होम लोन की ईएमआई कैसे बनती है? - hom lon kee eeemaee kaise banatee hai?

सामान्य प्रश्न

ईएमआई का अर्थ है 'समान मासिक किश्त/इक्वेटेड मंथली इन्स्टॉलमेंट'’ यह आपके होम लोन के मूलधन और ब्याज़ के पुनर्भुगतान के लिए हर महीने भुगतान की जाने वाली राशि को दर्शाता है लोन राशि, अवधि और ब्याज़ दर के अनुसार राशि अलग-अलग होती है. आप अपनी अवधि बढ़ाकर होम लोन की ईएमआई को कम कर सकते हैं. हम 30 वर्ष तक की अवधि प्रदान करते हैं.

होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर आपको लोन के लिए अप्लाई करने से पहले अपनी होम लोन ईएमआई चेक करने में मदद करता है यह एक फाइनेंशियल प्लानिंग टूल के रूप में कार्य करता है जो आपको सूचित निर्णय लेने में सक्षम बनाता है. होम लोन के लिए ईएमआई कैलकुलेटर आपको जटिल गणनाओं को सटीक रूप से और तेज़ी से पूरा करने में मदद करता है.

जैसा कि नाम से पता चलता है, इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट (ईएमआई) हर महीने देय होती हैं, और अंत तक, आमतौर पर आपकी पुनर्भुगतान अवधि के अंत तक, आपके होम लोन के बोझ को कम करने की दिशा में काम करती हैं. आपको हर महीने एक निश्चित तिथि पर अपने हाउसिंग लोन की ईएमआई का भुगतान करना होगा, यह तिथि आपके और आपके लेंडर द्वारा मिलकर तय की जाती है. ईएमआई का भुगतान न करने पर दंड शुल्क लगाया जा सकता है, लगातार ऐसा होने पर कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है.

आपके लिए और खास तौर पर आपकी फाइनेंशियल हेल्थ के लिए आपको यह जानकारी होना बहुत जरूरी है कि पुनर्भुगतान अवधि शुरू होने के बाद आप अपने होम लोन ईएमआई के रूप में किस राशि का भुगतान कर सकते हैं अगर आप पहले से प्लानिंग करके रखते हैं तो आप अपनी हाउस लोन ईएमआई को भरते हुए अपने फाइनेंस को ट्रैक पर रख सकते हैं साथ ही, महत्वाकांक्षी होम लोन उधारकर्ताओं को उनके लिए उपलब्ध होम लोन ईएमआई भुगतान के प्रकार के बारे में जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे अधिक सूचित निर्णय ले सकें.

फिक्स्ड होम लोन ईएमआई

जैसा कि नाम से पता चलता है, फिक्स्ड ब्याज़ दर से जुड़े होम लोन के लिए फिक्स्ड होम लोन ईएमआई का भुगतान किया जा सकता है यह राशि आपकी पूरी पुनर्भुगतान अवधि में समान और नियत रहती है और इस प्रकार आपके लिए अपने पुर्नभुगतान को आसान बनाती है, क्योंकि मार्केट में चाहे जो भी उतार-चढ़ाव हो, आप उनसे प्रभावित नहीं होते हैं.

सुविधाजनक होम लोन ईएमआई

सुविधाजनक हाउसिंग लोन ईएमआई को फ्लोटिंग रेट होम लोन ईएमआई के रूप में भी जाना जाता है फ्लोटिंग ब्याज़ दर पर लिए गए हाउसिंग लोन के लिए इस प्रकार की ईएमआई राशि बनाई जा सकती है ऐसे मामलों में, ईएमआई की राशि मैक्रो-इकोनॉमिक कारकों के आधार पर बदलती है, और आपकी पुनर्भुगतान अवधि को कम या अधिक कर सकती है.

हाउसिंग लोन, अपनी रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की खरीद को फंड करने के इच्छुक उधारकर्ताओं के लिए उपलब्ध सबसे सुविधाजनक क्रेडिट विकल्पों में से एक है. अक्सर, उधारकर्ता की आवश्यकताओं के आधार पर, लेंडर पार्ट्स में होम लोन राशि डिस्बर्स कर सकता है. जब तक पूरी लोन राशि आपको डिस्बर्स नहीं की जाती है, तब तक आपको मूल लोन राशि के केवल ब्याज़ वाले हिस्से का पुनर्भुगतान करना होता है. इस बीच हाउसिंग लोन ईएमआई के रूप में आप जिस राशि का भुगतान करते हैं, उसे होम लोन प्री-ईएमआई भी कहा जाता है.

उधारकर्ताओं को होम लोन की पूरी मूलधन राशि डिस्बर्स हो जाने के बाद ही उनसे पूर्ण होम लोन ईएमआई का भुगतान शुरू करने का अनुरोध किया जाता है. आमतौर पर, होम लोन की पुनर्भुगतान अवधि 30 वर्ष तक की हो सकती है, जिससे उधारकर्ताओं को अपनी गति से राशि का पुनर्भुगतान करने के लिए पर्याप्त समय मिल सकता है.

होम लोन एक टैक्स-बेनिफिट के साथ आने वाला क्रेडिट विकल्प है, जिसके कारण लोग निवेश के लिए दूसरी प्रॉपर्टी खरीदने का विकल्प भी चुनते हैं - जिससे उन्हें अपने दूसरे होम लोन के माध्यम से भी टैक्स लाभ मिलते हैं. होम लोन ईएमआई का भुगतान करने पर कई टैक्स लाभ और रियायतें मिलती हैं, जैसे:

  • सेक्शन 80-सी: आप हर वर्ष अपनी होम लोन ईएमआई के मूलधन घटक पर रु. 1.5 लाख तक की टैक्स छूट का क्लेम कर सकते हैं
     
  • सेक्शन 24(बी): आप हर वर्ष अपनी होम लोन ईएमआई के ब्याज़ घटक पर रु. 2 लाख तक की टैक्स छूट का क्लेम कर सकते हैं
     
  • सेक्शन 80-ईई: अगर आप पहली बार घर खरीद रहे हैं, तो आप सेक्शन 24(बी) के तहत अपनी छूट का लाभ लेने के बाद भी इस सेक्शन के तहत अपने होम लोन के ब्याज़ घटक पर रु. 50,000 तक की टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं

होम लोन एमॉर्टाइज़ेशन शिड्यूल, आपके होम लोन पर समय-समय पर किए गए सभी भुगतानों का रिकॉर्ड है. एमोर्टाइज़ेशन सामान्य रूप से एक नियत अवधि के भीतर नियमित पेमेंट्स के माध्यम से लोन चुकाने की प्रोसेस है और एमोर्टाइज़ेशन शिड्यूल में लोन का पूरी तरह से पुनर्भुगतान होने तक प्रत्येक भुगतान में शामिल ब्याज़ और मूलधन की राशि को दिखाया जाता है.

होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर आपको एमॉर्टाइज़ेशन टेबल दिखाता है, जो आपको अपनी मौजूदा होम लोन ब्याज़ दर, मूलधन राशि, पुनर्भुगतान अवधि और बैलेंस पुनर्भुगतान राशि का ब्रेक अप दिखाती है.

जब आप हाउसिंग लोन ईएमआई कैलकुलेटर द्वारा प्रदान की गई एमोर्टाइज़ेशन टेबल देखते हैं, तो यहां आपको ये विवरण दिखाई देते हैं:

  • कुल बकाया होम लोन बैलेंस
  • होम लोन के लिए भुगतान की गई कुल राशि
  • भुगतान की गई लोन राशि का प्रतिशत
  • पुनर्भुगतान की गई मूलधन राशि का हिस्सा
  • होम लोन के ब्याज़ का चुकाया गया हिस्सा

होम लोन पुनर्भुगतान का अर्थ है, एक पूर्वनिर्धारित अवधि में पूरी लोन राशि (मूलधन और ब्याज़ मिलाकर) का पुनर्भुगतान करने की प्रक्रिया. आपका पुनर्भुगतान मुख्य रूप से आपकी समान मासिक किश्तों (ईएमआई) के समय पर भुगतान पर निर्भर करता है. आपकी ईएमआई राशि लोन राशि, चुनी गई अवधि और होम लोन की ब्याज़ दर पर निर्भर करती है.

समय से पहले अपने लोन का पुनर्भुगतान करने के लिए, आपको पार्ट प्री-पेमेंट करके या एकमुश्त भुगतान करके लोन को फोरक्लोज़ करना होगा. अगर आपके पास अतिरिक्त पैसा है और आप निर्धारित अवधि से पहले कर्ज़-मुक्त होना चाहते हैं, तो देय राशि जानने के लिए हमारे होम लोन पुनर्भुगतान कैलकुलेटर का उपयोग करें. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि होम लोन एक बड़ी राशि है, जिसमें प्लानिंग और रिसर्च की आवश्यकता होती है.

लेंडर आपके होम लोन ईएमआई के बोझ को कम करने और आपकी कुल पुनर्भुगतान राशि को कम करने में मदद करने के लिए पार्ट-प्री-पेमेंट सुविधा प्रदान करते हैं बार-बार पार्ट-प्री-पेमेंट करके, आप ब्याज़ संचयन पर काफी बचत करते हैं, क्योंकि आप पुनर्भुगतान अवधि समाप्त होने से पहले पूरी राशि का पुनर्भुगतान कर चुके होते हैं.

प्री-पेमेंट पर की गई बचत की गणना करने के लिए कई हाउस लोन कैलकुलेटर टूल उपलब्ध हैं और आप अपने हाउसिंग लोन की ईएमआई पर हो सकने वाली बचतों का आकलन करने के लिए इनका उपयोग कर सकते हैं.

बजाज फिनसर्व के साथ होम लोन लेने के लिए पात्र उधारकर्ता कई तरीकों से अपनी होम लोन ईएमआई को कम कर सकते हैं. पात्र एप्लीकेंट जो आसानी से होम लोन मानदंडों को पूरा करते हैं, वे कम ब्याज़ दरों और लंबी अवधि का लाभ उठा सकते हैं - जिससे होम लोन लेने की उनकी कुल लागत कम हो जाती है. होम लोन की ईएमआई को कम करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:

  • अपनी डाउन पेमेंट राशि को बढ़ाएं
  • अपनी क्रेडिट प्रोफाइल बेहतर बनाने और सिबिल स्कोर को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करें
  • अधिकतम पुनर्भुगतान क्षमता सुनिश्चित करें
  • सभी बकाया राशि और दायित्वों का भुगतान करें
  • अपनी होम लोन एप्लीकेशन को बेहतर बनाने के लिए को-एप्लीकेंट के साथ अप्लाई करें
  • सही प्रॉपर्टी चुनें जो लेंडर की सत्यापन प्रोसेस को पास कर सकती है

केवल इतना ही नहीं, बल्कि आप होम लोन बैलेंस ट्रांसफर भी प्राप्त करते हैं और अपने लंबित होम लोन बैलेंस को बजाज फिनसर्व में ट्रांसफर करते हैं और अपनी शेष लोन राशि को कम ईएमआई पर चुकाते हैं.

मौजूदा होम लोन उधारकर्ता और नए उधारकर्ताओं दोनों के मन में एक ही प्रश्न होता है - कौन सा विकल्प उधारकर्ता की लागत को तेज़ी से कम कर देगा - छोटी ईएमआई, या छोटी अवधि?? इस बारे में निर्णय लेते समय कई बिंदुओं पर विचार किया जाना चाहिए.

होम लोन की छोटी अवधि चुनने का प्रभाव

कई सलाहकार होम लोन को जल्द क्लोज़ करने के लिए होम लोन की छोटी अवधि चुनने का सुझाव देते हैं हालांकि, इसे मैनेज करना हर व्यक्ति के लिए आसान नहीं है, क्योंकि इसका मतलब है कि बड़ी होम लोन ईएमआई की प्रतिबद्धता, और अक्सर - यह राशि आपके मासिक पुनर्भुगतान बजट से अधिक हो सकती है छोटी होम लोन अवधि चुनने के परिणाम इस प्रकार हैं:

  • आप अपने कुल देय ब्याज़ पर बचत करते हैं क्योंकि आप बड़ी किश्तों में लोन को क्लोज़ करते हैं
  • आपकी लोन देयता ज्यादा लंबे समय तक नहीं रहती है और आप उसके बाद अन्य निवेश या उधार के विकल्प तलाश सकते हैं

छोटी होम लोन अवधि चुनते समय उधारकर्ताओं को ईएमआई की लागत पर विचार करना चाहिए हालांकि यह आपके होम लोन के ब्याज़ और कुल भुगतान को कम करने का उद्देश्य पूरा करता है, लेकिन यह आपकी फाइनेंशियल स्थिरता को परेशानी में डाल सकता है.

छोटी होम लोन ईएमआई चुनने का प्रभाव

दूसरी ओर, उधारकर्ता अपनी पुनर्भुगतान प्रोसेस को आसान बनाने के लिए अपनी होम लोन ईएमआई को कम करने का विकल्प भी चुन सकते हैं इसे निम्नलिखित तरीकों से सुनिश्चित किया जा सकता है:

  • होम लोन की कम ब्याज़ दर प्राप्त करके
  • लाभदायक होम लोन बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनकर
  • लंबी पुनर्भुगतान अवधि चुनकर

लंबी पुनर्भुगतान अवधि चुनने के नुकसानों में से एक है फंडिंग की उच्च लागत, यानी इस स्थिति में आप अपने ब्याज़ के आउटफ्लो के माध्यम से बहुत अधिक भुगतान करेंगे हालांकि, उधारकर्ता की पहली चिंता बिना देरी या डिफॉल्ट के और छोटी होम लोन ईएमआई चुनकर समय पर ईएमआई का भुगतान करना होनी चाहिए, अगर आप आसान होम लोन ईएमआई चुनते हैं तो आपके भुगतान मिस होने की संभावना कम हो जाती है.

होम लोन एक बड़ी फाइनेंशियल प्रतिबद्धता है और इसका मतलब यह है कि आप अपने जीवन के लगभग 25 से 30 वर्षों तक लोन राशि का पुनर्भुगतान करेंगे जबकि होम लोन का पुनर्भुगतान अभी भी संभव है और आप दूसरी फाइनेंशियल देयताओं के साथ भी इसे जारी रख सकते हैं, तो कोई भी व्यक्ति अपने होम लोन को तेज़ी से चुकाने का विकल्प चुन सकता है, अगर उनका बजट और पुनर्भुगतान क्षमता इसके लिए अनुमति देता है ऐसा करने के दो तरीके यहां दिए गए हैं:

होम लोन पार्ट-प्री-पेमेंट

होम लोन का पार्ट-प्री-पेमेंट एक भुगतान विकल्प है जो आपको अपनी मासिक ईएमआई भुगतान से अधिक, अपने बकाया होम लोन बैलेंस का भुगतान करने की सुविधा देता है. यह आपके होम लोन बैलेंस को कम करता है, जिससे पूरे लोन अकाउंट को बंद करने में लगने वाला समय कम हो जाता है.

होम लोन फोरक्लोज़र

होम लोन फोरक्लोज़र का अर्थ है, आपकी पुनर्भुगतान अवधि के अंत से पहले किए गए एकमुश्त भुगतान के माध्यम से आपके पूरे लोन अकाउंट को बंद करने की प्रोसेस. जबकि पार्ट-प्री-पेमेंट आंशिक रूप से और अक्सर किए जाते हैं वहीं होम लोन को फोरक्लोज़ करने के लिए, आपको बकाया राशि एक बार में प्री-पे करनी होगी.

दोनों विकल्प होम लोन को तेज़ी से चुकाने में मदद करते हैं, और यह देखने के लिए कि आप कितनी बचत कर सकते हैं, आप होम लोन कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं. आप अपने होम लोन की शर्तों को फिर से नेगोशिएट करने के लिए होम लोन बैलेंस ट्रांसफर भी करवा सकते हैं और एक ऐसा प्लान प्राप्त कर सकते हैं जो आपको अपने होम लोन का तेज़ी से पुनर्भुगतान करने में मदद कर सकता है. अगर आप फ्लोटिंग ब्याज़ दर पर होम लोन वाले व्यक्तिगत उधारकर्ता हैं, तो आपको इन सुविधाओं का लाभ शून्य अतिरिक्त शुल्क पर भी उठा सकते हैं.

होम लोन ईएमआई के रूप में आपके द्वारा भुगतान की जाने वाली राशि, होम लोन के मूलधन और होम लोन के ब्याज़ से बनी होती है. हालांकि, आपकी कितनी पुनर्भुगतान अवधि निकल चुकी है, उससे यह निर्धारित होता है कि होम लोन की ईएमआई में से कितनी राशि मूलधन है और कितनी राशि होम लोन का ब्याज़ है.

अगर आप अपनी ईएमआई का ब्रेक-अप देखना चाहते हैं, तो आप दो तरीकों से ऐसा कर सकते हैं:

  • मैनुअल गणना
  • होम लोन EMI कैलकुलेटर

मैनुअल गणनाओं में गलतियां होने की संभावनाएं अधिक होती हैं, क्योंकि फॉर्मूला जटिल होता है और संख्याएं बड़ी होती हैं, ऐसे में कोई भी गलती कर सकता है इसे कैलकुलेट करने का फॉर्मूला यहां दिया गया है:

Interest component = P x R

कहां,

P का अर्थ लोन की बाकी मूलधन राशि है

R का अर्थ होम लोन की ब्याज़ दर है

और फिर, आप मूलधन घटक पर पहुंचने के लिए ईएमआई से ब्याज़ राशि घटा सकते हैं.

बिना किसी त्रुटि के इन गणनाओं को पूरा करने के लिए, होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करें और कुछ ही सेकेंड में त्रुटि-मुक्त परिणाम प्राप्त करें.

हां जी, बिलकुल कर सकते हैं. आप बजाज फिनसर्व से पार्ट-प्री-पेमेंट सुविधा का लाभ उठाकर अपनी ईएमआई का भुगतान एडवांस में कर सकते हैं अगर आप फ्लोटिंग ब्याज़ दर वाले होम लोन के साथ उधार ले रहे हैं, तो आप बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के पार्ट-प्री-पे कर सकते हैं और उधार लेने की लागत पर और भी बचत कर सकते हैं अपनी बकाया लोन राशि पर बार-बार पार्ट-प्री-पेमेंट करके, आप अपने हाउसिंग लोन की ईएमआई की संख्या को कम करते हैं और इससे आपका कुल ब्याज़ का आउटफ्लो कम हो जाता है.

हालांकि, पार्ट-प्री-पेमेंट करने से पहले विचार करने योग्य कुछ बातें इस प्रकार हैं:

  • मूल्यांकन करें कि आप अपनी पुनर्भुगतान अवधि में किस स्थान पर हैं, और अगर आप पहले से ही अपनी लोन अवधि के अंत में हैं, तो अपनी ईएमआई के ऊपर अतिरिक्त पार्ट-प्री-पेमेंट करने का कोई मतलब नहीं होगा.
  • सुनिश्चित करें कि आप अपनी बचत की गणना करने के लिए होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करें अगर राशि पर्याप्त नहीं है, तो आप इस विकल्प पर दोबारा विचार कर सकते हैं.

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ईएमआई की गणना कैसे की जाती है?

प्रत्येक क्रमिक भुगतान के साथ, आप मूलधन की ओर अधिक और ब्याज में कम भुगतान करेंगे। उदाहरण के लिए, अगर आप 10 साल (यानी 120 महीने) की अवधि के लिए 10.5% वार्षिक ब्याज पर बैंक से ₹10,00,000 उधार लेते हैं, तो ईएमआई = ₹10,00,000 * 0.00875 * (1 + 0.00875)120 / (( 1 + 0.00875)120 - 1) = ₹13,493।

15 लाख आवास ऋण के लिए ईएमआई क्या है?

15 लाख के होम लोन की मासिक ईएमआई क्या होगी? फिलहाल भारतीय स्टेट बैंक के होम लोन की ब्याज दर 7.55% है, और इसके आधार पर देखा जाए तो 15 साल के लिए आपके होम लोन पर एक महीने की ईएमआई 18,597 रुपये होगी।

EMI कितने प्रकार की होती है?

ईएमआई दो तरह की होती हैं- पहली प्री EMI और दूसरी रेगुलर EMI । कभी – कभी ग्राहक जब लोन लेने जाते हैं या लोन के लिए किसी कंपनी से संपर्क करते हैं तो ईएमआई और प्री EMI को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बन जाती है।

होम लोन लेने पर कितना पर्सेंट ब्याज लगता है?

बैंक मिनिमम 6.4 फीसदी और मैक्सिमम 7.8 फीसदी की दर से होम लोन पर ब्याज दे रहा है.