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यह बात साबित हो चुकी है कि रंग लोगों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालते हैं। घर एक एेसी जगह है, जहां लोग अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा बिताते हैं। कुछ खास रंग लोगों में खास इमोशन पैदा करते हैं, इसलिए घर में रंगों का संतुलन बनाना बहुत जरूरी है, ताकि आप एक ताजा और स्वस्थ जीवन जी सकें। आइए आपको वास्तु के मुताबिक दीवार के लिए रंगों को चुनने का पूरा तरीका बताते हैं. साथ ही यह भी बताएंगे कि इन रंगों को चुनते वक्त आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. विशेषज्ञों का कहना है कि आपके घर के हरेक हिस्से को अपनी ऊर्जा, आकार और दिशा के अनुसार रंगों की आवश्यकता होती है। घर के लिए वास्तु के रंग उसके उपयोग के अनुसार होने चाहिए। एस्ट्रो-न्यूमरोलॉजिस्ट गौरव मित्तल कहते हैं, “घर में रहने वाले लोगों को कमरों को रंगते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।” यह भी देखें: आपकी संपत्ति के लिए घर का रंग चयन विचार वास्तु के अनुसार बेडरूम का रंग:हर एक रंग का क्या अर्थ है वास्तु के अनुसार ?
दंपति के लिए वास्तु के अनुसार बेडरूम का कलर क्या होना चाहिए है?वास्तु के अनुसार दंपति के बेडरूम में नीला और हरा रंग होता है। बेडरूम के लिए वास्तु रंगोंके अनुसार, मास्टर बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए और इसलिए वास्तु के अनुसार इसका रंग नीला होना चाहिए। शयनकक्ष विश्राम करने की जगह है। इसलिए, इस स्थान की सकारात्मक आभा होना महत्वपूर्ण है। वास्तु के अनुसार जगह को हल्का और आँखों को भाने वाला रखना सबसे अच्छा है और बेडरूम के लिए ऐसे ही रंग इस्तेमाल किए जाने चाहिए। वास्तु के अनुसार मास्टर बेडरूम का रंग नीले रंग के दरवाजे और फर्नीचर के साथ एक सफेद रंग का पैटर्न हो सकता है। इसके अलावा कोई भी हल्का या पेस्टल शेड बेडरूम के लिए वास्तु रंगों की तरह अच्छा काम कर सकता है। बेडरूम के लिए वास्तु रंगों के अनुसार, भारी और गहरे रंगों से बचें क्योंकि यह स्थान में उदासी की भावना ला सकता है। वास्तु के अनुसार दंपति, विशेष रूप से नवविवाहित जोड़े, के लिए बेडरूम का रंग हल्का पीला या गुलाबी होना चाहिए, क्योंकि यह बंधन मजबूत करने में मदद करता है और वास्तु के अनुसार ये बेडरूम की दीवारों के लिए सबसे अच्छे रंग हैं। जिन शादीशुदा जोड़ों की शादी के कुछ दिन बीत चुके हैं, उन जोड़ों के लिए वास्तु के अनुसार बेडरूम का रंग हल्का हरा और नीला होता है। यह भी देखें: बेडरूम के लिए टॉप 10 दीवार के रंगों के कॉम्बिनेशन वास्तु के अनुसार बेडरूम के रंग के लिए बैंगनी और लाल के गहरे रंगों से बचें। यदि आपको चिंता या उच्च रक्तचाप की समस्या है, तो बेडरूम के लिए वास्तु रंगों के तौर पर भूरे और काले के गहरे रंगों से बचें। घर के लिए वास्तु रंग: जानें कमरों के अनुसार दीवारों के रंगवास्तु के अनुसार दीवारों के रंग
ह भी देखें: वास्तु के अनुसार मुख्य द्वार का कलर कॉम्बिनेशन वास्तु की दिशा के अनुसार दीवारों के रंग
A2ZVastu.com के सीईओ और संस्थापक विकास सेठी कहते हैं कि कमरे के लिए वास्तु रंग घर के मालिक की दिशा और जन्म की तारीख के अनुसार तय होता है। इसलिए वास्तु के अनुसार दक्षिण की दीवार का रंग उत्तर की दीवार के रंग या पश्चिम की दीवार के रंग से अलग होगा। “हालांकि प्रत्येक दिशा का एक विशिष्ट रंग होता है, फिर भी कभी-कभी यह मालिक को सूट नहीं करता है। इसलिए घर के मालिकों को घर के वास्तु रंगों के लिए ऊपर दिए गए (सारणीबद्ध) सामान्य दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। सेठी बताते हैं, “घर के मालिकों को काले, लाल और गुलाबी जैसे रंगों का चयन करते समय अधिक सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि ये रंग घर के लिए वास्तु रंगों के अनुसार हर व्यक्ति पर सूट नहीं करते हैं।” दीवारों के रंगों के लिए वास्तु टिप्स
वास्तु के अनुसार दीवारों के रंग: दिशानिर्देश
यह भी देखें: वास्तु दोष जिन्हें आपको घर खरीदते समय नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए मेन डोर/एंट्रेंस: मुख्य द्वार के लिए शुभ रंग, उसकी दिशा के आधार पर ऊपर दी गई तालिका में उल्लेख किया गया है। सॉफ्ट कलर्स, जैसे वाइट, सिल्वर या वुड कलर का इस्तेमाल करें, जो हॉल के रंग संयोजन के अनुसार हो। बच्चों का कमरा: उत्तर-पश्चिम उन बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ दिशा है, जो बड़े हो गए हैं और पढ़ाई करने के लिए बाहर जाते हैं। चूंकि उत्तर-पश्चिम दिशा पर चंद्रमा का राज है, इसलिए इस दिशा में स्थित बच्चों के कमरे में सफेद रंग कराना चाहिए। बाथरूम: उत्तर-पश्चिम दिशा बाथरूम के लिए सबसे सही है और इसमें सफेद रंग होना चाहिए। यह भी देखें: वास्तु दोष जिन्हें आपको घर खरीदते समय नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए हल्के रंग जैसे सफेद, क्रीम, सुनहरा भूरा, या पेस्टल रंगों की सलाह दी जाती है। गहरे रंग न केवल बाथरूम को छोटा दिखाते हैं बल्कि नकारात्मक ऊर्जा को भी आकर्षित करते हैं। वास्तु के अनुसार हॉल का रंग: हर घर का लिविंग रूम ऊर्जा का केंद्र होता है| आदर्श तौर पर हॉल नॉर्थ-ईस्ट या नॉर्थ वेस्ट दिशा में होना चाहिए! हॉल के लिए कौन सा रंग सबसे अच्छा है? वास्तु के अनुसार हॉल का रंग पीला या सफेद रंग में रंगना चाहिए। यह एक आरामदायक और शांत स्थान होना चाहिए। यहां सबसे उपयुक्त रंग सफेद, पीले, शांत हरे या नीले रंग के होते हैं। रंग चमकीले या झकझोरने वाले नहीं होने चाहिए। भोजन क्षेत्र वह जगह है जहाँ परिवार भोजन के लिए मिलता है। आड़ू, पीला, हल्के नारंगी और यहां तक कि नीले रंग जैसे गर्म रंग इस क्षेत्र के लिए आदर्श हैं। वास्तु के अनुसार इस क्षेत्र में ब्लैक एंड व्हाइट का प्रयोग करने से बचें। घर के बाहर का रंग कैसा होना चाहिए: घर के बाहर का रंग मालिकों के मुताबिक होना चाहिए। श्वेत-पीला, अॉफ वाइट, हल्का गुलाबी या संतरी रंग सभी राशि के लोगों के लिए अच्छा होता है। पूजा घर: वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पूजा घर का मुंह नॉर्थ ईस्ट की दिशा में होना चाहिए, ताकि सूर्य के अधिकतम प्रकाश का दोहन किया जा सके. पीला आपके घर के इस हिस्से के लिए सबसे उपयुक्त रंग है, क्योंकि इससे इस प्रक्रिया में आसानी होगी. इस जगह को अपने घर का शांत क्षेत्र बनाने के लिए आपको इस क्षेत्र में गहरे रंगों से भी बचना चाहिए। आप सफेद और क्रीम रंग या नारंगी भी जोड़ सकते हैं, क्योंकि यह ऊर्जा का उत्सर्जन करता है। एक अच्छा विचार यह है कि एक दीवार, अधिमानतः वेदी की पृष्ठभूमि, हल्के नीले या हरे रंग में हो क्योंकि यह एक सुखदायक रंग है। स्टडी रूम: अगर आपका ऑफिस-होम है तो वास्तु के मुताबिक ग्रीन, ब्लू, क्रीम और वाइट जैसे रंगों का इस्तेमाल करें. लाइट कलर्स से कमरा बड़ा सा लगता है. गहरे रंगों से बचें क्योंकि इससे जगह में उदासीनता बढ़ती है. आपके होम ऑफिस के लिए सोने, पीले, भूरे और हरे रंग के हल्के रंग, एक स्थिर कामकाजी माहौल सुनिश्चित करते हैं और उत्पादकता बढ़ाते हैं. बालकनी/बरामदा: वास्तु के मुताबिक, बालकनी नॉर्थ या ईस्ट डायरेक्शन में होनी चाहिए. बालकनी में ब्लू, क्रीम और ग्रीन व पिंक के हल्के शेड्स कराएं. यही वो जगह होती है, जहां से लोग बाहरी दुनिया से कनेक्ट होते हैं. इसलिए गहरे रंगों से बचना चाहिए. गैरेज: वास्तु के मुताबिक, गैरेज नॉर्थ वेस्ट दिशा में होना चाहिए. इसमें आप सफेद, पीला, ब्लू या कोई और लाइट शेड करा सकते हैं. दीवार के वो रंग जो सकारात्मक ऊर्जा को पैदा करते हैंअगर आप ऐसे दीवार के रंग ढूंढ रहे हैं, वो घर में सकारात्मकता लाते हैं, वो इन कलर पैलेट को चुन सकते हैं. पीलापीला रंग संचार, आत्म-सम्मान और शक्ति से जुड़ा होता है. बैंगनीबैंगनी स्थिरता के लिए एक शानदार वातावरण बनाता है. आरामदायक और सुकून भरी नींद के लिए आप लैवेंडर जैसे हल्के रंगों का चुनाव कर सकते हैं. यह भी पढ़ें: जानिए विज्ञान से की किस दिशा में सोने से आपको आएगी सुकून की नींद हराहरा रंग तनाव को शांत करता है। यह लकड़ी के तत्व से भी जुड़ा है और इसमें तनाव और डिप्रेशन को दूर करने के गुण हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का रंग ये भूलकर भी न कराएंएक्सपर्ट्स के मुताबिक लाइट रंग हमेशा अच्छे होते हैं। डार्क रंग जैसे लाल, ब्राउन, ग्रे और काला हर किसी को सूट नहीं आता। ये रंग अग्नि ग्रहों जैसे राहू, शनि, मंगल और सूर्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। सेठी के मुताबिक लाल, गहरा पीला और काले रंग से परहेज करना चाहिए। आमतौर पर इन रंगों की तीव्रता काफी ज्यादा होती है। ये रंग आपके घर के एनर्जी पैटर्न को डिस्टर्ब कर सकते हैं। हालांकि अगर आपको लगता है कि घर में उत्साह और गर्मजोशी की कमी है तो आप घर के कुछ कोनों में लाल रंग करा सकते हैं.
वास्तु के मुताबिक कैसे हों परदों के रंगवास्तु के मुताबिक, यह केवल दीवारों के रंग ही नहीं बल्कि कमरे में मौजूद सारे रंग हमें प्रभावित करते हैं. परदों के मुफीद रंग भी कमरे को सुकूनभरा बनाते हैं. आप ऑफ वाइट, वाइट, रोजी रेड इत्यादि रंग परदों के लिए चुन सकते हैं. ये रंग शांति और आराम से जुड़े होते हैं, जो बेडरूम के लिए शानदार माने जाते हैं. बेडरूम में काले रंग के परदे ना लगाएं. वास्तु के मुताबिक, लिविंग रूम के परदे आप पीले, हरे और नीले में चुन सकते हैं जबकि डाइनिंग रूम के लिए ग्रीन, पिंक और ब्लू रंग अच्छे रहेंगे. हरा रंग उम्मीद का प्रतीक है और सद्भाव और सेहत का प्रतिनिधित्व करता है. नीला रंग नई शुरुआत को दर्शाता है तो वहीं पिंक प्यार को. बाथरूम के परदे ग्रे, पिंक, वाइट और ब्लैक का मिश्रण हो सकते हैं.
वास्तु के मुताबिक कैसी हो फ्लोरिंगवास्तु के अनुसार फर्श का रंग हल्का, पीला और तटस्थ रंगों में होना चाहिए. सफेद संगमरमर या ग्रेनाइट उपयुक्त हैं, क्योंकि वे शांतिपूर्ण वातावरण को बढ़ाते हैं. लकड़ी के फर्श का उपयोग घर के उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में भी किया जा सकता है. इसके अलावा, उत्तर-पूर्व दिशा में, फर्श के लिए नीले रंग के शेड का इस्तेमाल किया जा सकता है. किचन में ब्लैक फ्लोरिंग से बचें. हालांकि, दक्षिण-पूर्व दिशा में लाल या गुलाबी रंग का फर्श रखना सही है. दक्षिण-पश्चिम दिशा के कमरों में फर्श पीले रंग का होना चाहिए. वास्तु के मुताबिक रंगों का महत्व
यह भी देखें: क्या आपको अपूर्ण वास्तु के कारण अच्छी संपत्ति को छोड़ देना चाहिए? वास्तु के अनुसार किचन का रंगवास्तु के अनुसार किचन में कौन सा कलर होना चाहिए?दक्षिण-पूर्व दिशा किचन के लिए बेस्ट है, इसलिए किचन की दीवारों का रंग संतरी या लाल होना चाहिए. किचन आग का प्रतिनिधित्व करता है. लिहाजा गहरे रंग अच्छे रहेंगे. आप पीला रंग चुन सकते हैं. गहरे रंग जैसे गुलाबी मोहब्बत और गर्मजोशी को दर्शाते हैं जबकि भूरा रंग भी किचन के लिए मुफीद है क्योंकि यह संतुष्टि को दर्शाता है. अगर किचन कैबिनेट्स हैं तो लेमन यलो, संतरी रंग अच्छे रहेंगे क्योंकि ये ताजगी, स्वास्थ्य और सकारात्मकता को दिखाते हैं. फर्श के लिए, मोज़ेक, संगमरमर या सिरेमिक टाइलें चुनें. हल्के रंग – बेज, सफेद या हल्का भूरा फर्श के लिए अच्छे होते हैं. वास्तु की सिफारिशों के अनुसार, रसोई के स्लैब प्राकृतिक रूप से उपलब्ध पत्थरों में सबसे अच्छे हैं, जिनमें ग्रेनाइट या क्वार्ट्ज शामिल हैं. नारंगी, पीले और हरे रंग रसोई के काउंटरटॉप्स के लिए अच्छा काम करते हैं. किचन में रंग ज्यादा गहरा नहीं होना चाहिए। गहरे भूरे, भूरे और काले रंग से बचें। रसोई में नीले रंग से बचना चाहिए, क्योंकि नीला पानी के देवता वरुण का प्रतिनिधित्व करता है। रसोई एक ऐसा क्षेत्र है जहां आग राज करती है। वास्तु टिप्स चित्रों के रंग के लिएवास्तु के अनुसार वॉल कलर्स के साथ साथ दीवार पर टंगे चित्र भी प्रभावशील होते हैं. घर का उत्तरी दिशा आजीविका से जुड़ा होता है. नीला रंग जैसे के समुद्र नदी तलाव या झरना के रंग समृद्धि और लक बढ़ाता है. कोई भी चित्र जो पानी से किसी भी तरह जुड़ा हो उसे बेडरूम में नहीं लगाएं. उत्तर दिशा के दीवार में रास्ते का चित्र लगाने से आजीविका के नए मौके मिलते है. ऐसे चित्रों या छवियों का उपयोग करना सबसे अच्छा है जो प्राकृतिक हैं या प्रकृति से मिलते-जुलते हैं, क्योंकि ऐसी चित्रों के देखने से मन को शांति मिलती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व सूरज को दर्शाता है और दक्षिण अग्नि को. इसलिए उगते हुए सूरज और हरियाली वाले चित्र पूर्व और दक्षिण पूर्व की ओर लगाए जा सकते हैं. दक्षिण धरती मिट्टी और स्थिरता का प्रतीक है. दक्षिण दिशा की ऊर्जा बढ़ाने के लिए आप दीवार पे पहाड़ और ऊंचे पेड़ों की राउंड रंग के फ्रेम वाली तस्वीर लगा सकते हैं. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)वास्तु के अनुसार दक्षिण की दीवार का रंग कौन सा है?वास्तु के अनुसार दक्षिण की दीवार का रंग या तो नारंगी या लाल होना चाहिए। वास्तु के अनुसार दक्षिण दीवार का रंग कौन सा है?वास्तु के अनुसार दक्षिण की दीवार का रंग या तो नारंगी या लाल होना चाहिए। बेडरूम के लिए वास्तु का रंग कैसा होना चाहिए?बेडरूम के लिए वास्तु का रंग नीला या हरा होना चाहिए। वास्तु के अनुसार हॉल का रंग कैसा होना चाहिए?वास्तु के अनुसार हॉल का रंग पीला या सफेद होना चाहिए। (पूर्णिमा गोस्वामी शर्मा और अरुणा राठौड़ के इनपुट्स के साथ) Was this article useful?
घर के हाल में कौन सा कलर करना चाहिए?प्रवेश कक्ष यानि दरवाजे से अंदर आते ही जों कमरा सबसे पहले आता है, वहां सफेद, हल्का हरा, गुलाबी व नीला रंग करवाना शुभ परिणाम देता है। 2. बैठक कक्ष यानि लिविंग रूम में हमेशा पीला, मटमैला, भूरा, हरा रंग शुभ होता है। 3.
दीवार में कौन सा कलर अच्छा लगता है?नीला रंग - वास्तु के अनुसार दीवार का रंग
इस रंग से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
बेडरूम के लिए कौन सा रंग सबसे अच्छा है?बेडरूम को आरामदायक बनाने के लिए भूरा रंग सबसे अच्छा माना जाता है।
घर के बाहर दीवार पर कौन सा कलर अच्छा लगेगा?गुलाबी रंग का हल्का शेड चुनें क्योंकि वास्तु के अनुसार इसे घर की बाहरी दीवार (Home Colour Outside) के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। सफेद: घर की बाहरी दीवार (Home Colour Outside) के लिए वास्तु रंगों के अनुसार सफेद रंग पवित्रता व एकता का प्रतिनिधित्व करता है।
सबसे सुंदर रंग कौन सा है?जो अपने मन को भाए, वहीं दुनिया का सबसे सुंदर रंग है।
कई लोगों को सफेद रंग पसंद होता है क्योंकि वह शांति का प्रतीक है। - कुछ लोगों को केसरी रंग भाता है क्योंकि वह त्याग का प्रतीक है। - हरा रंग समृद्धि का रंग माना जाता है इसलिए शुभ कार्यों में हरे रंग का प्रयोग में किया जाता है।
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