(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.) Show नंदिनी 35 साल की हैं. दिल्ली की रहने वाली हैं. वो खुद को बहुत लकी मानती थीं क्योंकि उन्हें कभी भी पीरियड्स से जुड़ी कोई प्रॉब्लम नहीं हुई. वो अपनी उन दोस्तों की बातें सुनती थीं जिन्हें PCOS, PCOD या
एंडोमेटरिओसिस जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स थीं. इनके कारण किसी-किसी को 3-4 महीने तक पीरियड्स नहीं होते थे. बहुत हैवी ब्लीडिंग होती थी. पीरियड्स के दौरान बर्दाश्त से ज़्यादा दर्द होता था. फाइब्रॉएड क्या होता है?ये हमें बताया डॉक्टर योगिता पराशर ने. डॉक्टर योगिता पराशर, स्त्री रोग विशेषज्ञ, मणिपाल हॉस्पिटल, नई दिल्ली -फाइब्रॉएड औरतों में पाई जाने वाली सबसे आम प्रॉब्लम है. लक्षण -आमतौर पर फाइब्रॉएड 3 तरह के होते हैं. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, 40 पार होती है तब तक 80 प्रतिशत महिलाओं को फाइब्रॉएड हो जाते हैं -या ये रसौलियां ऊपर और बाहर की तरफ़ होती है जिसे सबसेरोसल फाइब्रॉएड कहते हैं. डायग्नोसिस -लक्षण महसूस होने पर स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें. हेल्थ रिस्क -आमतौर पर इन रसोलियों का कैंसर से लेना-देना नहीं होता. केवल 0.1 प्रतिशत रसौलियां आगे जाकर कैंसर में बदल सकती हैं -ऐसे में बेहतर यही रहता है कि इनका इलाज करवाकर हटा दिया जाए. इलाज -लोगों को समझ में नहीं आता कि दवाइयों से इलाज करवाएं या सर्जरी करवाएं. बचाव-बचाव के बहुत सारे तरीके नहीं हैं, पर हेल्दी डाइट लें. Related Articlesलोगों को समझ में नहीं आता कि दवाइयों से इलाज करवाएं या सर्जरी करवाएं -अनीमिया से बचें. किन महिलाओं में ये ज़्यादा आम है? -आमतौर पर फाइब्रॉएड का कोई पुख्ता कारण मिला नहीं है. वीडियो बच्चेदानी में ट्यूमर होने के लक्षण क्या है?गर्भाशय में ट्यूमर होने की समस्या तेजी से बढ़ रही है।. पेट में दर्द, थकान व कमजोरी होना।. पीठ के निचले हिस्से में लगातार दर्द रहना।. मोनोपाज के बाद अचानक ब्लीडिंग शुरू हो जाना।. यूरिन के साथ खून आना, यूरिन पर बिल्कुल नियंत्रण न कर पाना।. मल त्याग के समय दर्द होना, ट्यूटर छोटी आंत, पेट व मूत्राशय पर दबाव डालती है।. क्या गर्भाशय का ट्यूमर खतरनाक है?गर्भाशय की अंदरूनी परत को एंडोमेट्रियम कहते हैं। इसी एंडोमेट्रियम की कोशिकाएं जब असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं, तो ये एंडोमेट्रियल कैंसर का कारण बनती हैं। एंडोमेट्रियल कैंसर खतरनाक है क्योंकि इसके कारण महिलाओं में मां बनने की क्षमता हमेशा के लिए खत्म हो सकती है। इसके अलावा ये कई अन्य परेशानियों का भी कारण बन सकता है।
बच्चेदानी पेट में ट्यूमर कैसे होता है?गर्भाशय कैंसर तब शुरू होता है जब गर्भाशय में स्वस्थ कोशिकाएं बदलकर नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं, जिससे एक ट्यूमर बन जाता है। एक ट्यूमर कैंसर या सौम्य हो सकता है। एक कैंसर युक्त ट्यूमर घातक होता है, जिसका मतलब है कि यह बढ़ सकता है और शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है।
गर्भाशय में ट्यूमर क्यों होता है?बिनाइन प्रॉलीफरेशन- इंज्यूरी के समय जब यूट्रस की कोशिकाएं बढ़ती हैं, तो कई बार वे ओवर ग्रो कर जाती हैं, जिससे ये ट्यूमर होने के खतरे बढ़ जाते हैं। इंफेक्शन- यूट्रस में इंफेक्शन के कारण भी यह ट्यूमर हो सकता है।
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