Question 1. Answer: (c) उसके पुत्र की मृत्यु हो गई थी जिसके कारण उसके घर में अभी सूतक था Question 2. Answer: (a) सब्जी तरकारी बेचकर Question 3. Answer: (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं। Question 4. Answer: (c) वह झाड़-फूंक करने वाले ओझा को बुलाकर लाई Question 5. Answer: (b) फुटपाथ पर Question 6. Answer: (c) कटी पतंग Question 7. Answer: (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं। Question 8. Answer: (d) दु:ख की अनुभूति सभी को समान रूप से होती है। Question 9. Answer: (b) भाषा और समाज Question 10. Answer: (a) सन् 1903 में फिरोजपुर छावनी में गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनिए मनुष्यों की पोशाकें उन्हें विभिन्न श्रेणियों में बाँट देती हैं। प्रायः पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्जा निश्चित करती है। वह हमारे लिए अनेक बंद दरवाजे खोल देती है, परंतु कभी ऐसी भी स्थिति आ जाती है कि हम ज़रा नीचे झुककर समाज की निचली श्रेणियों की अनुभूति को समझना चाहते हैं उस समय यह पोशाक ही बंधन और अड़चन बन जाती है। जैसे वायु की लहरें कटी हुई पतंग को सहसा भूमि पर नहीं गिर जाने देतीं, उसी तरह खास परिस्थितियों में हमारी पोशाक हमें झुक सकने से रोके रहती है। Question 1. Answer: (b) उनको विभिन्न श्रेणियों में बाँट देती हैं Question 2. Answer: (c) हमारी पोशाक Question 3. Answer: (a) जब हम अपने से निचली श्रेणियों की अनुभूति को समझना चाहते हैं Question 4. Answer: (c) कटी पतंग से Question 5. Answer: (c) पावन मंजूषा से शब्द/वाक्यांश का चयन करके रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (क) मनुष्यों की पोशाकें उन्हें विभिन्न ……….. में बाँट देती हैं। AnswerAnswer: श्रेणियों (ख) प्रायः पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका ……………….. निश्चित करती है। AnswerAnswer: दर्जा (ग) इनके लिए बेटा-बेटी, खसम-लुगाई, धर्म-ईमान सब ……………. है। AnswerAnswer: रोटी का टुकड़ा (घ) कोई इसके खरबूजे खा ले तो उसका …………… कैसे रहेगा? AnswerAnswer: ईमान-धर्म (ङ) लड़के की बुढ़िया माँ बावली होकर …………… को बुला लाई। AnswerAnswer: ओझा को (च) शोक करने, गम मनाने के लिए भी ……………. चाहिए। AnswerAnswer: सहूलियत सही कथन के सामने (✓) गलत कथन के सामने (✗) का चिह्न लगाइए। (क) किसी व्यक्ति की पोशाक देखकर हमें उसकी शिक्षा का पता चलता है। Answer: (✗) (ख) निम्न श्रेणियों की अनुभूति को समझने में पोशाक अड़चन बन जाती है। AnswerAnswer: (✓) (ग) लड़के की बुढ़िया माँ बावली होकर डॉक्टर को बुला लाई। AnswerAnswer: (✓) (घ) खरबूजे अच्छे नहीं थे इसलिए उन्हें कोई खरीद नहीं रहा था। AnswerAnswer: (✗) कथन के साथ सही मिलान कीजिए Answer: पोशाक मनुष्य का समाज में क्या निश्चित करती है?पोशाक का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। पोशाक मात्र शरीर को ढकने के लिए नहीं होती है बल्कि यह मौसम की मार से बचाती है। पोशाक से मनुष्य की हैसियत, पद तथा समाज में उसके स्थान का पता चलता है। पोशाक मनुष्य के व्यक्तित्व को निखारती है।
मनुष्य के जीवन में पोशाक का क्या महत्व है MCQ?उत्तर: मनुष्य के जीवन में पोशाक का सर्वाधिक महत्त्व है। पोशाक ही मनुष्य का समाज में दर्जा अथवा अधिकार निर्धारित करती है।
मनुष्य के जीवन में पोशाक का क्या महत्त्व है 2 पोशाक हमारे लिए कब बंधन और अड़चन बन?पोशाक हमारे लिए बंधन और अड़चन तब बन जाती है जब हम अपने से कम दर्ज़े या कम पैसे वाले व्यक्ति के साथ उसके दुख बाँटने की इच्छा रखते हैं। लेकिन उसे छोटा समझकर उससे बात करने में संकोच करते हैं और उसके साथ सहानुभूति तक प्रकट नहीं कर पाते हैं।
समाज में मनुष्य का दर्जा कौन निश्चित करता है?समाज में मनुष्य का दर्जा और अधिकार समाज द्वारा ही निश्चित किया जाता है। जिसके पास पैसा है, उसका अधिकार और दर्जा अधिक है। जिसके पास नहीं है उसे कोई अधिकार और दर्जा नहीं दिया जाता है। पैसे के आधार पर ही व्यक्ति को निम्न, मध्य तथा उच्च वर्ग में रखा जाता है।
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