जीरा और अजवाइन खाने से क्या होता है? - jeera aur ajavain khaane se kya hota hai?

अजवाइन और जीरा की चाय पीने के फायदे
1. वजन कम करे
अजवाइन में थाइमोल नामक रसायन पाया जाता है जो वजन कम करने में मददगार होता है। तो वहीं अजवाइन पाचन को भी दुरुस्त  रखता है जिससे वजन ठीक रहता है। जीरा तो पहले ही फैट कटर के नाम से जाना जाता है। जीरे में तेजी से वजन कम करने की प्रॉपर्टीज होती हैं जिससे इन दोनों का साथ में सेवन करने से वजन कम होता है।
 2. संक्रमण को करे कम
अजवाइन की तासीर गर्म होती है। अजवाइन इंफेक्शन को भी कम करता है। जिन लोगों को अजवाइन सूट नहीं करती है तो उन्हें जीरे का पानी शहद डालकर दिया जाता है। वे कहती हैं कि अजवाइन बच्चों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। जो बच्चे अजवाइन की चाय नहीं पीते हैं वे उन्हें अजवाइन की पोटली सुंघा सकती हैं। 0 से 6 महीने के बच्चों के लिए भी फायदेमंद है।

3. शरीर के दर्द से दिलाए छुटकारा
अजवाइन गैस्ट्राइटिस की परेशानी से छुटकारा दिलाता है। अजवाइन में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर में इंफ्लामेशन को ठीक रखते हैं। जिससे शरीर के दर्द से छुटकारा मिलता है। आजकल कोविड के समय में लोग अजवाइन और जीरे की चाय इस परेशानी को कम करने के लिए पी सकते हैं। 

4. खांसी और जुकाम में सहायक
बदलते मौसम की जो बीमारियां हैं जैसे खांसी, जुकाम जकड़न आदि में अजवाइन और जीरा की चाय मददगार है। अजवाइन हमारे शरीर के टेंपरेचर को कंट्रोल करती है और जीरा फैट कटर है। वायरल इंफेक्शन होने पर इम्युनिटी कम हो जाती है ऐसे में यह चाय काफी फायदेमंद है।

5. अस्थमा में मददगार
अस्थमा की परेशानी में सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होती है। ऐसे मरीजों के लिए अजवाइन फायदेमंद है। अजवाइन अस्थमा का इलाज नहीं है। पर अजवाइन की महक इतनी तेज होती है कि अस्थमा के रोगियों के लिए इसकी महक ही काफी होती है। अजवाइन की चाय की महक से ही सांस लेने का रास्ता खुल जाता है, जिससे अस्थमा रोगियों को मदद मिलती है।

6. स्वस्थ त्वचा के लिए चाय
जीरा एक डिटॉक्स चाय है। इससे शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं। जीरे की चाय पीने से भूख बार-बार नहीं लगती है जिससे पाचन दुरुस्त रहता है। साथ ही यह त्वचा को भी निखारता है। जीरे में विटामिन ई पाया जाता है जो स्वस्थ त्वचा के लिए फायदेमंद है। 

7. पाचन में मददगार
अजवाइन में पाया जाने वाला थाइमोल एसेंशियल ऑयल पाचन क्षमता को दुरुस्त करने में मदद करता है। इसके अलावा यह एसिडीटी को भी ठीक करती है। इसलिए अजवाइन और जीरा का चाय फायदेमंद है। 

 8. सांसों की बदबू करे दूर
अजवाइन एक खूशबूदार मसाला है, जो सांसों की बदबू कम करने में मददगार है। विशेषज्ञों का मानना है कि रोजाना इसकी चाय पीने से सांसों की बदबू के साथ-साथ दांतों की समस्याएं भी दूर होती हैं।

यह भी पढ़ें : कच्चा जीरा खाने स्वास्थ को मिलते हैं कई फायदे दूर होती हैं कई समस्याएं

जीरा और अजवाइन की चाय पीने से पेट की गैस में बहुत सहायता मिलती है। किसी को अपच या कब्ज होती हो तो वो भी जीरा और अजवाइन की चाय का सेवन एक साथ कर सकते हैं। इससे उनकी परेशानी में सहायता मिलेगी। 

जीरा और अजवाइन में इतने गुण होते हैं कि वे शरीर की इम्युनिटी बढ़ने के अलावा कई अन्य फायदे मिलते हैं। इससे वजन कम होने से लेकर गैस, डायरिया कई बीमारियों में फायदा मिलता है। 

अजवाइन जीरा सौंफ खाने से क्या होता है?

जीरा, सौंफ और अजवाइन के इस्तेमाल के कई फायदे हैं। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रोल कम करने से लेकर इम्यूनिटी मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है। जीरा, अजवाइन और सौंफ के मिश्रण में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। इनके मिश्रण में एंटीऑक्सीडेंट, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और कैल्शियम पाए जाते हैं।

जीरा और अजवाइन का पानी कब पीना चाहिए?

कैसे और कब इसका सेवन कर सकते हैं- जीरा, अजवाइन और सौंफ का सेवन आप तीन अलग-अलग तरीके से कर सकते हैं। - जीरा,अजवाइन और सौंफ को अच्‍छे से भून लें। इसका पावडर तैयार कर रोज दोनों टाइम भोजन के बाद इसका सेवन करें। - रोज सुबह इन तीनों का खाली पेट सेवन करने से अपच और गैस की समस्‍या खत्‍म हो जाती है।

जीरा और अजवाइन से कब्ज का इलाज?

जीरे और अजवाइन का पानी है कारगर अगर आपको कब्ज की समस्या रहती है तो सुबह उठकर खाली पेट जीरा और अजवाइन का पानी पिएं. यह आपको कब्ज के साथ-साथ पेट की अन्य बीमारियां जैसे एसिडिटी (Acidity), ब्लोटिंग को भी दूर करता है. इसके साथ ही यह मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को तेज कर वजन कम करने में भी कारगर है.

जीरा अजवाइन से मोटापा कैसे कम करें?

इस तरह तैयार करें ड्रिंक (Weight Loss Drink).
एक चम्मच जीरा, इतने ही मात्रा में सौंफ लें.
अब एक चम्मच सोडा, चम्मच भर अजवाइन लें.
अब एक बर्तन में 2 गिलास पानी डालकर उबालें.
अब इसमें जीरा, सोडा, सौंफ और अजवाइन गिराएं.
जब यह अच्छे से उबल जाए, तो इसमें शहद भी मिला दें.
जब ये बर्तन में आधा रह जाए तो इस पेय को छान लें.