आम हो या खास सभी के लिए सड़क सुरक्षा एक महत्त्वपूर्ण मुद्दा है, जो पिछले कुछ समय से देश के लिए चिंता का सबब बन चुका है। यदि हम सड़क दुर्घटनाओं के आँकड़ों पर नजर डालें, तो पता चलता है कि यह आँकड़ा बहुत तेजी से ऊपर आया है। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के चलते सड़क पर चलने वाला लगभग हर व्यक्ति अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगा है।
सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में चालक की लापरवाही, यातायात नियमों का उल्लंघन या उसकी ठीक जानकारी न होना, चालक द्वारा नशा करना, पैदल चलने वालों की लापरवाही आदि का समावेश है। इसके अलावा यातायात विभाग भी इसमें समान रूप से जिम्मेदार है। यातायात विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैए के चलते नौसिखिए चालक, जिन्हें यातायात नियमों की सही जानकारी नहीं है, उन्हें भी लाइसेंस प्राप्त हो जाता है। इसके नतीजे हादसों के रूप में सामने आते हैं। सड़कों की दुर्दशा भी सड़क हादसों का एक मुख्य कारण है। कभी-कभी टूटी-फूटी सड़क पर पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। ऐसे में सड़क हादसे होने स्वाभाविक हैं।
सड़क हादसों से निपटना आज हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती और आवश्यकता बन चुका है। इसके लिए यातायात विभाग को नियम व कानून में सख्ती लाने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनका पालन हो। सड़कों की मरम्मत कर उन्हें सही करना होगा। इसके अलावा लोगों को सुरक्षित सड़क यातायात के संदर्भ में जागरूक व शिक्षित करने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। इस तरह आवश्यक उपायों को अपनाकर सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।