घरेलू विद्युत परिपथ में श्रेणी क्रम संयोजन का उपयोग क्यों नहीं किया जा सकता है? - ghareloo vidyut paripath mein shrenee kram sanyojan ka upayog kyon nahin kiya ja sakata hai?

Solution : In series combination <br> (i) equivalent resistance is maximum, hence, less current flows in the circuit. <br> (ii) if one appliance is switched off then all other appliances will also stop working. <br> (iii) the voltage of external power supply is divided among the various appliances. <br> (iv) same current flows in all appliances. Hence, high rating appliances can.t draw more current from the circuit.

निम्नलिखित को स्पष्ट कीजिए
घरेलू विद्युत परिपथ में श्रेणीक्रम संयोजन का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है?


घरेलू विद्युत परिपथ में श्रेणीक्रम संयोजन का उपयोग निम्न कारणों से नहीं किया जाता है
i) श्रेणीक्रम संयोजन विद्युत् पथ का प्रवाह अलग अलग बंट जाता है और घर के उपकरणों को पूरी वोल्टेज नहीं मिल पाती।
ii) यदि किसी एक उपकरण में कोई खराबी आती है तो सभी उपकरण काम करना बंद कर देंगे।

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प्रतिरोध R के किसी तार के टुकड़े को 5 बराबर भागों में काटा जाता है इन टुकड़ों को फिर पाशर्वक्रम में संयोजित कर देते हैं यह संयोजन का तुल्य प्रतिरोध R' है तो R/R' अनुपात का मान क्या है?

  • 1/25

  • 1/5

  • 5

  • 5


D.

5

सभी टुकड़ो का प्रतिरोध = R/5
पाँच टुकड़ो को पाशर्वक्रम में संयोजित करने पर प्रतिरोध,

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सभी टुकड़ो का प्रतिरोध = R/5
पाँच टुकड़ो को पाशर्वक्रम में संयोजित करने पर प्रतिरोध,

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220 के विद्युत लाइन पर उपयोग किए जाने वाले बहुत से बल्बों को अनुमतांक  10 है यदि 220 लाइन का अनुमत अधिकतम विद्युत धारा 5 A है तो इस  लाइन के दो तारों के बीच  कितने बल्ब पार्श्वक्रम में संयोजित किए जा सकते हैं?

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किसी विद्युत भट्टी की तप्त प्लेट दो प्रतिरोधक कुंडलियां A तथा B की बनी है जिनमें प्रत्येक का प्रतिरोध 24 है तथा इन्हें पृथक-पृथक श्रेणीक्रम में अथवा पार्श्वक्रम में संयोजित करके उपयोग किया जा सकता है यदि यह भट्टी 220V विद्युत लाइन से संयोजित की जाती है तो तीनों प्रकरणों  में प्रवाहित विद्युत धाराएं क्या है ?


(i) विभवांतर = 220 V
प्रत्येक कुंडली का प्रतिरोध, r = 2Ω
(ii) कुंडली A तथा B को श्रेणीक्रम में जोड़ने पर प्रतिरोध, Rs = r +r = 2r = 48Ω

श्रेणीकृत कुंडलियों में प्रवाहित विद्युत् Is =

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(iii) कुंडली A तथा B को पार्श्वक्रम में जोड़ने पर प्रतिरोध, Rp =
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पार्श्वक्रमित कुंडलियों में प्रवाहित विद्युत् Ip = 
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निम्नलिखित में से कौन सा पद विद्युत परिपथ में विद्युत शक्ति को निरूपित नहीं करता ?

  • I2R
  • IR2
  • VI
  • VI


B.

IR2

विद्युत् शक्ति 
 P = V = (IR)R = I2R
= V (V/R) = [V2/R]

केवल I2R विद्युत् परिपथ में विद्युत् शक्ति को निरूपित  नहीं करता

विद्युत् शक्ति 
 P = V = (IR)R = I2R
= V (V/R) = [V2/R]

केवल I2R विद्युत् परिपथ में विद्युत् शक्ति को निरूपित  नहीं करता

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100 Ω का एक विद्युत लैंप, 50Ω का एक विद्युत टोस्टर तथा 500 Ω का एक जल फ़िल्टर 220 V के विद्युत् स्रोत से पार्श्वक्रम में संयोजित है उस विद्युत इस्तरी प्रतिरोध का क्या है जिसे यदि समान स्रोत के साथ संयोजित कर दें तो वह उतनी ही विद्युत धारा लेती  है जितनी तीनों युक्तियों लेती हैं यह भी ज्ञात कीजिए कि इस विद्युत इस्तरी से कितनी विद्युत धारा प्रवाहित होती है 


दिया गया हुआ है,
विद्युत् लैंप का प्रतिरोध, R1 = 100 Ω
टोस्टर का प्रतिरोध, R2 = 50 Ω
जल फ़िल्टर का प्रतिरोध, R3 = 500 Ω

घरेलू विद्युत परिपथ में श्रेणी क्रम संयोजन का उपयोग क्यों नहीं किया जा सकता है? - ghareloo vidyut paripath mein shrenee kram sanyojan ka upayog kyon nahin kiya ja sakata hai?

 तीनों में से प्रवाहित विद्युत् धारा , 

घरेलू विद्युत परिपथ में श्रेणी क्रम संयोजन का उपयोग क्यों नहीं किया जा सकता है? - ghareloo vidyut paripath mein shrenee kram sanyojan ka upayog kyon nahin kiya ja sakata hai?

यदि विद्युत उसी स्रोत के साथ संयोजित कर दें तो उसमें से भी समान विद्युत धारा प्रवाहित होगी इस्तरी का प्रतिरोध = 

घरेलू विद्युत परिपथ में श्रेणी क्रम संयोजन का उपयोग क्यों नहीं किया जा सकता है? - ghareloo vidyut paripath mein shrenee kram sanyojan ka upayog kyon nahin kiya ja sakata hai?

तो विद्युत इस्तरी में प्रभावित होने वाली विद्युत धारा = 7.04 A

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घरेलू विद्युत परिपथ में श्रेणी क्रम संयोजन का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है?

Solution : घरेलू विद्युत् परिपथों में श्रेणीक्रम संयोजन का उपयोग नहीं किया जाता है क्योंकि जैसे-जैसे हम श्रेणी क्रम में प्रतिरोध को जोड़ते हैं, तुल्य धारा कम होती जाती है जिस कारण बल्बों की रोशनी कम होती जाती है।

घरेलू परिपथ में समांतर क्रम में उपकरणों का संयोजन क्यों किया जाता है?

पार्श्वबद्ध या समांतर क्रम में जोड़ने से सभी उपकरणों की बोल्टता एक समान बनी रहती है। इस संयोजन या वायरिंग से एक मुख्य लाभ यह भी है कि एक परिपथ का स्विच बन्द करने से दूसरे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इस कारण घरों में विद्युत उपकरण को समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है।

श्रेणी परिपथ का क्या उपयोग है?

परिपथों में भिन्न प्रकार के अवयव भी श्रेणीक्रम या समान्तरक्रम में जुड़े हो सकते हैं उदाहरण के लिये डायोड की रक्षा के लिये उसके श्रेणीक्रम में उपयुक्त मान का फ्यूज लगा दिया जाता है; या पंखे को चालू/बंद करने के लिये उसके श्रेणीक्रम में एक स्विच डाला जाता है।