Solution : सभी मनुष्य एक ही ईश्वर की सन्तान हैं और प्रत्येक व्यक्ति हमारा भाई-बन्धु है। इसलिए दूसरों की सहायता करना आवश्यक है। कर्मों के आधार पर बाहरी रूप से अन्तर हो सकते हैं परन्तु सभी भाई-भाई हैं। यही सबसे बड़ा विवेक अर्थात् ज्ञान है। धैर्य, परोपकार, सहानुभूति, दया, करुणा, उदारता, सहयोग इत्यादि के गुण आवश्यक हैं। Show Solution : कवि मैथिलीशरण जी के अनुसार सभी मनुष्यों के प्रति बंधुत्व की भावना रखना ही सबसे बड़ा विवेक है। हम सभी एक ही परमपिता परमेश्वर की संतान हैं, अतः सभी प्राणियों में हमें उसी का अंश देखना चाहिए। हमारी आत्मा एक है भले ही बाह्य रूप कितना भी अलग क्यों न हो। 11 सबसे बड़ा विवेक क्या है?यही सबसे बड़ा विवेक अर्थात ज्ञान है। धैर्य परोपकार सहानुभूति दया, करूणा, उदारता, सहयोग इत्यादि के गुण आवश्यक है।
कवि के अनुसार सबसे ु े बड़ा विवेक क्या है?Solution : कवि मैथिलीशरण जी के अनुसार सभी मनुष्यों के प्रति बंधुत्व की भावना रखना ही सबसे बड़ा विवेक है। हम सभी एक ही परमपिता परमेश्वर की संतान हैं, अतः सभी प्राणियों में हमें उसी का अंश देखना चाहिए।
सबसे बड़ा विवेक क्या है पाठ मनुष्यता के आधार पर बताइए?Solution : सभी मनुष्य एक ही ईश्वर की सन्तान हैं और प्रत्येक व्यक्ति हमारा भाई-बन्धु है। इसलिए दूसरों की सहायता करना आवश्यक है। कर्मों के आधार पर बाहरी रूप से अन्तर हो सकते हैं परन्तु सभी भाई-भाई हैं। यही सबसे बड़ा विवेक अर्थात् ज्ञान है।
मानव जाति का सबसे बड़ा अनर्थ क्या है?इतना जानने के बाद भी कोई मनुष्य दूसरे मनुष्य की अर्थात् अपने भाई की मदद न करे और उसकी व्यथा दूर न करे तो वह सबसे बड़े अनर्थ हैं। इसका कारण यह है कि ऐसा न करके मनुष्य अपनी मनुष्यता को कलंकित करता है।
|