आंत्रशोथ या गैस्ट्रोएन्टेराइटिस (gastroenteritis) एक बहुत ही सामान्य समस्या है जिसमें दस्त और उल्टी होती है। यह आमतौर पर पेट में बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण होता है। Show
यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है, लेकिन खासतौर पर छोटे बच्चों में यह समस्या ज्यादा होती है। बच्चों में यह समस्या रोटावायरस (rotavirus) के कारण होती है। जबकि वयस्कों में यह समस्या आमतौर पर ("विंटर वोमिटिंग बग") या बैक्टीरियल के कारण होती है। आंत्रशोथ (gastroenteritis) के कारण काफी परेशानी हो सकती है लेकिन आमतौर पर यह एक हफ्ते में अपने आप ठीक हो जाता है। आप घर पर ही अपनी या अपने बच्चे की उचित देखभाल करके इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आंत्रशोथ (gastroenteritis) से पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर के पास जाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह एक से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। सलाह की जरूरत पड़ने पर आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। आंत्रशोथ के लक्षण (symptoms of gastroenteritis)आंत्रशोथ (gastroenteritis) के मुख्य लक्षण हैं:
कुछ लोगों में अलग तरह के लक्षण भी होते हैं, जैसे भूख न लगना, पेट गड़बड़ होना, हाथ पैरों में दर्द और सिरदर्द। अमूमन ये लक्षण संक्रमित होने के एक दिन बाद दिखाई देते हैं और आमतौर पर एक हफ्ते से कम या कभी-कभी लंबे समय तक बने रहते हैं। आंत्रशोथ (gastroenteritis) होने पर क्या करेंयदि आपको अचानक दस्त और उल्टी महसूस होती है, तो ठीक होने तक घर पर रहें। इस समस्या का कोई विशेष इलाज नहीं होता है, इसलिए इसे अपने आप ही ठीक होने दें। आपको तब तक चिकित्सीय सलाह की जरूरत नहीं है, जब तक कि इसके लक्षणों में सुधार नहीं होता है या अधिक गंभीर समस्या का खतरा नहीं होता है (जानें ।) लक्षणों को कम करने के उपाय:
मेडिकल सलाह कब लेंयदि आपको लगता है कि आपको आंत्रशोथ (gastroenteritis) है, तो आमतौर पर आपको डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह अपने आप ठीक हो जाता है। डॉक्टर के पास जाने पर दूसरे व्यक्ति को भी यह समस्या हो सकती है। इसलिए कोई गंभीर समस्या या सलाह की जरूरत होने पर ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें। चिकित्सीय सलाह तब लें, यदि:
लक्षणों की जांच के लिए आपके डॉक्टर आपके मल के नमूने को प्रयोगशाला में भेजने का सुझाव दे सकते हैं। बैक्टीरियल इंफेक्शन होने पर आपको ]( )[का सेवन करने की सलाह दी जा सकती है। आंत्रशोथ (gastroenteritis) से पीड़ित बच्चे की देखभालअगर आपके बच्चे को दस्त या उल्टी हो रही हो, तो आप घर पर ही उसकी देखभाल कर सकते हैं। आमतौर पर इस समस्या का कोई विशेष उपचार नहीं है और कुछ दिनों में आपका बच्चा बेहतर महसूस करने लगेगा। जब तक लक्षणों में सुधार न आए या कोई अधिक गंभीर समस्या न हो, तब तक आपको चिकित्सीय सलाह की जरूरत नहीं है (जानें ) आपके बच्चे में लक्षणों को कम करने के लिए उपाय:
एक साल से कम उम्र के शिशुओं और छोटे बच्चों में डिहाइड्रेशन का अधिक खतरा होता है। पाँच साल से कम उम्र के शिशुओं और बच्चों को उल्टी और दस्त होने पर उनकी देखभाल के लिए सलाह पढ़ें। जब आपका बच्चा बीमार हो तो उस दौरान यह सुनिश्चित करें कि आप एवं आपका बच्चा नियमित रूप से हाथ धो रहे हैं। लक्षणों में सुधार होने के बाद कम से कम 48 घंटे तक अपने बच्चे को स्कूल या नर्सरी से दूर रखें (पढ़ें, आंत्रशोथ (gastroenteritis) से बचने के उपाय)। अपने बच्चे के लिए चिकित्सकीय सलाह लेनायदि आपके बच्चे को आंत्रशोथ (gastroenteritis) है, तो आमतौर पर आपको डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह समस्या अपने आप ठीक हो जाती है और डॉक्टर के पास जाने से दूसरे व्यक्ति में भी आंत्रशोथ फैलने का खतरा हो सकता है। बच्चे की स्थिति में सुधार न होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें, या अगर:
लक्षणों की जांच के लिए आपके डॉक्टर प्रयोगशाला में बच्चे के मल का नमूना भेजने का सुझाव दे सकते हैं। बैक्टीरियल इंफेक्शन होने पर बच्चे को एंटीबायोटिक्स (antibiotics) देने की सलाह दी जा सकती है। आंत्रशोथ (gastroenteritis) कैसे फैलता हैआंत्रशोथ (gastroenteritis) का संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में बहुत आसानी से फैल सकता है। यदि संक्रमित व्यक्ति के उल्टी या मल का एक छोटा सा कण आपके मुंह में चला जाए तो आपको संक्रमण हो सकता है। जैसे कि:
आंत्रशोथ से पीड़ित व्यक्ति सबसे अधिक संक्रामक लक्षणों के शुरू होने से सुधार होने के 48 घंटे बाद तक होता है, हालांकि इससे पहले और बाद में भी वे थोड़े समय के लिए संक्रामक हो सकते हैं। आंत्रशोथ (gastroenteritis) से बचने के उपायआंत्रशोथ से हमेशा बचना संभव नहीं है, लेकिन नीचे दिए गए सुझावों का पालन कर इसे फैलने से रोका जा सकता है:
दूषित जगहों पर यात्रा करते समय अपना विशेष ध्यान रखें क्योंकि आपके पेट में संक्रमण होने का खतरा बढ़ सकता है। उदाहरण के लिए नल का पानी आपको उबाल कर पीना चाहिए। छोटे बच्चों में दो से तीन महीने की उम्र में रोटावायरस का टीकाकरण करवाएं। इससे उनमें आंत्रशोथ (gastroenteritis) के खतरे को कम किया जा सकता है। नीतू को पुरे दिन लगातार उल्टी होती रही साथ में दस्त लग गए थे उसकी मां को क्या करना चाहिए?-डायरिया से शरीर में हुई पानी की कमी को तुरंत पूरा करना चाहिए। इसके लिए खूब पानी पिएं। खाने से पहले फल और सब्जियों को अच्छे से धो लें।
उल्टी और दस्त को कैसे रोके? मूंग दाल और चावल खिचड़ी खाएं- उल्टी-दस्त यानि डायरिया होने पर आपको सबसे पहले खाने में बदलाव करने की जरूरत है. ... . नमक चीनी का पानी पिएं- दस्त लगने पर नमक-चीनी का घोल पीने की सलाह दी जाती है. ... . केला- दस्त होने पर खूब पका केला खाएं. ... . दही और जीरा- पेट खराब होने पर दही का सेवन जरूर करें.. उल्टी और दस्त से शरीर में किसकी कमी हो जाती है?डायरिया के लक्षण
दस्त के तीव्र प्रकोप से पेट के निचले हिस्से में पीड़ा या बेचैनी महसूस होती है। पेट मरोड़ना, उल्टी आना, बुखार होना, कमजोरी महसूस करना दस्त के लक्षण हैं। दस्त देर तक रहने पर आदमी को कमजोरी और निर्जलीकरण की समस्या पैदा हो जाती है। एक दिन में 5 या उससे ज्यादा बार मल त्याग करने पर स्थिति चिंताजनक होती है।
उल्टी और दस्त होने पर क्या खाएं? दस्त होने पर आपको दिनभर में थोड़ा-थोड़ा खाना चाहिए. ... . दस्त होने पर ब्लैंड फूड का सेवन करना चाहिए. ... . दस्त होने पर आप ओटमील, दलिया, केले, सफेद चावल, ब्रेड, उबले हुए आलू खा सकते हैं.. दस्त होने पर खाने में चावल और मूंग दाल की पतली खिचड़ी दही के साथ खाएं.. |