अनुसूचित जाति जनगणना 2011 Scheduled Caste Census 2011
MP के सर्वाधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या वाले जिलेMP के सर्वाधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या प्रतिशत वाले जिले
MP के सर्वाधिक अनुसूचित जाति दशकीय वृद्धि दर वाले जिले
MP के न्यूनतम अनुसूचित जाति जनसंख्या वाले जिले
MP के न्यूनतम अनुसूचित जाति जनसंख्या प्रतिशत वाले जिले
MP के न्यूनतम अनुसूचित जाति दशकीय वृद्धि दर वाले जिले
मध्य प्रदेश में प्रमुख जातियाँचर्मशिल्पी- राज्य की इस सर्वप्रमुख जाति (47.33 प्रतिशत) में चमारी, बैखा,शाम्बी, जाटव, मोची, रागर, नोना, रोहिदास, सतनामी, भंगन, रैदास और अहिरवार आदि उपजातियां शामिल हैं। खटीक- राज्य की दूसरी बड़ी जाति है। भंगी- अनुसूचित जाति का 16 प्रतिशत भंगी जाति समूह है। बलाई- कुल अनुसूचित जाति का प्रतिशत बलाई जाति है। बेडि़या- सागर में निवासरत बेडि़या जाति वेश्यावृत्ति के वंशानुगत पेशे से जुड़ी रही है। सरकार ने इस प्रथा से मुक्ति हेतु जाबलि योजना चलाई है। लखारा- लाख का काम करने वाली एक जाति का नाम लखारा जाति है, जिसके स्त्री पुरूष दोनों पारम्परिक रूप से लाखकर्म में दक्ष होते हैं। उज्जैन, इंदौर, रतलाम, मंदसौर, महेश्वर इसके परम्परागत केन्द्रों में से हैं। बसोड़- बालाघाट की यह जाति बांस शिल्प में पारंगत है। अन्य जातियां- अवधोलिया, बागदी, बागरी, सोनकर, बारगुण्डा, चदार, होलिया, चीदार, कंजा, नट, माग, दहात, दोहात आदि। अनुसूचित जाति के संबंध में प्रशासनिक व्यवस्थामध्य प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग
आयोग के कार्य
मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति सलाहकार मंडलभारतीय संविधान के अनुच्छेद 244(1) के तहत मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति सलाहकार मण्डल का गठन किया गया है। उद्देश्य- प्रदेश में अनुसूचित क्षेत्रों के प्रशासन और नियंत्रण तथा इन के हितों की रक्षार्थ सुझाव देना। अनुसूचित जाति के संबध में प्रमुख तथ्य
संगठन- इसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री एवं उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के मंत्री होते हैं। मंडल में 25 सदस्य होते हैं। मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति सहकारी वित्त एवं विकास निगम 1979
अनुसूचित जाति उप-योजना
अनुसूचित जाति और जनजाति का संवैधिानिक प्रावधान
मध्य प्रदेश में एससी में कौन कौन सी जाति आती है?मध्यप्रदेश की अनुसूचित जाति की लिस्ट | Madhya Pradesh SC Caste List in Hindi. अहीर, ब्रजवासी, गवली, गोली, जादव (यादव) बरगाही, बरगाह, थेथवार, राउत गोवारी (ग्वारी) गौरा, गवरी, ग्वाड़ा, गोवारी महाकुल (राउत) महकुल, गोप गवाली, लिंगायत, गोपाल।. असरा, असदा. बैरागी (वैष्णव). St में कितनी जाति आती है?एसटी कास्ट लिस्ट-
असुर, अगरिया, बेगा, बनजारा, बेदिया बिझिया, बिरहोर, विरजिया, चेरो, चिक बराइक, गोंड, गोराइत, करमाली, खरिया, खरवार, खोंड, किसान, नगेसिया, कोरा, कोरवा, लोहार, माहली, माल पहरिया, कुमारभाग पहरिया , मुंडा, पातार, उराव, धानगर परहैया संथाल, सोरिया पहाड़िया, सावर, कवार, कोल, थारू, आदि.
SC कौन सा वर्ग में आता है?SC या schedule caste हिन्दू धर्म की वो जातियां हैं और ST या schedule tribe समाज के वो आदिवासी समुदाय के लोग हैं जिनको समाज में शोषण का सामना करना पड़ता है. SC और ST वर्ग के लोगों को दैनिक जरूरत की चीजें जैसे बिजली, गैस, पक्का घर इत्यादि के आभाव में अपना जीवन व्यतित करना पड़ता है.
मप्र में कितनी अनुसूचित जातियां हैं?चर्मशिल्पी- राज्य की इस सर्वप्रमुख जाति (47.33 प्रतिशत) में चमारी, बैखा,शाम्बी, जाटव, मोची, रागर, नोना, रोहिदास, सतनामी, भंगन, रैदास और अहिरवार आदि उपजातियां शामिल हैं। खटीक- राज्य की दूसरी बड़ी जाति है। भंगी- अनुसूचित जाति का 16 प्रतिशत भंगी जाति समूह है।
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