़ी देर में पिलाने पर विष का असर कम होने लगता है। 5 त्वचा रोग - त्वचा पर होने वाली समस्याओं जैसे दाद, खाज, खुजली में पीपल के कोमल पत्तों को खाने या इसका काढ़ा बनाकर पीने से लाभ होता है। इसके अलावा फोड़े-फुंसी जैसी समस्या होने पर पीपल की छाल का घिसकर लगाने से फायदा होता है। Home / Astrology and Spirituality / Dharma Karma शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर चढाया जाता है दूध, जानें इसका महत्व!भोपालPublished: Mar 20, 2021 12:49:58 pm Submitted by: दीपेश तिवारी राहु, केतु के साथ ही शनि व पितृ दोष का निवारण...how to get please lord shani dev शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है, जो कर्म के आधार पर दंड के विधान के तहत कार्य करते हैं। मान्यता के अनुसार इनके सिर पर स्वर्णमुकुट, गले में माला औश्र शरीर पर नीले रंग के वस्त्र और शरीर भी इंद्रनीलमणि के समान है। यह गिद्ध पर सवार रहते हैं। क्यों चढ़ाया जाता है पीपल के पेड़ पर दूध? खास बातें
नई दिल्ली: ग्रहों की खराब दशा अच्छे-अच्छे को अर्श से फर्श पर ला देती है. इनसे ना सिर्फ आपके घर में कलेश बढ़ता है बल्कि खराब ग्रह जीवन से सारी खुशियां समाप्त कर देते हैं. इसीलिए कई लोग अपने इन ग्रहों को शांत रखने के लिए तमाम उपाय करते हैं. पूजा-पाठ दान पूण्य सब करते हैं. इसमें से एक है शनिदेव की पूजा. कर्मों का फल देने वाले शनिदेव भी हमारे ग्रहों की दशा को हिला सकते हैं. इसी वजह से उनके पूजा-पाठ पर विशेष ध्यान रखा जाता है. शनिदेव की मूर्ति पर तेल चढ़ाने की वजह जानकर दंग रह जाएंगे आप... इसी वजह से शनिवार के दिन पीपल के पेड़ और कच्चे दूध का बड़ा महत्व होता है. ऐसी मान्यता है कि हर शनिवार पीपल के पेड़ पर कच्चा दूध चढ़ाने से सभी ग्रह शांत हो जाते हैं, खासकर राहु-केतु, शनि और पितृ दोष. इसी वजह से खास मंत्रों के साथ शनिवार को लोग पीपल के पेड़ की पूजा करते हैं. शनिवार के दिन भूलकर भी न खरीदें ये सामान, वरना... इस तरह की जाती है पूजा: 1. सबसे पहले पीपल के पेड़ पर कच्चा दूध चढ़ाएं. इनके अलावा भी शनिदव की कृपा के लिए उनके मंदिर में हर शनिवार सरसों के तेल का दीपक जला सकते हैं. देखें वीडियो - हाजी अली दरगाह में महिलाओं की एंट्री की लड़ाई यह भी पढ़ेंAstro Tips: शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा करने से कुंडली में मौजूद ग्रह दोष दूर होते हैं. आइए जानें किस विधि से करें पूजा.इस तरह करें पीपल के पेड़ की पूजा पीपल का पेड़ हिंदू धर्म में सबसे पवित्र माना जाता है. इसे देव वृक्ष कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ में देवताओं का वास होता है. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है. इसलिए सौभाग्य और सुख की प्राप्ति के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. पीपल की पूजा (Peepal tree ) करने से आपके ग्रह शांत होते हैं और जो लोग पीपल की पूजा करते हैं उन्हें हमेशा सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने शनि दोष दूर होते हैं. शनि की ढैय्या और साढ़े साती से जूझ रहे लोगों को शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने की सलाह दी जाती है. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. ऐसा माना जाता है कि शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. आइए जानें आप शनिवार के दिन किस विधि से शनि देव की पूजा कर सकते हैं. इस विधि से करें पूजाशनिवार के दिन सुबह पेड़ में जल अर्पित करने से मन को शांति मिलती है. इस दिन पीपल को जल अर्पित करने से कुंडली के कमजोर ग्रह मजबूत होते हैं. जल चढ़ाने के साथ पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें. ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है. पीपल के पेड़ की परिक्रमा करने से कुंडली में व्याप्त कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. शनिवार के दिन पीपल को दोनों हाथों से स्पर्श करके सात परिक्रमा करें. ऐसा करते समय “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें. इससे शनि की ढैय्या और साढ़े साती का बुरा प्रभाव कम होता है. शनि की ढैय्या और साढ़े साती के बुरे प्रभाव से पीड़ित लोगों को हर शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल में गुड़ और दूध मिलाकर अर्पित करना चाहिए. साथ ही शनिवार की शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाएं. पीपल के 11 पत्ते लेकर उन पर चंदन से जय श्री राम लिखें. इन पत्तों की माला बनाकर हनुमान जी को अर्पित करें. इससे शनि दोष दूर होंगे और शुभ फल प्राप्त होंगे. अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार हैं और ठीक नहीं हो पा रहा है तो पीपल की जड़ को उसके तकिये के नीचे रखें. इससे जल्द ही स्वास्थ्य अच्छा होगा. जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है, अगर वह पीपल का पेड़ लगाता है तो पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. सूर्योदय से पहले पीपल की पूजा नहीं करनी चाहिए और रविवार के दिन पीपल को जल नहीं चढ़ाना चाहिए और न ही इसकी पूजा करनी चाहिए. (यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारितहैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.) पीपल के पेड़ पर दूध चढ़ाने से क्या होता है?मान्यता है कि शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर कच्चा दूध चढ़ाने से आपकी राशि के सभी ग्रह शांत होते हैं और शनि देव भी प्रसन्न होते हैं. महिलाएं यदि शनिवार को पीपल के पेड़ पर दूध चढ़ातीं है तो उन्हें सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
पीपल पर दूध कब चढ़ाना चाहिए?शनिवार के दिन पीपल को दोनों हाथों से स्पर्श करके सात परिक्रमा करें. ऐसा करते समय “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें. इससे शनि की ढैय्या और साढ़े साती का बुरा प्रभाव कम होता है. शनि की ढैय्या और साढ़े साती के बुरे प्रभाव से पीड़ित लोगों को हर शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल में गुड़ और दूध मिलाकर अर्पित करना चाहिए.
शनिवार को पीपल में क्या क्या चढ़ाएं?शनिवार के दिन पीपल में दूध, गुड़, पानी मिलाकर चढ़ाएं एवं प्रार्थना करें – 'हे प्रभु ! आपने गीता में कहा है कि वृक्षों में पीपल मैं हूं। हे भगवान !
पीपल के पेड़ पर क्या क्या चढ़ाना चाहिए?शनिवार के दिन पीपल की जड़ में जल चढ़ाने व दीपक जलाने से शनि से संबंधित कष्टों का निवारण रहता है। बताया जाता है कि जिस व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही होती है, उनको पीपल का पूजन व परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि महादशा से मुक्ति मिलती है।
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