मोहन कक्षा में पढ़ रहा है वाक्य में कक्षा में पद का पद परिचय क्या होगा - mohan kaksha mein padh raha hai vaaky mein kaksha mein pad ka pad parichay kya hoga

मोहन कक्षा में पढ़ रहा है वाक्य में कक्षा में पद का पद परिचय क्या होगा - mohan kaksha mein padh raha hai vaaky mein kaksha mein pad ka pad parichay kya hoga


पद-परिचय की परिभाषा तथा उदाहरण

पद-परिचय:-

पदों का व्याकरण के रूप से परिचय देना पर परिचय कहलाता है

उदाहरण:-

1. सुरेश नौवीं कक्षा में खड़ा है।

सुरेश- व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक

नौवीं- संख्यावाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन, 'कक्षा' का विशेषण

कक्षा में- जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, अधिकरण कारक

खड़ा है- अकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल

2. सफेद हाथी तेज दौड़ता है।

सफेद- गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, 'हाथी' का विशेषण

हाथी- जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक

तेज-  रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय

दौड़ता है- अकर्मक क्रिया, वर्तमान काल, पुल्लिंग, एकवचन

3. दौड़कर जाओ और मार्किट से कुछ तो लाओ।

दौड़कर- रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय

मार्किट- जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अपादान कारक

कुछ- अनिश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक

पिछ्ली परीक्षाओं में आए प्रश्न

4. हम सब झारखण्ड घूमने गए।

हम सब- पुरुषवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्ता कारक

5. सोहन आठवीं कक्षा में उपस्थित  है।

आठवीं- संख्यावाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन, 'कक्षा' का विशेषण

6. बीरबल अकबर के मंत्री थे।

अकबर- व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, संबंध कारक, पुल्लिंग

7. वह रोज घूमने जाता है।

रोज- कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय

8. वह इस बीमारी को नहीं सह सकेगा।

बीमारी- भाववाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक

9. वीर आदमी सबकी प्रशंसा प्राप्त करता है।

वीर- गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, 'आदमी' का विशेषण

10. अत्यधिक जन वहाँँ जमा हो गए थे।

अत्यधिक- संख्यावाचक विशेषण, पुल्लिंग, बहुवचन, 'जन' का विशेषण

11. सीता ने कक्षा में द्वितीय स्थान पाया।

सीता- व्यक्तिवाचक संज्ञा, कर्ता कारक, स्त्रीलिंग, एकवचन

12. वह उसकी बात पर तेज-तेज हँसा।

तेज-तेज- परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय

13. वह विद्यालय से अभी अभी गया है।

विद्यालय से- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, अपादान कारक

14. रीमा स्कूटी से गई।

स्कूटी से- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, करण कारक

15. मोहन इसी घर में रहता था।

 मोहन- व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक

16. वह पुस्तिका मेरे बड़े भाई की है।

पुस्तिका- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक

17. कमल यहां क्यों आई है?

 कमल- व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक

18. झोपड़ी में कौन रहता है?

झोपड़ी में- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, अधिकरण कारक

अन्य उदाहरण

19. यह पुस्तिका है।

यह- सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, 'पुस्तिका' का विशेषण

20. वह बोलता रहता थी।

वह- पुरुषवाचक सर्वनाम, विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक

21. यह लड़की  बहुत मेधावी है।

लड़की- जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक

22. मैं धीरे धीरे चलता हूँँ।

धीरे धीरे - रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय

23. मैं उसे कलकत्ता में मिलूँँगा।

कलकत्ता- व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक

24. सीमा पत्रिका लिखती है।

पत्रिका- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक

25. अरे! क्या चौका मारा है। 

अरे- विस्मयादिबोधक अव्यय

26. कितना सुन्दर फूल हैं!

सुन्दर- गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, 'फूल' का विशेषण

27. हम उसे यही मिले थे।

मिले- अकर्मक क्रिया, भूतकाल, पुल्लिंग, बहुवचन

28. हम  कल बनारस जाएँगे।

 हम - पुरुषवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्ता कारक

29. शेर माँसाहारी पशु है।

माँसाहारी- गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, 'पशु' का विशेषण

30. उसकी खिड़की पर कोई खड़ा है।

खिड़की- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंगओ, अधिकरण कारक

31. महादेवी वर्मा ने कविताएँ लिखी थी।

कविताएँ- जातिवाचक संज्ञा, बहुवचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक

32. हम उद्यान में टहलने गए।

उद्यान में- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक

33. स्वतन्त्रता दिवस पर हर जगह राष्ट्रीय झंडा लहराया जाता है।

स्वतन्त्रता- गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, 'दिवस' का विशेषण

34. उस घर में एक शेर रहता था।

घर में- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक

35. रोहन ने राम को बुरी तरह पीटा

पीटा- सकर्मक क्रिया, भूतकाल, पुल्लिंग, कवचन

36. गाँधी जी जहाँँ जहाँँ भी गए, हर जगह स्वागत हुआ।

गाँधी जी- व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक

37. हम सब अपने भारत पर मर मिटेंगे।

मर मिटेंगे- अकर्मक, पुल्लिंग, बहुवचन

38. बाजार से थोड़ा अनाज ले आना।

थोड़ा- परिमाणवाचक विशेषण, बहुवचन,  'अनाज' का विशेषण

39. बीमारी के कारण  वह चल नहीं पाई।

के कारण- संबंधबोधक अव्यय

40. हिमालय संसार का सबसे ऊँँचा पहाड़ है।

पहाड़- जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन

41. सोनू लाल पतंग उड़ा रहा है।

पतंग- जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्म कारक

42. विश्व में सदा सुखी कौन रहता है!

विश्व में- जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक

43. सच की हमेेशा जीत होती है।

सच की- भाववाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, संबंध कारक

44. पहाड़ो पर हमेेशा बर्फ रहती है।

पहाड़ो पर-  जातिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक

45. मोनू विद्यालय में नहीं है।

विद्यालय में - जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, अधिकरण कारक

अभ्यास कीजिए

46. हम मनाली घूमने गए।

47. सच्चाई बड़ी दुर्लभ वस्तु है।

48. यह पुस्तक मेरी है।

49. सुमन ने काम पूरा नही किया।

50. वह उसकी बात चुपचाप सुन रहा है।

51. शीला पुस्तिका पढ़ती है।

52. पुनीत दसवीं कक्षा में फेेल हो गया।

53. वह बाजार गया।

54. रोज़ी स्कूल गई।

55. वह क्लास में सो गया है।

56. आभास बाजार गया।

57. रीना सातवीं कक्षा में पढ़ती है।

58. हम कुल्लू घूमने गए।

धन्यवाद...!!!

कक्षा का पद परिचय क्या होगा?

पद परिचय की उदाहरण दसवीं – विशेषण, क्रमसूचक, संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, 'कक्षा' विशेष्य का विशेषण। कक्षा में- संज्ञा, जातिवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, अधिकरण कारक। पढ़ता था – अकर्मक क्रिया, पढ़ धातु, अन्य पुरुष, पुल्लिग, एकवचन, भूतकाल, कर्तृवाच्य, इसका कर्ता विजय।

लड़के स्कूल जा रहे हैं वाक्य में स्कूल का पद परिचय क्या होगा?

'लड़के स्कूल जा रहे हैंस्कूल : जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, लड़के कर्ता का कर्म। लड़के : जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्ताकारक।

पद परिचय कैसे पहचाने?

इस वाक्य में 'जिसे', 'आप लोगों ने', 'उसे' और 'अपने' पद सर्वनाम हैं। इसका पद परिचय इस प्रकार होगा। जिसे : अन्य पुरुष, सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक। आप लोगों ने : पुरुषवाचक सर्वनाम, मध्यम पुरुष, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्ता कारक।

पद परिचय क्या होता है उदाहरण सहित लिखिए?

पद-परिचय की परिभाषा – Pad Parichay Definition जैसे हम अपना परिचय देते हैं, ठीक उसी प्रकार एक वाक्य में जितने शब्द होते हैं, उनका भी परिचय हुआ करता है। वाक्य में प्रयुक्त प्रत्येक सार्थक शब्द को पद कहते है तथा उन शब्दों के व्याकरणिक परिचय को पद-परिचय, पद-व्याख्या या पदान्वय कहते है।