मध्य पाषाण काल की खोज किसने की - madhy paashaan kaal kee khoj kisane kee

मध्यपाषाण काल के दौरान पाए जाने वाले पत्थर के औजार आमतौर पर छोटे होते हैं और इन्हें कहा जाता है:

  1. द्वीपार्श्वीय
  2. माइक्रोब्लेड
  3. लघुपाषाण
  4. लघुपाषाणकालीन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : लघुपाषाण

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सही उत्तर लघुपाषाण है।

मध्य पाषाण काल की खोज किसने की - madhy paashaan kaal kee khoj kisane kee
Key Points

  • पाषाण युग को तीन कालखंडों में बांटा गया है, अर्थात्-
  • 1) पुरापाषाण या पुराना पाषाण युग, 2) मध्यपाषाण या मध्य पाषाण युग, और 3) नवपाषाण या नया पाषाण युग।
  • लिथिक शब्द ग्रीक लिथोस से लिया गया है, जिसका अर्थ है पत्थर। पुरापाषाण का अर्थ है पुराना पाषाण युग, मध्य पाषाण का अर्थ मध्य पाषाण युग और नवपाषाण का अर्थ है नया पाषाण युग।
  • मध्यपाषाण काल-
    • मध्यपाषाण युग पुरापाषाण काल ​​की तुलना में बहुत कम अवधि थी, जो भारत में लगभग दस हजार साल तक चली थी।
    • इस अवधि की तकनीकी पहचान छोटे पत्थर के औजार या लघुपाषाण हैं।
    • इसके अलावा, मध्यपाषाण काल के लोग भी गुच्छे और ब्लेड से बने गैर-लघुपाषाणकालीन पाषाण औजारों का उपयोग करते थे।
  •  लघुपाषाण पत्थर के औजार होते हैं जिनकी लंबाई 1 सेमी से 5 सेमी तक होती है, ये ब्लेड के आकार के होते हैं और पत्थरों से बने होते हैं जैसे - शीस्ट, कैल्सेडोनी, अकीक आदि।
  • ये उपकरण वास्तव में छोटे और नुकीले होते हैं और विभिन्न प्रकार की आकृतियों जैसे त्रिभुज, अर्धचंद्राकार, समलम्ब, समचतुर्भुज आदि में पाए गए हैं।

मध्य पाषाण काल की खोज किसने की - madhy paashaan kaal kee khoj kisane kee
Additional Information

  • पुरापाषाण युग: पुरापाषाण युग का विकास प्रातिनूतन युग में हुआ था।
    • रॉबर्ट ब्रूस फूटे 1863 में भारत में पुरापाषाण युग की खोज करने वाले पहले व्यक्ति थे।
    • इस काल के औजार कठोर चट्टान 'क्वार्टजाइट' से बने थे और इसलिए इस युग के लोगों को "क्वार्टजाइट मैन" कहा जाता था।
    • 'पलेओ' का अर्थ है पुराना और 'लिथिक' का अर्थ है पत्थर। मूल रूप से शिकार और भोजन एकत्र करने की संस्कृति थी
  • नवपाषाण युग: ले मेसुरियर ने नवपाषाण युग के औजारों और कार्यान्वयन की खोज की।
    • एक आत्मनिर्भर खाद्य अर्थव्यवस्था के रूप में नवपाषाण-ताम्रपाषाण संस्कृति को वी. गार्डन चाइल्ड द्वारा परिभाषित किया गया था।
    • कृषि, पशुओं को पालतू बनाना, पॉलिश और तराशे हुए पत्थर के औजार इस युग के प्रचलन थे।

Last updated on Sep 26, 2022

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भारतीय पाषाण युग का संक्षिप्त विवरण

पाषाण युग के रूप में उस युग को परिभाषित किया गया है जब प्रागैतिहासिक मनुष्य अपने प्रयोजनों के लिए पत्थरों का उपयोग करते थे| इस युग को तीन भाग पुरापाषाण युग, मध्य पाषाण युग और नवपाषाण युग में बांटा गया है| यहाँ हम भारतीय पाषाण युग का संक्षिप्त विवरण दे रहे हैं जो UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS और Railways जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है|

मध्य पाषाण काल की खोज किसने की - madhy paashaan kaal kee khoj kisane kee

डेनिश विद्वान क्रिस्टियन जे. थॉमसन ने 19 वीं सदी में मानव अतीत के अध्ययन के क्रम में तकनीकी ढांचे के आधार पर सर्वप्रथम 'पाषाण युग' शब्द का प्रयोग किया| पाषाण युग के रूप में उस युग को परिभाषित किया गया है जब प्रागैतिहासिक मनुष्य अपने प्रयोजनों के लिए पत्थरों का उपयोग करते थे| इस युग को तीन भाग पुरापाषाण युग, मध्य पाषाण युग और नवपाषाण युग में बांटा गया है|

मध्य पाषाण काल की खोज किसने की - madhy paashaan kaal kee khoj kisane kee

यहाँ हम भारतीय पाषाण युग का संक्षिप्त विवरण दे रहे हैं जो UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS और Railways जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है|

पुरापाषाण काल (10000 ई.पू. तक)

1. इसकी शुरूआत प्रतिनूतन युग (2000000 ई.पू. से 11000 ई.पू.) में हुई|  
2. भारत में सर्वप्रथम पुरापाषाण कालीन चट्टान की खोज रॉबर्ट ब्रूस फूटी ने 1863 में की थी|
3. भारत में पुरापाषाण अनुसंधान को 1935 में “डेटेरा और पैटरसन” के नेतृत्व में “येले कैम्ब्रिज अभियान” के आने के बाद बढ़ावा मिला है|
4. इस काल में अधिकांश उपकरण कठोर “क्वार्टजाइट” से बनाए जाते थे और इसलिए इस काल के लोगों को “क्वार्टजाइट मैन” भी कहा जाता है|
5. इस काल के लोग मुख्यतः “शिकारी” एवं “खाद्य संग्राहक” थे|
6. प्रारंभिक या निम्न पुरापाषाण काल का संबंध मुख्यतः हिम युग से है और इस काल के प्रमुख औजार हस्त-कुठार (hand-axe), विदारनी (cleaner) और कुल्हाड़ी (chopper) थे|
7. मध्य पुरापाषाण काल की प्रमुख विशेषता शल्क (flakes) से बने औजार हैं| इस काल के प्रमुख उपकरण ब्लेड, पॉइंट और स्क्रैपर थे|
8. उच्च पुरापाषाण काल में होमो सेपियन्स और नए चकमक पत्थर की उपस्थिति के निशान मिलते हैं| इसके अलावा छोटी मूर्तियों और कला एवं रीति-रिवाजों को दर्शाती अनेक कलाकृतियों की व्यापक उपस्थिति के निशान मिलते हैं| इस काल के प्रमुख औजार हड्डियों से निर्मित औजार, सुई, मछली पकड़ने के उपकरण, हारपून, ब्लेड और खुदाई वाले उपकरण थे|

मध्यपाषाण काल (10000- 4000 ई.पू.)

1. यह पुरापाषाण काल और नवपाषाण काल के बीच का काल है|
2. इस काल की मुख्य विशेषता “माइक्रोलिथ” (लघु पाषाण उपकरण) है|
3. “माइक्रोलिथ” (लघु पाषाण उपकरण) की खोज सर्वप्रथम कार्लाइल द्वारा 1867 में विंध्य क्षेत्र में की गई थी|
4. इस युग को “माइक्रोलिथक युग” के नाम से भी जाना जाता है|
5. इस काल के मनुष्यों का मुख्य पेशा शिकार करना, मछली पकड़ना और खाद्य-संग्रह करना था|
6. इस काल में पशुपालन की शुरूआत हुई थी जिसके प्रारंभिक निशान मध्य प्रदेश और राजस्थान से मिले हैं|

नवपाषाण काल (4000 ई.पू. से 1800 ई.पू. )

1. नवपाषाण कालीन उपकरण और औजारों की खोज 1860 में उत्तर प्रदेश में “ली मेसुरियर” द्वारा की गई थी|
2. “नवपाषाण” शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम “सर जॉन ल्यूबक” ने अपनी पुस्तक "प्रागैतिहासिक थीम्स" में की थी जो पहली बार 1865 में प्रकाशित हुआ था|
3. वी गार्डन चाइल्ड पहले व्यक्ति थे जिन्होंने “नवपाषाणकालीन ताम्रपाषाण युग” को आत्मनिर्भर खाद्य अर्थव्यवस्था के रूप में परिभाषित किया था|
4. नवपाषाण संस्कृति की प्रमुख विशेषता कृषि-कार्यों की शुरूआत, पशुपालन, पत्थरों के चिकने औजार और मिट्टी के बर्तनों का निर्माण है|

ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी पर सर्वप्रथम “प्लेस्टोसिन” युग में मानव का उद्भव “ऑस्ट्रेलोपिथिक्स” या “साउदर्न पीपल” (सर्वप्रथम अफ्रीका में) के रूप में हुआ था| महाराष्ट्र के “बोरी” नामक स्थान से प्राप्त साक्ष्य से पता चलता है कि भारत में मनुष्य का उद्भव “प्लेस्टोसिन” युग के दौरान हुआ था|

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मध्य पाषाण काल की खोज कब हुई?

मध्यपाषाण काल (अंग्रेजी Mesolithic) मनुष्य के विकास का वह अध्याय है जो पुरापाषाण काल और नवपाषाण काल मे मध्य मे आता है। इतिहासकार इस काल को १२,००० साल पूर्व से लेकर १०,००० साल पूर्व तक मानते है।

मध्य पाषाण काल में किसका आविष्कार हुआ?

मध्य पाषाण काल के लोग सबसे पहले पशुपालन की शुरुवात कर देते हैं । मध्य पाषाण काल में ही पत्थर के औजारों के साथ ही हड्डी और सिंह निर्मित औजार मिलने लगता है । ये लोग आग का प्रयोग शुरू कर देते हैं ।

मध्यपाषाण काल में मनुष्य किसकी पूजा करता था?

तकनीकी विकास और औजार :- नवपाषाण

मध्य पाषाण काल के दौरान क्या परिवर्तन हुए?

अत: इस काल में जलवायु गर्म व शुष्क हो गयी। पेड़, पौधों, जीव-जंतुओं की स्थिति में भी परिवर्तन आ गया। एक दृष्टि से मध्यपाषाण काल, पुरापाषाण काल एवं नवपाषाण काल के मध्य संक्रमण को रेखांकित करता है। इस काल में भी मनुष्य मुख्यतः शिकारी एवं खाद्य संग्राहक ही रहा, परन्तु शिकार करने की तकनीकी में परिवर्तन आ गया।