महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को क्या सिखाया? - maharshi vishvaamitr ne raam aur lakshman ko kya sikhaaya?

महाऋषि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को कौन सी विद्या सिखाई थी ?...

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महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को क्या सिखाया? - maharshi vishvaamitr ne raam aur lakshman ko kya sikhaaya?

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महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को जो मुख्य विद्या सिखाई थी वह विद्यार्थी परा विद्या और अपरा विद्या परा और अपरा विद्या क्या है तो अपरा विद्या वह है जो हम उस समय जो पढ़ाई होती थी वेद शास्त्र उपनिषद नीति नियम धर्म इसकी विद्या या अपरा विद्या विद्या दूसरी विद्या इस विद्या के अंतर्गत विद्यार्थियों को प्रकट करने की शक्ति आकाशीय पिंडों को प्रकट करने की शक्ति अदृश्य होने की शक्ति ऊपर उठ रखने की शक्ति यह सब विद्या विद्या के अंतर्गत आती मतलब होता है जो हमारी सोच से परे है जो अदृश्य है लेकिन वह है ऐसा ही होता है ब्रह्मांड में हम जो भी बोलते हैं अभी जो हम बोल रहे हैं आप जो सुन रहे हैं आप जो बोलेंगे कोई भी शब्द ब्रह्मांड में खत्म नहीं होता नियम है या विज्ञान का भी और धर्म का की ऊर्जा का ह्रास नहीं होता है उर्जा रूपांतरित होती है इनर्जी का लॉस कभी नहीं होता एनर्जी केवल परिवर्तित होती है और धर्म कहता है कि शब्द का कभी नाश नहीं होता शब्द इस ब्रम्हांड में घूमते रहते हैं जिनके पास व सकती हो उस शब्द को वापस लाने की वह उस शब्द का उच्चारण अगर उसी तरीके से कर बैठते हैं तो वह शक्ति वापस उसमें भी आ जाती है और मंत्र शक्ति वही चीज है मंत्र के द्वारा आह्वान कर के किसी अस्त्र-शस्त्र को प्रकट करने की शक्ति चुकी यह शिव ने ही शुरू किया था आधी समय में जो आदि पुरुष हुए तो उन्होंने ही शुरू किया था फिर वह ब्रह्मांड में शब्द रह गया उस शब्द को जिसने अपनी आत्मज्ञान के द्वारा देख कर प्रत्यक्ष कर के उस मंत्र के द्वारा जो भी आह्वान करेगा उसके सामने वह अस्त्र-शस्त्र आज आएंगे सबके अपने-अपने मंत्र हैं सबकी अपनी-अपनी उच्चारण से ली है और शब्द ब्रह्मांड में बिल्कुल जीवन हमेशा रहते हैं वह बिचड़ते रहते हैं तो वहीं बिद्यापारा विद्या है उसके अंतर्गत अदृश्य क्षत्रिय होने की शक्ति रूप परिवर्तित करने की शक्ति अस्त्र शस्त्र प्रकट करने की शक्ति आह्वान करने की शक्ति और जमीन से ऊपर उठ जाने की शक्ति उठकर लड़ने की यह सब शक्ति परा विद्या के अंतर्गत आती है यह एक तरह से गुप्त विद्या है यह एक तरह से भैरवी विद्या है यह एक तरह से कुंडलिनी विद्या

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महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को क्या सिखाया? - maharshi vishvaamitr ne raam aur lakshman ko kya sikhaaya?

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  • महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को कौन सी विद्या सिखाई थी - maharshi vishwamitra ne ram aur lakshman ko kaun si vidya sikhai thi
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हेलो फ्रेंड्स मैं अजय कुमार मोटिवेशनल स्पीकर लाइफ कोच आपका प्रश्न है विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को कौन सी विद्या सिखाई विश्वामित्र जी ने राम और लक्ष्मण को धनुर्विद्या सिखाई थी

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ऋषि मुनियों की रक्षा के लिए राम लक्ष्मण को वन लेकर गए विश्वामित्र

रामलीला पात्र परिषद द्वारा आयोजित रामलीला के दूसरे दिन राम जन्म, सीता जन्म, प्रभु राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन के शिक्षा ग्रहण करने, विश्वामित्र द्वारा राम लक्ष्मण को अयोध्या से लेकर जाने की लीला का...

Newswrapहिन्दुस्तान टीम,रुद्रपुरSun, 29 Sep 2019 07:50 PM

रामलीला पात्र परिषद द्वारा आयोजित रामलीला के दूसरे दिन राम जन्म, सीता जन्म, प्रभु राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन के शिक्षा ग्रहण करने, विश्वामित्र द्वारा राम लक्ष्मण को अयोध्या से लेकर जाने की लीला का मंचन किया गया। मेलाघाट रोड स्थित रामलीला मैदान में चल रही रामलीला में प्रभु राम व लक्ष्मण की धनुर्विद्या की ख्याती सुनकर ऋषि विश्वामित्र उन्हें राजा दशरथ से मांगने आते हैं। विश्वामित्र राजा दशरथ से कहते हैं कि जंगल में असुर उन्हें पूजा, हवन नहीं करने देते। ऋषि मुनियों को परेशान करते हैं। असुरों से हमे राम और लक्ष्मण ही बचा सकते हैं। दशरथ कहते हैं कि मेरे राम लखन अभी बालक हैं। वह ताकतवर असुरों से कैसे युद्ध कर पाएंगे। विश्वामित्र राम लक्ष्मण को लेकर जाने की जिद्द करते हैं। विश्वमित्र के नहीं मानने पर राजा दशरथ ने प्रभु राम और लक्ष्मण दोनों भाईयों को ऋषि मुनियों की रक्षा के लिए विश्वामित्र के साथ वन में भेज दिया।

महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को क्या सिखाया? - maharshi vishvaamitr ne raam aur lakshman ko kya sikhaaya?

विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को कौन सी विद्याएं सिखाई थीं?

विश्वामित्र ने दोनों भाइयों को 'बला-अतिबला' नाम की विद्याएँ सिखाईं। रात में वे लोग वहीं सोए ।

महर्षि विश्वामित्र ने राम लक्ष्मण को जो बला अतिबला विद्या सिखाई उसकी क्या विशेषता थी *?

बला विद्या से साधक भूख प्यास आदि विकारों से रहित हो जाता था । यही कारण था कि लक्ष्मण चौदह वर्षों तक बिना भोजन किए रह सके । अतिबला विद्या वह विद्या थी जिससे योद्या एक लंबे समय तक बिना थके युद्ध कर सकता था जिससे रण कोशल में वृद्धि होती थी । तो यह थी विश्वामित्र द्वारा राम को दी गई विशेष विद्याएं ।

राम और लक्ष्मण को विश्वामित्र अपने साथ क्यों ले गए?

दशरथ कहते हैं कि मेरे राम लखन अभी बालक हैं। वह ताकतवर असुरों से कैसे युद्ध कर पाएंगे। विश्वामित्र राम लक्ष्मण को लेकर जाने की जिद्द करते हैं। विश्वमित्र के नहीं मानने पर राजा दशरथ ने प्रभु राम और लक्ष्मण दोनों भाईयों को ऋषि मुनियों की रक्षा के लिए विश्वामित्र के साथ वन में भेज दिया।

विश्वामित्र अनुष्ठान पूरा होने के बाद राम और लक्ष्मण को लेकर कहाँ गए थे?

उन्होंने यज्ञ की रक्षा के लिए राम-लक्ष्मण को साथ ले जाने की बात कही। इच्छा न होते हुए भी महाराज दशरथ कुल गुरु वशिष्ठ कहने पर राम-लक्ष्मण को भेज दिये। दूसरे दृश्य में मुनि विश्वामित्र राम-लक्ष्मण को लेकर आश्रम पहुंचते हैं और पुन: यज्ञ शुरू करते हैं। यज्ञ की रक्षा राम-लक्ष्मण करते हैं।