Show 1. 'कैदी और कोकिला' कविता के कवि का नाम क्या है?
B. मक्खनलाल चतुर्वेदी C. माकनलाल चतुर्वेदी D. मक्कन लाल चतुर्वेदी ANSWER= A. माखन लाल चतुर्वेदी 2. 'हिमकर निराश कर चला' में 'हिमकर' कौन है?
B. सर्दी C. चंद्रमा D. कवि का साथी ANSWER= C. चंद्रमा 3. कवि की 'कालिमामयी' सखी कौन है?
B. कोयल C. भँवरी D. रात ANSWER= B. कोयल 4. कवि ने कोयल के लिए किस विशेषण का प्रयोग किया है?
B. वेदना-सी C. मृदुल वैभव की रखवाली-सी D. ज्वालाओं-सी
ANSWER= C. मृदुल वैभव की रखवाली-सी 5. 'दावानल' कौन-सी आग होती है?
B. समुद्र की C. जंगल की D. ईर्ष्या की ANSWER= C. जंगल की 6. कवि ने कौन-से गहने पहने हुए हैं?
B. कड़ा C. हथकड़ी D. अंगूठी ANSWER= C. हथकड़ी 7. कवि का जेल रूपी संसार कितने फुट का है?
B. सात C. आठ D. दस ANSWER= D. दस 8. कवि का हृदय क्या कर रहा है?
B. रणभेरी बजा रहा है C. सो रहा है D. निरुत्साहित है ANSWER= B. रणभेरी बजा रहा है 9. कवि ने 'मोहन' किसे कहा है?
B. जेलर को C. कोयल को D. महात्मा गाँधी को
ANSWER= D. महात्मा गाँधी को 10. कवि ने विदेशी शासन की तुलना किससे की है?
B. तम से C. गम से D. भ्रम से ANSWER= B. तम से 11. कवि किस के काले घेरे में बंद है-
B. कायनात C. दीवार D. जज़बात ANSWER= C. दीवार 12. कोयल की कूक में कवि को किसका बीज बोआ हुआ लगता है-
B. समन्वय का C. विद्रोह का D. अहिंसा का ANSWER= C. विद्रोह का 13. कवि के लिए गुनाह क्या है-
B. हँसना C. खामोश रहना D. रोना ANSWER= D. रोना आपके टोटल मार्क्स कितने आए? ... कमेंट करना मत भूलना...!!! कवि ने कौन से गहने पहने हुए हैं *?Answer: आभूषण लोकसंस्कृति के लोकमान्य अंग हैं । सौंदर्य की बाहरी चमक-दमक से लेकर शील की भीतरी गुणवत्ता तक और व्यक्ति की वैयक्तिक रुचि से लेकर समाज की सांस्कृतिक चेतना तक आभूषणों का प्रभाव व्याप्त रहा है ।
कविता कैदी और कोकिला में कवि ने कौन से गहने पहने हुए हैं?उत्तर – माखन लाल चतुर्वेदी। 2.
कवि ने हथकड़ियों को क्या कहा है और क्यों?Answer: कवि ने हथकड़ियों की तुलना गहनों से की है क्योंकि भले ही यह कवि के लिए हथकड़ी है परन्तु यह ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गई पराधीनता है। यह ब्रिटिश राज का प्रतीक है, जो अंग्रेज़ों द्वारा पहनाया गया है।
कवि के लिए गुनाह क्या है?'कवि का रोना भी गुनाह है' से पता चलता है कि तत्कालीन परतंत्र भारत में स्वाधीनता सेनानियों और क्रांतिकारियों पर बहुत अत्याचार किए जाते थे। उन्हें आपस में मिलने भी नहीं दिया जाता था। उन्हें चोरों-लुटेरों के साथ एक की काल कोठरी में बंदी बनाकर रखा जाता था। बात-बात पर उन्हें गालियाँ दी जाती थीं।
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