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| Updated: Feb 5, 2018, 8:33 AM हाल ही में मुंबई के नायर अस्पताल में MRI रूम में गलती से ऑक्सिजन सिलेंडर ले जाने की वजह से एक युवक की मौत हो गई थी। इस तरह के हादसे आपके साथ न हों, इसके लिए जानें कि एमआरआई, सीटी स्कैन और एक्स-रे कराते वक्त किन बातों का ध्यान मरीज और उनके साथ आए अटेंडेंट्स को रखना चाहिए...- मेटल से बनी कोई भी वस्तु- घड़ी, जूलरी, यहां तक कि मंगलसूत्र भी उतारकर जांच के लिए जाएं। (नोट: मेटल की चीजों के प्रति सतर्कता मरीज और उसके साथ जा रहे व्यक्ति दोनों को बरतनी चाहिए।) सीटी स्कैन करने वाले रेडियॉलजिस्ट या फिर डॉक्टर को आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री पता होनी चाहिए। - जांच अगर सुबह 8-9 बजे के बीच होनी है तो रात में 12 बजे के बाद कुछ न खाएं। - सूती कपड़ा पहनना बेहतर है। - अगर डायबीटीज के मरीज हैं तो शुगर 100 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। - कपड़े जरूर मेटल फ्री हों। एक्स-रे इमरजेंसी के दौरान कई बार ऐसा होता है कि मरीज और उसके परिजन जिस हालत में होते हैं, वैसे ही अस्पताल पहुंच जाते हैं। ऐसे में मरीज अपनी परेशानियों के चलते और परिजन इस तनाव में इन बातों का ध्यान नहीं रख पाते कि उन्हें MRI, सीटी स्कैन और एक्स-रे रूम में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी बन जाती है कि उसके पास जो पैरामेडिकल स्टाफ है, वह सतर्क होने के साथ ही अच्छी तरह से प्रशिक्षित भी हो। नई मशीनों को लेकर स्टाफ को अपडेट करना भी अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसके अलावा अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि वह जांच कक्ष के बाहर स्पष्ट और बड़े-बड़े अक्षरों में लिखे कि जांच के लिए मरीज को किस तरह अंदर ले जाया जाए और उसके सहयोगी क्या-क्या सावधानी रखें।
MRI मशीन में फंसकर युवक की दर्दनाक मौत, परिजनों के साथ विधायक ने दिया धरना Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादMRI क्या खाली पेट होती है?MRI का मतलब है मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग स्कैन, जिसमें आम तौर पर 15 से 90 मिनट तक लगते हैं. ये इस बात पर निर्भर करता है कि शरीर का कौन सा, कितना बड़ा हिस्सा स्कैन किया जाना है. कितनी तस्वीरें ली जानी हैं. ये रेडिएशन के बजाए मैग्नेटिक फील्ड पर काम करता है.
MRI में क्या पता चलता है?MRI मशीन मुख्यतः जोड़ों, दिमाग, कलाई, टखने, छाती, हृदय, रक्त वाहिकाओं की जांच के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है. वहीं, CT Scan मशीन से टूटी हड्डियों, ट्यूमर, कैंसर, इंटरनल ब्लीडिंग, संक्रमण आदि का पता लगाया जाता है.
MRI करने में कितना समय लगता है?What is MRI? चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग यानि मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग (magnetic resonance imaging) एक चिकित्सा इमेजिंग तकनीक है जो कि आपके शरीर में अंगों और ऊतकों की विस्तृत छवियां बनाने के लिए चुंबकीय क्षेत्र और कंप्यूटर से उत्पन्न रेडियो तरंगों का उपयोग करती है। यह एक्स-रे (विकिरण) का उपयोग नहीं करता है।
पूरे शरीर का MRI कराने में कितना पैसा लगता है?इस अस्पताल में सिर्फ 50 रुपये में होगी MRI! जानें- क्या है सीटी स्कैन, डिजिटल एक्स-रे के रेट - YouTube.
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