मनुष्य के आहार नाल में अवशेषी अंग है - manushy ke aahaar naal mein avasheshee ang hai

फिल्म राजकुमार को सुनें मानव आहार नाल में औषधि अवशेषी अंग कौन सा है ठीक है 4 आसन सबसे पहले कौन है दूसरा अपेंडिक्स है इस राशि क्रम है तथा रेक्टम ठीक है सबसे बड़ा ना समझते होता क्या है ठीक है तो आहार नाल जो होता है वह महुआ से लेकर ठीक है नहीं करता तब तक ठीक है ना बोलते हैं तो इसके बहुत सारे पार्ट होते हैं छोटी आंत बड़ी आंत ठीक है हम आपसे इस तरह से तो इसमें उसे सिंह कौन सा होता है ठीक है तो जो बड़ी जांच होती है ठीक है बड़ी आंखें बहुत सारी यहां पर कह सकते हो ठीक है अंग होते हैं और इसमें अवशेषी अंग में पाए जाते हैं ठीक है फिर से सबसे जो कह सकते हो मुख्य अवशेषी अंग है उसका नाम है ठीक है अपेंडिक्स क्या नाम है अपेंडिक्स ठीक है बढ़िया सी कम भाग होता है ठीक है और सब ठीक है हमसे यहां पर कह सकते हो अंगुली समान

ससुरा निकलती यहां पर ठीक है इसी को बोलते हैं अपेंडिक्स जो किया उसे ही होता है अब हाउस एशियन का मतलब क्या होता है ठीक है जिसका कोई कार्य न हो ठीक है जिसका जिसका जिसका कोई उपयोग ना हो ऐसा कह सकते हो ठीक है मैं तो शरीर में कोई उपयोग ना हो कोई कारण ना करें ठीक है इसलिए नहीं क्या बोल दिया जाता है और सीसीटीवी कैमरे कौन सा सही होगा सबसे पहले कॉलेज ठीक है तो कॉल में गलत हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं कह सकते हो ठीक है जो ट्रांसफर पाठ हो सकते इसे एसेंडिंग डिसेंडिंग बोलते हैं कि गलत हो जाएगा दूसरा पंडित लाइट हो जाएगा ठीक है तीसरा सी कम ठीक है तू इस तरह से संरचना जो होती है उसे सही कम बोलते बढ़िया से होती तो एकदम ठीक है जो सिर्फ तुम बोलते हैं ठीक है इसी के द्वारा नमन बाहर निकलता है तो या कैसे-कैसे तो एकत्रित हो जाए तो उसको शंकर आइटम सुना मारा हो जाएगा सेकंड फर्स्ट थर्ड फोर्थ जाएगा

मनुष्य के आहार नाल में अवशेषी अंग कौन सा है?

पहला है अपेंडिक्स। जानते होंगे आप। तब काम आता था जब हमारे पूर्वज घास फूंस खाया करते होंगे।

मनुष्य के अवशेषी अंग कौन कौन से हैं?

हेलिक्स (कान के बाहरी किनारा) को एक अवशेषी संरचना के रूप में जाना जाता है। कान में अविकसित मांसपेशियाँ हमें कानों की गति के बारे में जानने हेतु असमर्थ बनाती हैं। Q. उपरोक्त में से कौन सा अवशेषी अंगों/ऊतक का हिस्सा है?

अवशेषी अंग क्या है एक उदाहरण दें?

Solution : जीवो के शरीर में कुछ ऐसे अंग पाये जाते है, जिनकी शरीर में कोई आवश्यकता नहीं होती। इन अंगो को अवशेषी अंग कहते है। ऐसा माना जाता है कि पूर्व में ये सक्रिय रहे होंगे लेकिन वातावरण अनुकूलनों के कारण कालान्तर में निष्क्रिय हो गये। मनुष्य की अपेण्डिक्स, पूँछ कशेरुकाएँ, आँख की कन्जक्टाइवा इसके उदाहरण है।