कमर की नस दबने पर कौन सा योग करें? - kamar kee nas dabane par kaun sa yog karen?

Yoga Poses For Pinched Nerve: दबी हुई नसों की समस्या पैर से लेकर सिर और गर्दन तक पूरे शरीर में हो सकती है। जिसके कारण सूजन और गंभीर दर्द की समस्या होती है। नस दबने की समस्या तब होता है जब आपके शरीर किसी अंग की नस दबने से खून रुकने और जमा होने लगता है। अक्सर हम हाथ पैरों में सुन्नपन या पिन चुभने जैसी स्थिति का अनुभव करते हैं, यह स्थिति नस दबने और ब्लड सर्कुलेशन रुकने के कारण पैदा होती है। आमतौर पर यह समस्या अच्छे खानपान, एक्सरसाइज और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होने पर आसानी से ठीक हो जाती है, लेकिन जब नस दबने के कारण खून का संचार रुकने की समस्या कई दिनों तक बनी रहती है, तो इससे नसें ब्लॉक होने लगती हैं और उनमें सूजन पैदा होती है, जिससे गंभीर दर्द होता है।

दबी नस खोलने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलु नुस्खे आजमाते हैं, लेकिन फिर भी नसों में दर्द की समस्या बनी रहती है। अब सवाल यह है कि बंद नसें खोलने के लिए आप क्या कर सकते हैं? हम में से ज्यादातर लोग यह नहीं जानते हैं, कि योग करने से शरीर, मांसपेशियों और नसें न सिर्फ स्ट्रेच होती हैं, बल्कि योग करने से इनमें लचीलापन बढ़ता है, सूजन कम होती है और ब्लड फ्लो भी बढ़ता है। लेकिन लोग अक्सर पूछते हैं, दबी हुई नस खोलने के लिए कौन से योगासन बेस्ट हैं? इस लेख में हम आपको दबी नस खोलने के लिए 3 योगासन (dabi hui naso ke liye yoga) बता रहे हैं।

दबी हुई नस के लिए योग- dabi hui naso ke liye yoga

1.  अधोमुख श्वान आसन- Downward Facing Dog Pose

यह आसन नसों, मांसपेशियों को मजबूत बनता है, और ब्लड फ्लो बढ़ाने में मदद करता है। यह नसों को स्ट्रेच करने के लिए एक बेहतरीन व्यायाम है।

कैसे करें:

  • इसका अभ्यास करने के लिए अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं, फिर जमीन पर नीचे और झुकें। इस दौरान अपने घुटने और हाथ एकदम सीधा रखें। इस दौरान अपनी शरीर का आकार धनुष की की तरह बनाएं।
  • अब गहरी सांस लेते हुए कूल्हों पर भार या जोर डालें। हाथों जमीन पर टिकाएं, साथ ही कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं। इस दौरान आपका सिर जमीन की ओर और आंखें पैरों की तरफ होनी चाहिए। इस मुद्रा में जितनी देर हो सके रहने का प्रयास करें।

2. सुप्त पादांगुष्ठासन (Reclined Hand to Big Toe Pose)

यह आसन नसों और मांसपेशियों को स्ट्रेच करने में बहुत लाभकारी है, जिससे यह उन्हें लचीला बनाने और सूजन कम करने में मदद करता है। नसों में दर्द की समस्या में इसका अभ्यास बहुत लाभकारी है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और दबी नसों को खोलने में मदद करता है।

कैसे करें:

  • सुप्त पादांगुष्ठासन अभ्यास करने के लिए योग मैट पर शवासन मुद्रा में लेट जाएं। फिर धीरे-धीरे पैरों और पंजों स्ट्रेच करते हुए एड़ियों की मदद से पैरों को दबाएं। अपने घुटने को सीने तक लाएं। अपने दाएं पैर को छत की ओर स्ट्रेच करते हुए सीधी रखने की कोशिश करें।
  • हाथों को सीधा रखें, अब कंधों की मदद से फर्श पर दबाव बनाने की कोशिश करें। उसके बाद पैर पर दबाव देते हुए आगे की ओर फैलाएं। ध्यान रखें कि आपको दाएं पैरों को स्ट्रेच करते समय टांग के पिछले हिस्से पर ज्यादा दबाव नही डालना है।
  • अपने पैर को मोड़ते हुए बाएं पैर से 90 डिग्री कोण बनाने की कोशिश करें। लेकिन आपका बायां हिप्स जमीन के संपर्क में रहना चाहिए। 30 सैकंड इस मुद्रा में रहें। अब पैरों को जमीन पर ले आएं और शवासन की मुद्रा में वापस आएं।

3. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन साइटिका नसों के दर्द को खोलने और दर्द से राहत प्रदान करने के साथ ही बैली फैट कम करने में भी लाभकारी है।

कैसे करें:

  • इसका अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेटें। अब हाथों सिर के दोनों तरफ जमीन पर टिकाएं और हथेलियों को कंधों के बराबर ले जाएं। अब गहरी सांस लेते और हाथों को जमीन पर दबाते हुए शरीर को नाभि तक ऊपर की तरफ उठाएं।
  • उसके बाद सिर, फिर छाती और आखिर में पेट वाले हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं। अब सिर को ऊपर की ओर सांप के फन की तरह स्ट्रेच करें या खींचें। कुछ समय इस मुद्रा में रहें फिर वापस आ जाएं।

इन योगासनों का अभ्यास करने दबी नसों को खोलने में बहुत लाभकारी साबित हो सकता है, कोशिश करें कि कम से कम 30 मिनट इनका अभ्यास जरूर करें।

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Varicose Veins  : उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कई तरह की परेशानियां जन्म देती हैं। इन समस्याओं में घुटनों में दर्द, कमर दर्द जैसी परेशानी शामिल हैं। कमर दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें नस का दबना भी शामिल है। नस दबने की वजह से दर्द, प्रभावित हिस्से पर सुन्नता और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस होते हैं। हमारे शरीर के किसी भी हिस्से में नस दब सकती है। नस पर दबाव पड़ने की वजह से नस में संकुचित हो जाती है। नस दबने की वजह से कुछ स्थितियों में यह गंभीर रूप से डैमेज भी हो सकता है। नस दबने से बचाव नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसके दबने की क्रिया को हम धीमा कर सकते हैं। अगर आपके कमर में नस दब गई है तो इसके लिए सबसे पहले आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत है। खासतौर पर अगर आप धूम्रपान या फिर शराब का सेवन करते हैं तो इससे दूरी बना लें। इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपायों का भी सहारा ले सकते हैं। आइए जानते हैं कमर की नस दब ( varicose vein) जाए तो क्या करना चाहिए? 

कमर की नस दबने पर क्या करें?

कमर की नस दबने की वजह से लोगों को उठने-बैठने में काफी परेशानी हो सकती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप आयुर्वेदिक नुस्खे को ट्राई कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस आसान से नुस्खे के बारे में-

इसे भी पढ़ें - दबी हुई नस खोलने के 5 घरेलू उपाय जानें एक्सपर्ट से

आयुर्वेदिक लेप 

कमर की दबी नस को खोलने के लिए सबसे पहले आधा कप नारियल का तेल लें। इसमें 1 चम्मच काली मिर्च पाउजर, 2 चम्मच अदरक या फिर हल्दी का पाउडर, 10 से 15 बूंदें लैंवेडर और पुदीने का तेल डालकर मिक्स करें। इसके बाद इन सभी चीजों को हल्का सा गर्म करें। जब सभी चीजें अच्छी तरह से गर्म पा जाए तो इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं। नियमित रूप से इस तेल को कमर पर लगाने से दबी हुई नस को खोला जा सकता है।   

लहसुन का पेस्ट 

दबी नस को खोलने के लिए लहसुन काफी कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए लहसुन की 10 से 15 कलियों को पीसकर इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इसके अलावा आप लहसुन की कच्ची कलियों का सेवन कर सकते हैं। इससे आपको काफी आराम महसूस हो सकता है। 

सेंधा नमक के पानी से करें स्नान

कमर की दबी नस को खोलने के लिए सेंधा नमक के पानी से स्नान करना आपके लिए प्रभावी हो सकता है। इसके लिए नहाने के लिए हल्का सा गर्म पानी टब में डालें। इसके बाद इसमें सेंधा नमक की पोटली डालें। अब इस टब में कुछ समय के लिए बैठ जाएं। नियमित रूप से इस तरह सेंधा नमक से स्नान करने से कमर की दबी नस से आराम पा सकते हैं। 

कमर की दबी नस को खोलने के लिए आप इन असरदार नुस्खों को ट्राई कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ रही है तो इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। 

कमर की नस दब जाए तो क्या करें?

चूने का करें इस्तेमाल- दबी हुई नस को खोलने के लिए पान वाला चूना लें। इस चूने को पानी, दही, लस्सी या जूस में से किसी के साथ भी ले सकते हैं। आपको एक दिन में चुटकी भर चूना लेना है। इस बात का ध्यान रखें कि सुबह- सुबह खाली पेट इस नुस्खे क आजमाएं, जो आपकी दबी हुई नस को खोलने का काम करेगा।

नसों के लिए कौन सी एक्सरसाइज करें?

नसों की कमजोरी दूर करने के लिए योग.
बद्धकोणासन (Butterfly Pose) इस योगासन में आप तितली की मुद्रा में बैठकर अपने पैरों को हिलाते हैं। ... .
वज्रासन (Vajrasnas Pose) वज्रासन योगासन से पीठ और निचले हिस्से की नसों को मजबूत करने में मदद मिलती है। ... .
सुप्त मत्स्येन्द्रासन ( Supta Matsyendrasana) ... .
हलासन (Halasana pose).

कमर का नस दबने से क्या होता है?

ज्यादातर यह तकलीफ कमर के नीचे वाले हिस्से में होती है और दर्द टांग में निकलता है जिसको हम सिकाटिका का दर्द कहते हैं। जो कि नस के दबने और उसका दौरा रूकने की वजह से होती है और मरीज के पैर और टांग सुन्न भी रहने लगती है और यह तकलीफ धीरेधीरे बढऩे लगती है और मरीज का चलना, फिरना और खड़े होना भी मुश्किल हो जाता है।

कमर के दर्द के लिए कौन सा व्यायाम करें?

आज का योग: कमर दर्द से हैं बहुत परेशान, तो ये तीन योगासन आएंगे....
भुजंगासन कमर दर्द से राहत दिलाने के लिए भुजंगासन बेहद कारगर है। इस आसन में शरीर की मुद्रा फन उठाए सांप की तरह की होती है। ... .
शलभासन शलभासन भी पेट के बल लेट कर किया जाएगा। ... .
उष्ट्रासन उष्ट्रासन करने के लिए सबसे पहले आप घुटनों के बल बैठ जाएं।.

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