नीचे लिखे गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
B. जिस प्रकार क्रांतिकारी एक उद्देश्य से बढ़ते हैं वैसे ही बस का हिस्सेदार भी किसी की परवाह किए बिना केवल बस को चलाने व लाभ कमाने के उद्देश्य से प्रेरित था। 301 Views लेखक ने ऐसा क्यों कहा कि गांधी जी के असहयोग व सविनय अवज्ञा आंदोलन के समय यह जवान रही होगी?
B. बस के पुर्जे धीरे-धीरे एक साथ मिलकर काम करने लगे। 680 Views लेखक व उसके मित्र कहां गए थे?
169 Views बस की दशा किसकी भाँति लग रही थी?
156 Views लेखक के मन में बस के हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा के भाव क्यों आए?
B. क्योंकि वह केवल अपने लाभ हेतु बस चला रहा था। लोगों की जान की परवाह उसे नहीं थी। 155 Views ‘बस की यात्रा’ कैसा लेख है?
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