These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 10 बड़े भाई साहब. III. पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न-अभ्यास (पृष्ठ 63-66) मौखिक निम्नलिखित
प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. लिखित (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2.
प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. (ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न
4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. (ख) मैं तुमसे पाँच साल बड़ा हूँ और हमेशा रहूँगा। मुझे दुनिया का और जिंदगी का.जो तजुर्बा है, तुम उसकी बराबरी नहीं कर सकते, चाहे तुम एम.ए. और डी.फिल और डी.लिट् ही क्यों न हो जाओ। समझ किताबें पढ़ने से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है। (ग) संयोग से उसी वक्त एक कटा हुआ कनकौआ हमारे ऊपर से गुजरा। उसकी डोर लटक रही थी। लड़कों का एक गोल पीछे-पीछे दौड़ा चला आता था। भाई साहब लंबे हैं ही। उछलकर उसकी डोर पकड़ ली और बेतहाशा होस्टल की तरफ़ दौड़े। मैं पीछे-पीछे दौड़ रहा था। (घ) तो भाईजाने, यह गरूर दिल से निकाल डालो कि तुम मेरे समीप आ गए हो और अब स्वतंत्र हो। मेरे देखते तुम बेराह न चलने पाओगे। अगर तुम यो न मानोगे तो मैं (थप्पड़ दिखाकर) इसका प्रयोग भी कर सकता हूँ। मैं जानता हूँ, तुम्हें मेरी बातें ज़हर लग रही हैं। ::: (ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. भाषा अध्ययन प्रश्न 1. प्रश्न 2.
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए- प्रश्न 3. तालीम, जल्दबाजी, पुख्ता, हाशिया, चेष्टा, जमात, हर्फ, सूक्तिबाण, जानलेवा, आँखफोड़, घुड़कियाँ, आधिपत्य, पन्ना, मेला-तमाशा, मसलन, स्पेशल, स्कीम, फटकार, प्रात:काल, विद्वान, निपुण, भाई साहब, अवहेलना, टाइम-टेबिल उत्तर प्रश्न 4. उत्तर (क) सकर्मक (ख) सकर्मक (ग) सकर्मक (घ) सकर्मक (ङ) सकर्मक (च) अकर्मक। प्रश्न 5. योग्यता विस्तार प्रश्न 1. प्रश्न
2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. परियोजना कार्य प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रिय स्मिता! अब तुम दसवीं कक्षा में पहुँच गई हो। नौवीं तक प्रश्नों की संख्या सीमित होती थी। इसलिए प्रश्नोत्तरों का रटना भी चल जाता था। परंतु आगे से ऐसा नहीं होगा। अब प्रश्न पुस्तकों से ही नहीं, बाहर से भी पूछे जाएँगे। अतः जो छात्रा समझ कर पढ़ेगी और अपनी रचना-शक्ति से स्वयं उत्तर दे सकेगी, वही सफलता पा सकेगी। मैं तुम्हें यही कहना चाहता हूँ। कि तुम रटने पर आश्रित न रहना। हर चीज़ समझ कर पढ़ना। वैसे, तुम्हें बचपन से ही यही आदत है, यह अच्छी बात है। प्रिय स्मिता! मैंने देखा है कि खेलकूद में तुम्हारी बिल्कुल भी रुचि नहीं है। यह बात ठीक नहीं है। खेलकूद का पढ़ाई से सीधा नहीं, अप्रत्यक्ष संबंध है। तुम लगातार पढ़कर ऊबो तो बीच में घूम-फिर आया करो। हो सके तो टी.टी., बैडमिंटन जैसा कोई खेल खेलना शुरू करो। इससे दिमाग तरोताज़ा होगा। उसकी ऊब कम होगी। ग्रहण-शक्ति बढ़ेगी। शरीर स्वस्थ होगा तो मन भी
स्वस्थ होगा और बुद्धि भी उपजाऊ बनेगी। Hope given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 10 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. जब लेखक और उनके भाई में दो साल का अंतर रह गया तब लेखक के मन में क्या आया a वह भी अब की बार फेल हो जाए B भाई की बात न?भाई साहब उपदेश की कला में निपुण थे | ऐसी-ऐसी लगती बातें कहते, ऐसे-ऐसे सूक्ति बाण चलाते कि मेरे जिगर के टुकड़े-टुकड़े हो जाते और हिम्मत टूट जाती । इस तरह जान तोड़कर मेहनत करने की शक्ति मैं अपने में न पाता था और उस निराशा में ज़रा देर के लिए मैं सोचने लगता–'क्यों न घर चला जाऊँ।
जब लेखक और उनके भाई 2 साल का अंतर रह गया तब लेखक के मन में क्या आया?इसे सुनेंरोकेंअब लेखक और भाई साहब के बीच केवल दो साल का ही अंतर रह गया था। लेखक के मन में तो आया कि वह भाई साहब को सीधे जा कर पूछ ले कि कहाँ गई उनकी घोर तपस्या अर्थात क्या फायदा हुआ उनका इतनी मेहनत करने का। लेखक को देखिये वह सारा साल मज़े से अपने खेल का आनन्द भी लेता रहा और अपनी कक्षा में प्रथम भी आ गया।
सालाना इम्तहान के बाद दोनों भाईयों में क्या अंतर रह गया?सालाना इम्तहान हुआ. भाई साहब फेल हो गए, मैं पास हो गया और दरजे में प्रथम आया. मेरे और उनके बीच में केवल दो साल का अंतर रह गया.
पास होने पर लेखक के मन में क्या आया?लेखक के मन में आया कि वह बड़े भाई को खूब सुनाएं लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। बड़े भाई का फेल होना देखकर वह निडर हो गया और मैदान में जाकर खेलने लगा।
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