न्यूनतम विसरण का गुण किसमें पाया जाता है - nyoonatam visaran ka gun kisamen paaya jaata hai

क्वेश्चन दिया गया है क्या होता है हम इसका मतलब क्या हो रहा है क्योंकि रुद्रपुर में गैस बनता है

इनकी आंखों की जो काइनेटिक एनर्जी होती है या नहीं होती है अधिक होती है क्योंकि एक जगह से दूसरी जगह कर सकता है लेकिन बहुत कम पाया जाता है पाया जाता है

तब उनको कहां मिलेगी तो साबुन क्या होगा इसकी स्मेल होगी थोड़ी बहुत गर्म होती है लेकिन इसकी जुबान होती है वह दूर दूर तक गर्म करने पर महसूस की जा सकती है लेकिन बहुत कम पाया जाता है

न्यूनतम विसरण का गुण किसमें पाया जाता है - nyoonatam visaran ka gun kisamen paaya jaata hai

तीन अलग-अलग समयों पर किसी गैस का विसरण :
(१) विसरण के ठीक पहले
(२) विसरण के थोडी देर बाद
(३) विसरण आरम्भ होने के बहुत देर बाद

न्यूनतम विसरण का गुण किसमें पाया जाता है - nyoonatam visaran ka gun kisamen paaya jaata hai

दो या दो से अधिक पदार्थों का स्वतः एक दूसरे से मिलकर समांग मिश्रण बनाने की क्रिया को विसरण (डिफ्यूजन) कहते हैं। सजीव कोशिकाओं में अमीनो अम्ल के संवहन में विसरण की मुख्य भूमिका है।[1]

परिचय[संपादित करें]

सभी वस्तुएँ, ठोस, द्रव और गैसें, बड़े सूक्ष्म कणों से बनी हुई हैं। सबसे छोटे कणों को अणु (molecules) कहते हैं। अणु पदार्थों में सतत गतिशील रहते हैं। इनकी गतियाँ बहुत कुछ ताप पर भी निर्भर करती हैं। भिन्न भिन्न वस्तुओं को यदि एक साथ रखा जाए, तो इन गतियों के कारण वे परस्पर मिल जाती हैं। ठोसों के अणु एक दूसरे से बहुत निकटता से सटे हुए रहते हैं। द्रवों के अणु ठोसों के अणुओं की अपेक्षा कम सटे हुए रहते हैं। गैसों के अणु तो एक दूसरे से पर्याप्त दूरी पर रहते हैं, यही कारण है कि गैसें बड़ी शीघ्रता से एक दूसरे में मिल जाती हैं। द्रवों के अणु उतनी शीघ्रता से नहीं मिलते और ठोसों के अणु तो और देर से परस्पर मिलते हैं। इस प्रकार पदार्थों के अणुओं के परस्पर मिल जाने को विसरण (Diffusion) कहते हैं।

विसरण एक अपरिवर्तनीय क्रिया है, जिसमें पदार्थों के स्वाभाविक बहाव से सांद्रण का अंतर कम होता रहता है। यह क्रिया सभी पदार्थों में होती है। क्लोरीन गैस के जार पर यदि एक हवा भरा जार रख दिया जाए, तो क्लोरीन गैस के भारी होने पर भी उसके अणु विसरण द्वारा ऊपर उठकर दोनों जारों में मिल जाते हैं और कुछ समय में वे एक से संगठन के हो जाते हैं। यदि किसी जल के पात्र में तूतिया का एक क्रिस्टल रख दिया जाए, तो पहले क्रिस्टल के निकट का जल तूतिए के विलयन सा हो जाएगा और कुछ समय के बाद सारा जल तूतिए के रंग का हो जाएगा और कुछ समय के बाद सारा जल तूतिए के रंग का हो जाएगा। ऐसा विसरण के कारण होता है। यदि सोने के एक टुकड़े को सीस के टुकड़े के संपर्क में रखा जाए, तो कुछ दिनों के बाद सीस में सोना और सोने में सीस की उपस्थिति मालूम की जा सकती है। गुरुत्वाकर्षण से विसरण में कोई रुकावट नहीं पड़ती और न उत्प्लवकता का ही उसपर कोई प्रभाव पड़ता है।

गैसों का विसरण[संपादित करें]

गैसें शीघ्रता से विसरण करती हैं। हलकी गैसें, कम घनत्व के कारण, अधिक शीघ्रता से और भारी गैसें, अधिक घनत्व के कारण, कम शीघ्रता से विसरण करती हैं। इस संबंध में ग्राहम ने एक नियम जो 'ग्राहम के गैस विसरण के नियम' के नाम से विख्यात है, प्रतिपादित किया है। इस नियम के अनुसार समान दाव और ताप पर विसरण की गति गैसों के आपेक्षिक घनत्व के वर्गमूल का व्यूत्क्रमानुपाती होती है।

गैसों के विसरण से हमें अनेक बड़े उपयोगी परिणाम प्राप्त होते हैं। इसकी सहायता से हम कुछ गैसों का आपेक्षिक घनत्व और इससे अणुभार निकाल सकते हैं तथा कुछ गैसों के मिश्रण से उनके संघटकों को अलग अलग कर सकते हैं। विसरण से कुछ गैसों के समस्थानिकों के पृथक्करण में हमें सफलता मिली है। कुछ जहरीली गैसें विसरण के कारण वायु में इतनी फैल जाती है कि उनसे हानि होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। कार्बन डाइऑक्साइड गैस का वायु में एक निश्चित मात्रा से अधिक रहना स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। पृथ्वीतल पर ईधंन आदि से बना और साँस द्वारा निकला कार्बन डाइऑक्साइड भारी होने पर भी विसरण द्वारा समस्त वायु में ऐसा मिल जाता है कि उसके अनुपात में विशेष अंतर नहीं पाया जाता। कोयले की खानों में पाई जानेवाली दाह्य गैस, मार्श गैस, विसरण द्वारा ही समस्त खानों में फैल जाती है और उसके किसी एक स्थान की वायु के परीक्षण से इसका पता लग जाता है।

द्रवों का विसरण[संपादित करें]

द्रवों का विसरण गैसों के विसरण की अपेक्षा अधिक पेंचीदा है। इनका विसरण बहुत कुछ पदार्थों की प्रकृति पर निर्भर करता है। सांद्रण और ताप की वृद्धि से विसरण अपेक्षया सरल होता है।

मुख्य लेख फिक के विसरण के नियम

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • ग्राहम का विसरण का नियम
  • फिक के विसरण के नियम
  • परासरण (ऑस्मोसिस)
  • विसरण का पौधों के जीवन में महत्व Archived 2022-03-18 at the Wayback Machine

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Maton, Anthea (1997). Cells Building Blocks of Life. Upper Saddle River, New Jersey: Prentice Hall. पपृ॰ 66–67.

ग निम्न में से किसकी विसरण गति अधिकतम होगी?

Solution : जिस गैस का अणुभार सबसे कम होगा उसकी विसरण की दर उच्चतम होगी

गैसों में विसरण का गुण क्या होता है?

गैसों के विसरण से हमें अनेक बड़े उपयोगी परिणाम प्राप्त होते हैं। इसकी सहायता से हम कुछ गैसों का आपेक्षिक घनत्व और इससे अणुभार निकाल सकते हैं तथा कुछ गैसों के मिश्रण से उनके संघटकों को अलग अलग कर सकते हैं। विसरण से कुछ गैसों के समस्थानिकों के पृथक्करण में हमें सफलता मिली है।

सर्वाधिक विसरण गुड वाला पदार्थ कौन सा है?

उत्तर- गर्मा-गरम खाने की गंध कई मीटर दूर से ही हमारे पास पहुँच जाती है क्योंकि तापमान बढ़ने पर गर्म खाने से निकलने वाली गैस की कणों की गति बढ़ जाती है, जिससे उसकी गतिज ऊर्जा भी बढ़ जाती है तथा ठंडे खाने की महक की तुलना में विसरण तेजी से होता है। अर्थात् गर्म गैसों का विसरण ठंडी गैसों की तुलना में बहुत तेजी से होता है

विसरण क्या है विसरण को प्रभावित करने वाले कारक बताइए?

Solution : विसरण क्रिया में ऊर्जा का व्यय नहीं होता है तथा इसमें अणु अनियमित रूप से गति करते हैं। इस कारण पदार्थ उच्च सांद्रता से निम्न सांद्रता वाले क्षेत्र में जाते हैं। विसरण की दर सांद्रता की प्रवणता, विसरण कर रहे पदार्थों के घनत्व, विसरण माध्यम आदि से प्रभावित होती है।