डिजिटल थर्मामीटर से बुखार कैसे नापा जाता है? - dijital tharmaameetar se bukhaar kaise naapa jaata hai?

शरीर का तापमान बढ़ना, बुखार होता है। शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.6° F (37°C) होता है। सामान्य तौर पर, 100.4°F (38°C) से ऊपर का तापमान होने पर बुखार होता है।

हर व्यक्ति के शरीर का तापमान थोड़ा भिन्न हो सकता है और यह दिन के समय और शारीरिक गतिविधि जैसे कारकों पर निर्भर होता है। तापमान लेने के लिए उपयोग की जाने वाली पद्धति भी परिणामों को प्रभावित कर सकती है।

बच्चों में बुखार संबंधी दिशानिर्देश

तापमान मापने के लिए उपयोग की गई पद्धति के आधार पर बुखार को परिभाषित किए जाने का तरीका भिन्न हो सकता है। बुखार संबंधी विशिष्ट दिशानिर्देशों के लिए अपने चिकित्सक से बात करें।

3 महीने से अधिक उम्र के बच्चों के लिए, बुखार को इस प्रकार परिभाषित किया जा सकता है:

  • 100.9°F (38.3°C) या इससे अधिक का मुँह का (मुँह से) तापमान
  • 100.4°F (38.0°C) या इससे अधिक का मुँह का तापमान जो एक घंटे तक रहे
  • बांह के नीचे (कांख) में 99.9°F (37.7°C) का तापमान
  • बांह के नीचे 99.4°F (37.4°C) या इससे अधिक का तापमान, जो एक घंटे तक रहे

तीन महीने से कम उम्र के बच्चों में, अगर कांख में मापा गया तापमान 99.4°F (37.4°C) या इससे अधिक हो, तो इसे बुखार माना जाता है।

बुखार के कारण क्या हैं?

बुखार का सबसे आम कारण कीटाणु या विषाणुओं से होने वाला संक्रमण है। बुखार के अन्य कारणों में गर्मी में बाहर निकलना, कैंसर, ऑटोइम्यून विकार, कुछ दवाइयां या टीकाकरण शामिल हो सकते हैं।

कैंसर से पीड़ित बच्चों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, क्योंकि कैंसर और इसके इलाज से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है। अपने चिकित्सक से पूछें कि यदि आपके बच्चे को बुखार हो जाए, तो क्या करना है। बचपन में होने वाले कैंसर में बुखार और संक्रमण के लक्षण के बारे में और पढ़ें।

बुखार के लक्षण क्या हैं?

बुखार के लक्षणों में शामिल हैं:

  • स्पर्श करने पर त्वचा गर्म महसूस होना
  • गाल फूलना (लाल या गुलाबी रंग का होना)
  • ठंड लगना
  • सिरदर्द और शरीर में दर्द
  • कम ऊर्जावान या अच्छी तरह महसूस न होना

मैं तापमान कैसे लूं?

तापमान मापने का सबसे अच्छा तरीका, डिजिटल रीडिंग वाले थर्मामीटर का उपयोग करना है। डिजिटल थर्मामीटर त्वरित और उपयोग में आसान होते हैं। कांच के पारा युक्त थर्मामीटर का उपयोग न करें। अगर पारा वाला थर्मामीटर टूटा, तो यह विषाक्त हो सकता है।

तापमान मापने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

बुखार जांचने के लिए मुँह से तापमान मापना, आमतौर पर सबसे सटीक और सुविधाजनक तरीका है। यदि बच्चा बहुत छोटा है या उसके मुँह में छाले है, तो कांख से तापमान मापें।

बचपन में होने वाले कैंसर के अधिकांश मरीजों के लिए मुँह और कांख से तापमान मापना, ये दो अनुशंसित तरीके हैं। किसी भी अन्य विधि का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से बात करें, जैसे कि टेम्पोरल आर्टरी (माथे) थर्मामीटर या टिंपेनिक (कान) थर्मामीटर, क्योंकि वे कम सटीक हो सकते हैं। पेसिफ़ायर थर्मामीटर और माथे पर लगाने वाली पट्टी से बचें, क्योंकि ये विश्वसनीय नहीं हैं और सटीक रीडिंग नहीं देते हैं।

सावधान: मलाशय क्षेत्र (नीचे से) तापमान मापना, बचपन में होने वाले कैंसर के रोगियों के लिए जोखिम हो सकता है। कैंसर के रोगियों में अक्सर प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है और गुदा व तल के आसपास चकत्ते या घाव हो सकते हैं। रेक्टल थर्मामीटर गुदा क्षेत्र की पतली त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है और संक्रमण का जोखिम बढ़ा सकता है। इसलिए, आमतौर पर कैंसर से पीड़ित बच्चों में बुखार की जांच के लिए रेक्टल तापमान का उपयोग नहीं किया जाता है।

शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए, जिन्हें कैंसर नहीं है और जो स्वस्थ हैं, बच्चों के चिकित्सक रेक्टल तापमान की सलाह दे सकते हैं। रेक्टल थर्मामीटर अक्सर शरीर के तापमान की सबसे सटीक रीडिंग देते हैं। बुखार को मापने के तरीके के बारे में हमेशा अपने चिकित्सक के निर्देशों का पालन करें।

मैं डिजिटल थर्मामीटर को कैसे साफ करूं?

अधिकांश थर्मामीटर को साबुन और पानी का उपयोग करके साफ किया जा सकता है। आप सतह (मुँह में डालने से पहले साफ करें) को पोंछने के लिए रबिंग अल्कोहल (70% आइसोप्रोपिल अल्कोहल) का भी उपयोग कर सकते हैं। साफ कपड़े से पोंछें।

थर्मामीटर को पानी में उबालें या डुबाए नहीं। डिशवॉशर में साफ न करें। हमेशा निर्माता के निर्देशों का पालन करें।

Health Tips: जब भी आपको बुखार जैसा महसूस होता है, तो आप सबसे पहले थर्मामीटर निकालकर शरीर के तापमान की जांच करते हैं. जब कोरोना वायरस महामारी पूरी दुनिया भर में आग की तरह तेज़ी से फैल रही है, तो ऐसे में घर पर थर्मामीटर रखना बेहद ज़रूरी हो गया है. बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ होना, इस खतरनाक बीमारी के अहम लक्षण हैं. थर्मामीटर ऐसी जरूरी चीज है जो घर में होना ही चाहिए. 

जानलेवा साबित हो रहा है कोरोना का नया लक्षण 'हैप्पी हाइपोक्सिया', पहुंचा सकता है ICU, जानें लक्षण

अगर आप में या आपके बच्चे में बुखार जैसे लक्षण नजर आ रहे हों तो आप घर में मौजूद थर्मामीटर का उपयोग कर तापमान माप सकते है. लेकिन थर्मामीटर का सही इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है. जिससे आप ठीक प्रकार से बुखार नाप सके. अगर हम बॉडी टेंपरेचर को सही से नापेंगे तो उसका इलाज भी सही से कर पाएंगे. तो इस रिपोर्ट में हम जानते हैं कि थर्मामीटर कितने प्रकार के होते हैं और कैसे इनका सही तरीके से इस्तेमाल करें...तो पहले बात करते हैं कि थर्मामीटर कितने प्रकार के होते हैं.

थर्मामीटर दो प्रकार के होते हैं 
बाजार में दो तरह के थर्मामीटर मिलते हैं. एक मरकरी थर्मामीटर जो ज्यादातर डॉक्टरों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है और दूसरा डिजिटल थर्मामीटर जिसे आसानी से हम घर में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

मरकरी थर्मामीटर
यह थर्मामीटर कांच की ट्यूब की तरह होता है. इसमें मरकरी (पारा) भरा हुआ होता है और कांच की ट्यूब के ऊपर सामान्य तापमान लिखे होते हैं. अगर तापमान में बदलाव होता है तो मरकरी भी तापमान के हिसाब से फैलने या सिकुड़ने लगता है. इस तरह शरीर के तापमान का पता लगाया जा सकता है. यह थर्मामीटर एक स्ट्रॉ या पाइप के जैसे आकार का होता है. इसके भीतर सिल्वर या सफेद रंग का लिक्विड भरा होता है. हालांकि इन थर्मामीटर का चलन अब बीते जमाने की बात हो चुकी है. इनके टूटने का डर हमेशा बना रहता है. इनकी जगह बाजार में डिजिटल थर्मामीटर आ गए हैं, जिनहें इस्तेमाल करना भी आसान है और इनके परिणाम भी सटीक रहते हैं.

Gargle Effect On Corona: दिन में कितनी बार करना चाहिए गरारा, जानें इसके फायदे और नुकसान

डिजिटल थर्मामीटर
आजकल डिजिटल थर्मामीटर का चलन काफी बढ़ गया है. इसमें बुखार की स्थिति का आसानी से सही पता लगाया जा सकता है. यह गिरने पर टूटता भी नहीं है. बैटरी से चलने वाले इस थर्मामीटर में सेंसर और एलसीडी स्क्रीन (LCD Screen) होते हैं. तापमान एलसीडी स्क्रीन पर आ जाता है. इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है और इसे इस्तेमाल करना भी आसान होता है.

थर्मामीटर का सही इस्तेमाल है जरूरी
शरीर के टेंपरचर को मापने के लिए मरकरी थर्मामीटीर का इस्तेमाल करें या फिर डिजिटल थर्मामीटर का इस्तेमाल करें. बस ये ध्यान रखें कि इनका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए.

बच्चों में ऐसे नापें टेंपरेचर
बच्चों में थर्मामीटर का इस्तेमाल काफी सावधानी से करना चाहिए. तीन साल तक की उम्र के बच्चों में गुदा से डिजिटल थर्मामीटर का इस्तेमाल कर शरीर का सही तापमान मापा जा सकता है. बता दें कि पांच साल की उम्र के बाद शरीर के किसी भी भाग में किसी भी तरह के थर्मामीटर का इस्तेमाल किया जा सकता है.

जब डिजिटल थर्मामीटर से नापें तापमान, रखें ये ध्यान
अगर आप डिजिटल थर्मामीटर से तापमान ले रहे है तो सबसे पहले उसे ऑन करें. इसके बाद जीभ के नीचे जितना हो सके उतना पीछे की तरफ इसे रखे और अपने होंठ बंद कर लें. थर्मामीटर से बीप की साउंड आने तक मुंह को बंद ही रखें. तापमान लेने के बाद थर्मामीटर को साबुन और हल्के गुनगुने पानी से साफ कर दें और फिर ठंडे पाना से धो लें.

मुंह से कैसे तापमान लें
अगर किसी एडल्ट या 15 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे का तापमान माप रहे हैं तो मुंह से तापमान लें. इसके लिए पीछे की तरफ जीभ के नीचे थर्मामीटर रखकर तापमान लेना सटीक माना जाता है. 

बिना झंझट आसानी से घर रहकर ही करें वजन कम, रोज निकालें बस 10 मिनट, करें ये काम

बगल से ऐसे लें तापमान 
कम उम्र के बच्चों का तापमान उनके बगल में थर्मामीटर रखकर लिया जा सकता है. हालाकिं इसके लिए सबसे पहले बगल को अच्छे से सुखा लें. इसके बाद थर्मामीटर की नोक को बगल के बीच के हिस्से में रख दें और बांह को नीचे कर दें. थर्मामीटर से साउंड आने तक इंतजार करें.

सही समय महत्वपूर्ण 
कई बार ऐसा होता है कि जब आप सुबह उठते हैं तो बिल्कुल स्वस्थ महसूस करते हैं, लेकिन दिन होने तक बुख़ार आ जाता है. आमतौर पर, शाम 4 से 9 बजे के बीच का समय होता है जब अक्सर बुखार अपने चरम पर पहुंच जाता है. इसलिए, अगर आप दिन में दो बार अपना तापमान माप रहे हैं, तो एक बार शाम 4 से 9 के बीच भी देखें. साथ ही हर दिन एक ही समय पर बुखार मापने से आपको शरीर के तापमान में बदलाव बेहतर तरीके से समझ आएगा.

ध्यान रखें कि थर्मामीटर को इस्तेमाल करने के बाद डिसइंफेक्ट ज़रूर कर लें और अपना थर्मामीटर किसी के भी साथ शेयर न करें. शरीर में रक्त का संचार बढ़ानेवाली किसी भी काम को करने के कम से कम 30 मिनट बाद ही शरीर का तापमान लेना चाहिए. इनके लगभग 45 मिनट बाद शरीर का ट्रेंप्रेचर लेना चाहिए.

इलेक्ट्रॉनिक थर्मामीटर में बुखार कैसे चेक करें?

मुँह से तापमान लेना (मुँह का तापमान).
गर्म या ठंडे पेय पीने के बाद कम से कम 15 मिनट तक प्रतीक्षा करें। ... .
थर्मामीटर की नोक को जीभ के नीचे, मुँह के पीछे की ओर रखें।.
होठों को मजबूती से दबाएं। ... .
थर्मामीटर में से बीप की आवाज आने तक पकड़कर रखें।.
मुँह से थर्मामीटर निकालें, तापमान पढ़ें और रिकॉर्ड करें।.

डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग कैसे किया जाता है?

थर्मामीटर की नोक को बगल के बीच के हिस्से में रखें और बांह को नीचे कर लें। थर्मामीटर से आवाज़ आने तक इंतज़ार करें। गर्म पानी से नहाने या एक्सरसाइज करने के बाद कम से कम एक घंटे तक तापमान न लें। अधिक सटीक बनाने के लिए दोनों बगल से तापमान लें और औसत निकाल लें।

बुखार कितने डिग्री सेल्सियस पर होता है?

बच्चों में 99.7 डिग्री फारेनहाइट ओरल टेम्परेचर को बुखार समझा जा सकता है। वयस्कों में भी अगर रेक्टल टेम्परेचर 99.7 है तो वो बुखार ही है।

मोबाइल से बुखार कैसे नापे?

Mobile Se Fever Kaise Check Kare.
सबसे पहले आपको अपने फोन के play store पर जाना है..
अब आपको इसमें Body Temprature App लिखकर सर्च करना है उसके बाद आपके सामने यह app आ जायेगा उसके ऊपर क्लिक करके इसे इनस्टॉल कर ले..
अब आप इस app को ओपन कर ले व इसके बाद आप बुखार चेक करने के लिए Temprature Check के ऊपर क्लिक कर ले..