न्यूट्रॉन का आवेश कितना होता है - nyootron ka aavesh kitana hota hai

न्यूट्रॉन की खोज ब्रिटिश भौतिक वैज्ञानिक जेम्स चैडविक ने 1931 में की थी।। न्यूट्रॉन एक आवेश रहित मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाये जाते हैं। इसे n से दर्शाया जाता है।

न्यूट्रॉन एक उपपरमाण्विक कण है जो की सभी प्रकार के पदार्थों के परमाणु के नाभिक में पाया जाता है। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन मिलकर परमाणु के नाभिक का निर्माण करते हैं। न्यूट्रॉन एक विद्युत उदासीन कण है जिसका द्रव्यमान 1.67493 × 10−27 kg होता है, जो कि इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से 1,839 गुना ज्यादा है। न्यूट्रॉन पूर्ण रूप से एक मूलभूत कण नही है बल्कि यह और भी छोटे अस्थाई सूक्ष्म कणों से मिलकर बना रहता है जिन्हे क्वॉर्क कहते हैं। न्यूट्रॉन तीन क्वॉर्क से मिलकर बना होता है, जिसमे दो डाउन क्वॉर्क होते हैं तथा एक अप क्वॉर्क होता हैं।

न्यूट्रॉन का आवेश कितना होता है - nyootron ka aavesh kitana hota hai

क्वार्क से मिलकर बना हुआ न्यूट्रॉन

सन 1920 में अपने प्रयोगों के आधार पर रदरफोर्ड ने भी परमाणु के नाभिक में एक ऐसे कण की उपस्थित की संभावना बताई थी जिसका द्रव्यमान लगभग प्रोटॉन के द्रव्यमान के बराबर हो तथा वह विद्युत आवेश रहित उदासीन कण हो और अंततः जेम्स चेडविक ने अपने प्रयोग द्वारा 1931 में परमाणु के नाभिक में इस कण की खोज कर ली और और उन्होंने इसे न्यूट्रॉन नाम दिया।

न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक में तो स्थाई रूप से पाया जाता है लेकिन स्वच्छ रूप से अपने आप में यह स्थाई कण नहीं है। जब न्यूट्रॉन नाभिक में उपस्थित ना होकर खुले में उपस्थित होता है तब इसका रेडियोएक्टिव क्षय होना शुरू हो जाता है। न्यूट्रॉन रेडियोएक्टिव क्षय के परिणामस्वरूप एक प्रोटॉन, एक इलेक्ट्रॉन और एक एंटीन्यूट्रिनो में टूट जाता है। न्यूट्रॉन के रेडियोएक्टिव क्षय की अर्ध आयु 614 सेकंड होती है।

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी एवं कैसे की थी Archived 2020-11-05 at the Wayback Machine

न्यूट्रॉन पर आवेश होता है किसका?

न्यूट्रॉन पर शून्य आवेश होता है।

न्यूट्रॉन का चार्ज कितना होता है?

न्यूट्रॉन में कोई चार्ज नहीं होता है; वे तटस्थ हैं।

इलेक्ट्रॉन न्यूट्रॉन पर आवेश कितना होता है?

परम्परागत रूप से इसके आवेश को ऋणात्मक माना जाता है और इसका मान -१ परमाणु इकाई (e) निर्धारित किया गया है। इस पर -1.6E-19 कूलाम्ब परिमाण का ऋण आवेश होता है। इसका द्रव्यमान 9.11E−31 किग्रा होता है जो प्रोटॉन के द्रव्यमान का लगभग १८३७ वां भाग है।

एक प्रोटॉन में न्यूनतम आवेश कितना होता है?

एक प्रोटॉन के ऊपर जितना विद्युत आवेश पाया जाता है, उसे मूल आवेश (elementary charge) कहते हैं। इसे e द्वारा दर्शाया जाता है और कभी-कभी q e द्वारा दर्शाया जाता है। इसका मान 1.602176634×1019 C होता है।