लेखक ने जापान में मानसिक रोग के क्या क्या कारण बताए हैं? - lekhak ne jaapaan mein maanasik rog ke kya kya kaaran batae hain?

जापानियों की सोचने की क्षमता बहुत तीव्र होती है। इसीलिए उनकी जीवन रफ्तार भी तेज होती है। जापानी लोग एक महीने का काम एक दिन में करने की क्षमता रखते हैं। इसी वजह से उनका दिमाग बहुत तेज चलता है। ज्यादा सोचने की वजह से उनके दिमाग का तनाव बढ़ जाता है और काम करना भी बंद कर देता है। जापान अमेरिका से प्रतिस्पर्धा रखता है। उनके जैसा या उनसे आगे निकलने के लिए भी वह अपने दिमाग को तेजी से चलाते हैं। जिससे जापान हर मामले में आगे निकल सके। इसी वजह से लेखक ने जापानियों के दिमाग में स्पीड का इंजन लगाने की बात कही है।

टीसेरेमनी में किसी भी काम को धीरेधीरे अंजाम दिया जाता है। इससे दिमाग की रफ्तार धीमी पड़ जाती है। व्यक्ति भविष्य को छोड़ वर्तमान में जीना सीख जाता है और यही सत्य है।


लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के क्या क्या कारण बताए हैं?

Solution : लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के कारण बताए हैं कि मनुष्य चलता नहीं दौड़ता है, बोलता नहीं बकता है, एक महीने का काम एक दिन में करना चाहता है। दिमाग हजार गुना अधिक गति से दौड़ता है। अत्यधिक तनाव बढ़ जाता है। मानसिक रोगों का प्रमुख कारण प्रतिस्पर्धा के कारण दिमाग का अनियंत्रित गति से कार्य करना है।

जापान में लोगों के मानसिक रोगों का मुख्य कारण क्या है?

Solution : (i) जापान के लोग प्रगति में अमेरिका से स्पर्धा करते हैं। <br> (ii) वे एक महीने का काम एक दिन में पूरा कर लेना चाहते हैं। <br> (iii) वे पहले से ही तेज चलने वाले दिमाग को और तेज चलाना चाहते हैं। <br> (iv) उनका मानसिक तनाव इतना बढ़ जाता है कि दिमाग का इंजन टूट जाता है।

झेन की देन में लेखक के मित्र ने जापान के बारे में क्या जानकारी दी?

लेखक ने जापानियों के दिमाग में 'स्पीड' का इंजन लगने की बात क्यों कही है? जापानी लोग उन्नति की होड़ में सबसे आगे हैं। वे महीने का काम एक दिन में करने का सोचते हैं। इसलिए लेखक ने जापानियों के दिमाग में स्पीड का इंजन लगने की बात कही है।

लेखक के मित्र ने जापान के लोगों को कौन सी बीमारी से ग्रसित बताया था?

लेखक के मित्र के अनुसार जापानी मानसिक रुग्णता से पीड़ित हैं। इसका कारण उनकी असीमित आकांक्षाएँ, उनको पूरा करने के लिए किया गया भागम-भाग भरा प्रयास, महीने का काम एक दिन में करने की चेष्टा, अमेरिका जैसे विकसित राष्ट्र से प्रतिस्पर्धा आदि है।