इत्र दान करने से क्या होता है? - itr daan karane se kya hota hai?

जड़, प्राण, मन, विज्ञान और आनंद। जिसमे खुशबूओं के आधार पर तंत्र में वशीकरण को संभव माना गया है। इत्र की विशेषताओं के आधार पर उन से न सिर्फ इंसान बल्कि, पारलौकिक शक्तियों व देवी-देवताओं को भी आकर्षित व वशीभूत किया जा सकता है। आइए जानते हैं इत्र से जुड़े कुछ साधारण उपयोग व उनसे होने वाले फायदों के बारे में।

Patrika IMAGE CREDIT: Patrika

इस तरह करें उपयोग
1- यदि कोई स्त्री लाल सिंदूर, इत्र की शीशी, चने की दाल और केसर का दान करें तो इस उपाय से उस स्त्री के पति की आयु में वृद्धि होती है।
2- सफेद कपड़े पहनकर किसी भी देव स्थल पर लाल गुलाबी या चमेली का इत्र अर्पित करें। प्रेम विवाह में आ रही बाधाएं दूर होंगी।
3- यदि आपको अचानक धन से जुड़ा नुकसान हो रहा हो, तो सात शुक्रवार को सात सुहागिनों को अपनी पत्नी के माध्यम से लाल वस्तु उपहार में दें और इस उपहार में इत्र जरूर रखें, तुरंत लाभ होगा।
4- यदि आप अपने ऑफिस के लोगों पर प्रभाव डालना चाहते है तो मोगरा, रातरानी या चंदन इत्र का इस्तेमाल करें। सभी आपसे खुश रहेंगे।
5- अपने साथ भूरे रंग के पर्स में किन्ही भी चार नोटों पर चंदन का इत्र लगाकर रखें। इन्हें खर्च न करें और बरकत के रूप में संभाल कर रखें। पर्स हमेशा पैसों से भरा रहेगा।
6- शुक्ल पक्ष के किसी शुक्रवार को माता लक्ष्मी को इत्र व श्रृंगार की वस्तुएं भेंट करें। इस उपाय से पति और पत्नी के बीच प्रेम बढ़ेगा और घर में धन व समृद्धि भी बरकरार रहेगी।
7- मंदिर में चंदन, कपूर, चंपा, गुलाब, केवड़ा, केसर और चमेली के इत्र अर्पित करने व उसे लगाने से देवी और देवता प्रसन्न होते हैं।
8- यदि आपका जन्म बुधवार या बुध नक्षत्र को हुआ है तो बुधवार को चमेली का तेल या चमेली के इत्र को पीपल के पेड़ पर छिड़के। इससे इस नक्षत्र के लोगों को निश्चत रूप से लाभ मिलेगा।
9- पूजन के समय तेज सुगंध और इत्र का प्रयोग करें। तेज इत्र का प्रयोग करने से लक्ष्मी की कृपा तुरंत प्राप्त होती है और घर में धन संबंधी कभी समस्याएं उत्पन्न नहीं होती।
10- शुक्र को जगाने के लिए आचरण की शुद्धि अत्यंत आवश्यक है। शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को माता लक्ष्मी को इत्र एवं श्रृंगार की वस्तुएं भेट करें। इस उपाय से पति पत्नीं के बीच जहां प्रेम बढ़ेगा वहीं घर में धन एवं समृद्धि भी बरकरार रहेगी।

शरीर पर इत्र लगाने से क्या होता है?

चंदन व मोगरे का इत्र नाभि में लगाने से माइग्रेन या सामान्य सिरदर्द दूर हो जाता है। गुलाब का इत्र लगाने से देह के संताप मिट जाते हैं। गुलाब का इत्र मन को प्रसन्नता देता है। गुलाब का तेल मस्तिष्क को ठंडा रखता है और गुलाब जल का प्रयोग उबटनों और फेस पैक में किया जा सकता है

सबसे अच्छा इत्र कौन सा होता है?

इत्र अल काबा (Attar Al Kaaba) ये शानदार इत्र या परफ्यूम ऑयल अल हरमैन रेंज में सबसे बढ़िया माना जाता है। अगर आपको अगर की लकड़ी की खुशबू पसंद है तो ये आपके लिए ही है। इत्र अल काबा को अरबी परंपरा में बहुत ही ऊंचा दर्जा हासिल है।

कौन सा इत्र लगाना चाहिए?

7- मंदिर में चंदन, कपूर, चंपा, गुलाब, केवड़ा, केसर और चमेली के इत्र अर्पित करने व उसे लगाने से देवी और देवता प्रसन्न होते हैं। 8- यदि आपका जन्म बुधवार या बुध नक्षत्र को हुआ है तो बुधवार को चमेली का तेल या चमेली के इत्र को पीपल के पेड़ पर छिड़के।

इत्र का इस्तेमाल कैसे करें?

जो लोग किसी स्त्री या पुरुष से प्रेम करते हैं वे जब उसे मिलने जाएं तो सफेद रंग के कपड़े पहनकर जाएं और उस पर गुलाब या चंदन का इत्र लगाकर जाएं। किसी भी शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के मंदिर में इत्र भेंट करें साथ ही वहां बैठकर श्रीसूक्त का पाठ करें इससे धन संबंधी परेशानी खत्म होने लगती है। देवी दुर्गा को भी इत्र प्रिय है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग