शरीर के पूर्ण विकास के लिए अच्छी व हेल्दी डाइट बहुत ज़रूरी है। यह आहार फल व सब्जियों से भरपूर होना चाहिए। इससे आपको अनेक बीमारियों से लड़ने व बचे रहने में सहायता मिलती है। मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए ये ज़्यादा ज़रूरी हो जाता है कि आप अपने खाने पर ध्यान दें। मधुमेह रोगियों को अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित व मैनेज करने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर, उच्च फाइबर वाली सब्जियां अपनी डाइट में जरूर शामिल करनी चाहिए। Show
टाइप 2 मधुमेह इंसुलिन प्रतिरोध से जुड़ा है, जो फैटी लीवर, हृदय रोग, असामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर, उच्च रक्तचाप और यहां तक कि कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए डाइबीटिक डाइट में शुगर लेवल के कंट्रोल के साथ-साथ हृदय रोग और कैंसर जैसी जटिलताओं की रोकथाम के बारे में भी ध्यान रखा जाना चाहिए। विभिन्न पोषक तत्व और विभिन्न प्रकार के फाइबर से भरपूर भोजन इस तरह की जटिलताओं को कम करने में मदद करते हैं। टाइप 2 मधुमेह होने का मतलब यह नहीं कि आप केवल उबली सब्जियाँ या बेस्वाद खाना खाएं। आप डाइबीटिक डाइट में भी अच्छी सब्जियों के साथ स्वाद को बनाए रख सकते हैं। टाइप 2 मधुमेह के लिए सबसे अच्छी सब्जियां वो होती है जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होने के साथ वो फाइबर से भरपूर, हाई-प्रोटीन व नाइट्रेट्स में उच्च हो जो ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ शुगर लेवल को भी कंट्रोल कर सके। कुछ सब्जियां ऐसी होती हैं जो मधुमेह होने पर रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकती हैं। इसलिए अपने खाने में सही सब्जियों का चुनाव बहुत ज़रूरी है। सही व डाइबीटिक-फ़्रेंडली सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करके आप न केवल मधुमेह का प्रबंधन (diabetes management) कर सकते हैं, बल्कि आसान पाचन, वजन घटाने, हृदय की स्वस्थ कार्यप्रणाली
और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने जैसे स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं। एक स्वस्थ व प्रभावी डाइट का मतलब है ज़्यादा सब्जियाँ व कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन अपनाना। साथ ही ब्रेड या मीठे स्नैक्स जैसे खाद्य पदार्थों में कटौती करना।
शुगर के मरीजों को कौन सी सब्जी खाना चाहिए और कौन सी नहीं?शुगर के मरीजों को कुछ विशेष गुण वाली सब्जियाँ खानी चाहिए जिससे उन्हें पोषण के साथ-साथ शुगर पर नियंत्रण रखने में मदद मिल सके। ऐसे कुछ गुण है: कम जीआई (ग्लिसेमिक इंडेक्स)वाली सब्जियां-किसी भोजन की जीआई रैंकिंग से पता चलता है कि शरीर उस भोजन से ग्लूकोज को कितनी जल्दी अवशोषित करता है। कम जीआई खाद्य पदार्थों की तुलना में शरीर उच्च-जीआई खाद्य पदार्थों से रक्त शर्करा को बहुत तेजी से अवशोषित करता है। निम्न-जीआई सब्जियां मधुमेह वाले लोगों के लिए सुरक्षित हैं, जैसे:
उच्च नाइट्रेट मात्रा:नाइट्रेट ऐसे रसायन होते हैं जो प्राकृतिक रूप से विशिष्ट सब्जियों में पाए जाते हैं। लेकिन उन्हें कई उत्पादों में प्रीज़र्वर के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
प्रोटीन युक्त सब्जियां:प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ से आपकी भूख लंबे समय तक शांत रहती है और भोजन के बीच नाश्ता करने की इच्छा कम हो जाती है।
फाइबर या रेशा:प्राकृतिक भोजन से फाइबर की पूर्ति किसी सप्लीमेंट की तुलना में बेहतर होती है। इसके लिए अपने खाने में फाइबरयुक्त सब्जी को ज़रूर शामिल करें। फाइबर कब्ज को कम करने, “खराब” कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और वजन नियंत्रण में मदद करता है। अधिक फाइबर से शरीर में
ग्लूकोस के अवशोषण को कम किया जा सकता है जिससे शुगर लेवल अचानक से नहीं बढ़ते हैं।
डायबिटीज पेशेंट्स के लिए बेस्ट सब्जियांसब्जियां पोषण से भरपूर होती है जिसमें फाइबर, विटामिन, मिनरल व प्लांट कमपाउन्ड बहुतायत से पाए जाते हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए सब्जियाँ उनके पोषण को पूरा करती है। हालांकि सब्जियां स्वास्थ्य के लिए बेहतर है लेकिन मधुमेह या डाईबिटीज़ के लोगों के लिए सभी सब्जियाँ सही नहीं मानी जाती। आइए जानें मधुमेह के रोगियों के लिए कौनसी सब्जियाँ बेहतर है: 1. गाजरफाइबरयुक्त गैर-स्टार्च सब्जियों से भूख जल्दी शांत हो जाती है और व्यक्ति लंबे समय तक संतुष्ट महसूस करता है। इससे शुगर लेवल को कम करने के साथ ही वजन पर भी नियंत्रण रखा जा सकता है। गाजर में विटामिन ए भी अधिक मात्रा में होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता और आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। एक आधा कप गाजर की न्यूट्रीशनल वैल्यू निम्नलिखित है:
2. ब्रोकोलीसब्जियों में फाइबर पेट भरा हुआ महसूस करवाने के साथ एक प्रीबायोटिक के रूप में भी कार्य करता है। प्रीबायोटिक फाइबर हमारे आंत बैक्टीरिया द्वारा किण्वित होते हैं, जिससे उन्हें पनपने में मदद मिलती है। साथ ही कुछ मामलों में, यह ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल मेटाबोलिज़्म में मदद करता है। इसके लिए ब्रोकोली एक बढ़िया विकल्प है। यह स्वस्थ पाचन के साथ शरीर में ग्लूकोस लेवल्स को बढ़ने नहीं देती व डाईबिटीज़ के लोगों के लिए एक सुरक्षित विकल्प है। कच्ची ब्रोकली की 1 कप मात्रा में मौजूद न्यूट्रीशनल वैल्यू है:
3. तोरीतोरी में विशेष रूप से कैरोटीनॉयड हाई होते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखते हैं। यह कुछ कैंसर से भी रक्षा कर सकते हैं। तोरी में कम कैलोरी व अधिक फाइबर होता है जो शुगर लेवल को सही रखता है व डाईबिटीज़ से जुड़ी अन्य जटिलताओं के रिस्क को कम करता है। एक कप तोरी या ज़ूकीनी की न्यूट्रीशनल वैल्यू है:
4. पत्ता गोभीपत्ता गोभी में विटामिन सी की मात्रा काफ़ी अधिक होती है जो इम्यूनिटी को बूस्ट करती है। पत्ता गोभी हृदय स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है। इसमें फाइबर उच्च मात्रा में होता है जो पाचन को धीमा कर के रक्त शर्करा के स्पाइक्स को रोकने में मदद करता है। एक कप पत्तागोभी की न्यूट्रीशनल वैल्यू है:
5. पालकसभी पत्तेदार हरी सब्जियों की तरह, पालक पोषक तत्वों से भरपूर और कैलोरी में बहुत कम होता है। यह आयरन से भी भरपूर होता है, जो स्वस्थ रक्त प्रवाह में मदद करता है व एनीमिया से बचाता है। एक कप कच्ची पालक की न्यूट्रीशनल वैल्यू है:
6. टमाटरटमाटर शुगर लेवल को कंट्रोल रखने के साथ खाने में मिठास व स्वाद बढ़ाता है। टमाटर में लाइकोपीन की मात्रा अधिक होती है जो एक ऐसा यौगिक है जो हृदय रोग और कुछ कैंसर के रिस्क को कम करता है। 100 ग्राम कच्चे टमाटर की न्यूट्रीशनल वैल्यू है:
7. खीराखीरा ककड़ी में पर्याप्त मात्रा में पानी होता जो हाइड्रेटेड रखने के साथ-साथ आपकी भूख को भी शांत रखता है और आपका पेट जल्दी भर जाता है। एक अध्ययन में पाया गया कि खीरा रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। आधा कप (लगभग 50 ग्राम) खीरा की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
8. लेट्यूस या सलाद पत्ताअलग-अलग लेट्यूस में पोषक तत्व भी भिन्न होते हैं। लेकिन यह सभी फाइबर और पानी में उच्च होते हैं। विशेष रूप से, लाल पत्ती वाले लेट्यूस में विटामिन के की मात्रा दैनिक ज़रूरत से भी अधिक होती है, जो रक्त के थक्के और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। लेट्यूस के साथ खाना खाने से वह उसके अवशोषण को धीमा कर देती है, जो रक्त शर्करा नियंत्रण में योगदान देता है। 100 ग्राम कच्चे लेट्यूस की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
9. मशरूममशरूम को डाईबिटीज़ के लिए एक अच्छा आहार माना जाता है। डाईबिटीज़ की दवा मेटफॉर्मीन को विटामिन बी की कमी से जोड़ा जाता है और मशरूम विटामिन बी की कमी को पूरा करता है। विटामिन बी कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाता है। 1 कप मशरूम की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
10. हरी बीन्सहरी बीन्स या ग्रीन बीन्स स्वास्थ्य लाभ से भरपूर होती हैं। इनमें विटामिन सी, विटामिन ए और हाई-फाइबर होते हैं। यह रक्त शर्करा को कंट्रोल रखने में मदद करता है और डाईबिटीज़ से जुड़ी कई समस्याओं को भी सुधारता है। डिब्बाबंद हरी बीन्स से बचें क्योंकि उसमें सोडियम होता है। एक कप ग्रीन बीन्स (100 ग्राम) की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
11. भिंडीभिंडी कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली सब्जियों (17-20) में से एक है जिसमें पोटेशियम, विटामिन बी और सी, फोलिक एसिड, फाइबर और कैल्शियम से भरपूर पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है। भिंडी में मौजूद उच्च फाइबर मधुमेह को मैनेज करने के साथ इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ कई गुणों से भरपूर है। एक कप कच्ची भिंडी (100 ग्राम) की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
12. मूलीमूली में पाई जाने वाली हाई फाइबर मात्रा मधुमेह रोगियों के लिए अच्छी होती है जो इसे डाईबिटीज़ के लिए सबसे अच्छी सब्जियों में से एक बनाती है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। एक कप स्लाइस्ड कच्ची मूली की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
13. करेलाज्यादातर लोग करेले के स्वाद के कारण अपने आहार में करेला को शामिल करना पसंद नहीं करते हैं। हालांकि, यह उन लोगों के लिए उत्कृष्ट सब्जियों में से एक है जो मधुमेह से पीड़ित हैं। करेला इंसुलिन के स्तर को मैनेज करता है और शुगर स्पाइक्स को रोकता है। 100 ग्राम कच्चे करेले की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
14. चुकंदरचुकंदर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और विटामिन, खनिज, फाइबर और फाइटोन्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। ये मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, प्राकृतिक चीनी ग्लूकोज में परिवर्तित नहीं होती है। तो यह मधुमेह वाले लोगों के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा, चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट लिपोइक एसिड की मात्रा अधिक होती है जो सेल एजिंग के कारण होने वाली समस्याओं को कम करती है। 100 ग्राम चुकंदर की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
15. फूलगोभीमधुमेह प्रबंधन के लिए फूलगोभी एक शानदार विकल्प है। यह कैलोरी में कम होने के साथ फाइबर, विटामिन सी और फोलेट का एक समृद्ध स्रोत है। फूलगोभी में उपस्थित उच्च फाइबर आपके पाचन तंत्र पर तनाव को कम करती है और रक्त शर्करा में स्पाइक्स को कम करने में मदद करती है। एक कप कच्ची फूलगोभी की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
16. शतावरी या एसपेरेगसडाईबिटीज़ डाइट प्लान में जोड़ने के लिए यह एक उत्कृष्ट सब्जी है। इसमें लोहा व तांबा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें पोटैशियम भी होता है, जो मधुमेह के इलाज के लिए जरूरी है। साथ ही इसमें मौजूद कैल्शियम, फास्फोरस और मैंगनीज जैसे अन्य तत्व जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। आधे कप पके हुए एसपेरेगस या शतावरी की न्यूट्रीशनल वैल्यू:
शुगर के मरीज को कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए?ध्यान रखें कि किसी भी सब्जी को अपनी खुराक में शामिल करने के लिए कोई सख्त नियम या सीमाएं नहीं हैं। साथ ही, कोई भी सब्जी मधुमेह के लिए बहुत खराब नहीं है बस इनको खाने के तरीके पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। आपको रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए एक सही आहार योजना का पालन करने की आवश्यकता है। सब्जी की मात्रा या पोर्शन, कार्ब, उसको खाने के तरीके व समय के साथ-साथ उसमें मौजूद पोषक तत्वों के आधार पर इनको अपनी डाइट में शामिल करने की ज़रूरत है।
लेकिन कुछ ऐसी सब्जियाँ हैं जो शुगर के मरीज़ को नहीं खानी चाहिए या इनसे बचना चाहिए। ऐसी कुछ सब्जियाँ हैं:आलूशकरकंद और आलू दोनों ही स्टार्च से भरपूर होते हैं और इनमें हरी सब्जियों की तुलना में अधिक कार्बोहाइड्रेट होते हैं। सामान्य पके हुए सफेद आलू का जीआई 111 और शकरकंद का 96 होता है। ये दोनों उच्च जीआई हैं, यह स्पष्ट करता है कि इन्हें खाने से आपके रक्त शर्करा के स्तर में गड़बड़ी हो सकती है। यदि आप फ़िर भी इसे खाना चाहते हैं तो बहुत कम मात्रा में रेशेदार सब्जियों के साथ इनका सेवन कर सकते हैं। आलू करी, फ्रेंच फ्राइज़ और आलू चिप्स जैसे आलू से तैयार प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें। मटरअगर आपको मधुमेह है तो मटर का सेवन कम से कम मात्रा में करना चाहिए क्योंकि अधिक मात्रा में इसका नियमित सेवन आपके लिए हानिकारक होता है। उदाहरण के लिए, 100 ग्राम मटर में लगभग 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है जो आसानी से ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। भुट्टाभले ही मकई फाइबर, प्रोटीन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है, लेकिन इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। यह एक उच्च कैलोरी वाली सब्जी है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 46 है, जो कम जीआई खाद्य पदार्थों के अंतर्गत आता है। दूसरी ओर, पॉपकॉर्न और कॉर्न फ्लेक्स जैसे स्नैक्स में 65 और 81 का उच्च जीआई होता है, आपको अपने नियमित आहार में इनकी न्यूनतम मात्रा ही रखनी चाहिए। सब्जी का रसयह आपको आश्चर्यचकित कर सकता है कि हरी सब्जियों का रस बहुत ज़्यादा हेल्दी होता है लेकिन यह मधुमेह के लिए उपयुक्त नहीं हैं। क्यों? क्योंकि जब आप इन्हें जूस के रूप में लेते हैं तो आप इनमें मौजूद फाइबर की मात्रा को खो देते हैं। इसलिए सब्जियों का जूस लेने से बचें। निष्कर्षमधुमेह का आपके स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इसलिए, यदि आप मधुमेह से कुशलता से लड़ना जानते हैं और एक अच्छी जीवनशैली अपनाते हैं तो यह आपके डाईबिटीज़ को मैनेज करने में बहुत मदद करता है। एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए, आपको स्वस्थ भोजन के विकल्प चुनने चाहिए जो रक्त शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाते हैं और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं। गाजर, ब्रोकोली, फूलगोभी, गोभी, टमाटर, शतावरी, बीन्स, बीट्स जैसी सब्जियां डाईबिटीज़ डाइट के लिए बेहतरीन विकल्प है। यह कार्ब्स और स्टार्च में कम होते हैं जबकि पोषक तत्वों, फाइबर और विटामिन से भरपूर होते हैं। ध्यान रखने वाली एक और जरूरी चीज ग्लाइसेमिक इंडेक्स है। इसलिए, कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस भोजन का आनंद लेना चाहते हैं, सुनिश्चित करें कि यह सीमित मात्रा में होना चाहिए।Last Updated on सितम्बर 20, 2022 by Dr. Damanjit Duggal शुगर में कौन कौन से बिस्कुट खाने चाहिए?इस आइटम को खरीदने वाले ग्राहकों ने ये भी खरीदा. हे ग्रेन कुकीज़ होम कॉम्बो-9 (रागी और ओट्स शुगर फ्री और बादाम बिस्कोटी शुगर फ्री) ... . Worth2Deal चीनी-फ़्री गेहूं रस्क डायबिटिक्स और रोगियों के लिए लाइफस्टाइल रोग के साथ 250 gm. ... . Diabexy बादाम कुकीज़ चीनी नियंत्रण मधुमेह के लिए - 200g.. शुगर फ्री बिस्किट कौन से हैं?टिफ़नी सुगरफ्री चॉकलेट फ्लेवर्ड क्रीम बिस्कुट उन लोगों के लिए हैं जो चीनी प्रतिबंधित आहार पर हैं या सिर्फ आपकी चीनी की खपत को कम करना पसंद करते हैं।
पतंजलि में शुगर फ्री बिस्कुट कौन सा है?पतंजलि मारी बिस्कुट, 250g.
मैरी गोल्ड बिस्कुट खाने से क्या होता है?इसमें कॅलरी की मात्रा कम होने के कारण इसे बहुत ज़्यादा ना खायें। खाद्य विशेषज्ञों का पसंदीदा मारी बिस्कुट में दोनों शक्कर और मैदा होते हैं, इसलिए इन्हें सिमीत मात्रा में ही खाना चाहिए। चाय के सात 1-2 बिस्कुट खाना 1-2 घंटे के लिए भूख से निपटने का अच्छा तरीका है।
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