II ग्रीष्मावकाश का सदुपयोग कैसे करना है यें बताते हुए अपने छोटे भाई को पत्र लिखें? - ii greeshmaavakaash ka sadupayog kaise karana hai yen bataate hue apane chhote bhaee ko patr likhen?

Apne chote bhai/bhen ko samay ka sadupyog karne ki salah dete hue patra.

A-187, बदरपुर,
लाल कुआं‚
नई दिल्ली।

दिनांक 12 अगस्त ,

प्रिय छोटे भाई/बहन,

आशा करती हूं कि तुम सकुशल होगें। आज ही तुम्हारे अध्यापक का पत्र मिला था। यह जानकर मुझे बहुत दुःख हुआ कि तुम अपना अधिकतर समय खेल-कूद में निकाल देते हो।

प्रिय भाई/बहन, समय एक बार निकल जाता है तो फिर वापस कभी नहीं आता, समय एक अमूल्य धन है।

जो इंसान समय की कदर नहीं करता उसे बाद में बहुत पछताना पड़ता है। जिसने समय की कदर को नहीं पहचाना, उसने बाद में असफलताएं हि पाईं है। समय किसी का भी इंतजार नहीं करता है। समय की धारा बहुत तेज होती है। अतः जो इसका सही उपयोग करता है, वो आगे एक महान व्यक्ति बनता है।

अभी तुम बहुत छोटे हो, इसलिए मेने यह सब तुम्हे बताने के लिए लिखा है। विद्या से मुंह मोड़ कर तुम अपना समय बर्बाद कर रहे हो। अतः अपने समय का सदुपयोग करो, अपने काम नियमित रूप से करो और मन लगाकर खूब पढ़ो।

तुम्हारी बड़ी बहन
सरीन