इसलिए होता पीलिया - Show रोग के प्रमुख कारण - शराब - बंद पित्तवाहिका- कोलेस्टोसिस- गर्मी जैसे-जैसे बढ़ती जाती है,हम ज्यादा खाने-पीने लगते हैं। अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ, वसायुक्त खाद्य पदार्थ, अतिरिक्त शराब और चीनी के सेवन से हमारा आहार स्वास्थ्यवर्धक नहीं रह जाता और इन्हें पचाने के लिए हमारे लिवर को बहुत अधिक काम करना पड़ता है। आपका लिवर लिवर की क्षति लिवर की जांच शराब है लिवर की दुश्मन (नोवा स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी सर्जन डॉ. आशीष भनोट और फरीदाबाद के एशियन इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. राकेश कुमार से बातचीत पर आधारित) आहार और व्यायाम नियमित रूप से एरोबिक व्यायाम करने से हमारे पूरे स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और इससे थकान, तनाव और अवसाद को कम करने में मदद मिल सकती है। लिवर की बीमारी से पीड़ित अधिकतर लोग सुरक्षित रूप से सामान्य व्यायाम कर सकते हैं, लेकिन अधिक शारीरिक परिश्रम वाले व्यायाम से उनके लक्षण और बढ़ सकते हैं। गंभीर सिरोसिस से पीड़ित लोगों को व्यायाम को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। यदि आपको हेपेटाइटिस या एचआईवी रोग है तो किसी भी प्रकार का व्यायाम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें। लिवर को स्वस्थ रखने के उपाय भोजन को कम फ्राई करें शरीर में पानी का स्तर बनाए रखें भारी खाद्य पदार्थो का सीमित मात्रा में सेवन मांस, अंडे और वसायुक्त खाद्य पदार्थ पाचन को धीमा करते हैं और गर्मी के संचय में योगदान करते हैं। ठंडे खाद्य पदार्थो का सेवन करें बर्फ का इस्तेमाल कम करें नमक का सेवन कम करें समय पर पहचानें लक्षण सचेत हो जाएं रखें लिवर फिट बिलीरुबिन को जल्दी कैसे कम करें?इसके लिए छाछ में काला नमक मिलाकर सेवन करें। इससे पाचन तंत्र में सुधार होता है और पीलिया में आराम मिलता है। विशेषज्ञों की मानें तो मूली का रस पीने से रक्त में अतिरिक्त बिलुरुबिन बाहर निकल जाता है। पीलिया के मरीजों को रोजाना कम से कम एक गिलास मूली का रस का सेवन करना चाहिए।
बिलीरुबिन ज्यादा होने से क्या होता है?पीलिया (Piliya) तब होता है, जब शरीर में बिलीरुबिन नामक पदार्थ बहुत अधिक हो जाता है। बिलीरुबिन की अत्यधिक मात्रा होने से लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है, और इससे लिवर के काम करने की क्षमता कमजोर पड़ जाती हैं। बिलीरुबिन धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाता हैं जिससे व्यक्ति को पीलिया रोग हो जाता है।
वयस्कों में बिलीरुबिन का खतरनाक स्तर क्या है?अन्य प्रकार की लिवर जांच में बिलीरुबिन (सामान्य स्तर 0-1.3 मिलीग्राम), एल्बुमिन (सामान्य स्तर 3.2 - 5 ग्राम) और प्रोथ्रोम्बिन टाइम (रक्त के थक्के का पता लगाने का एक तरीका) शामिल हैं। लिवर में हुई क्षति की सीमा निर्धारित करने का सबसे बेहतर उपाय लिवर बायोप्सी है।
पीलिया की नार्मल रेंज कितनी होती है?सामान्यत: रक्तरस में पित्तरंजक का स्तर 1.0 प्रतिशत या इससे कम होता है, किंतु जब इसकी मात्रा 2.5 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है तब कामला के लक्षण प्रकट होते हैं।
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