छठे महीने में क्या क्या लक्षण होते हैं? - chhathe maheene mein kya kya lakshan hote hain?

छठे महीने में क्या क्या लक्षण होते हैं? - chhathe maheene mein kya kya lakshan hote hain?

प्रेगनेंसी का छठा महीना प्रेगनेंसी के दूसरे तिमाही का आखिरी महीना है। इस दौरान आपकी प्रेगनेंसी के 20 सप्ताह पूरे हो चुके होते हैं और अगले चार सप्ताह काफी महत्वपूर्ण होते हैं। अभी आप पूर्ण रूप से एक प्रेगनेंट महिला दिखाई देती हैं क्योंकि आपके बेबी बंप का साइज काफी बड़ा हो जाता है। जैसे जैसे आपके शिशु को पौष्टिक की जरूरत होती है वैसे वैसे आपका शरीर खून के उत्पादन को बढ़ाता है। इस दौरान आप खुद में कुछ सामान्य लक्षण महसूस करती हैं लेकिन आपको इनके बारे में टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। 

ये सभी लक्षण 23 Week Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के छठे महीने यानी की 20-24 सप्ताह के दौरान होने वाले आम लक्षण हैं जो कुछ समय के बाद अपने आप ही दूर चले जाते हैं। अगर आप अपने लक्षणों से ज्यादा परेशान हैं या फिर उनकी वजह से कोई दूसरी परेशानी है तो आपको स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर इसके बारे में बात करनी चाहिए। 

  • प्रेगनेंसी के छठे महीने के लक्षण 
    • पीठ में दर्द होना 
    • सूजन होना 
    • खाना हजम नहीं होना 
  • प्रेगनेंसी के छठे महीने में डाइट
    • भरपूर मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें 
    • फाइबर, मिनरल और विटामिन का सेवन 
    • फैट और कार्बोहाइड्रेट का सेवन 
  • प्रेगनेंसी के छठे महीने में शिशु का विकास 
  • प्रेगनेंसी के छठे महीने की सावधानियां 

प्रेगनेंसी के छठे महीने के लक्षण 

हम आपको नीचे (22 Weeks Pregnancy in Hindi) प्रेगनेंसी के छठे महीने में होने वाले उन लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जो सामान्य हैं और आमतौर पर आपकी सेहत या आपके शिशु पर इसका गलत प्रभाव नहीं पड़ता है।  ( और पढ़े: 5 Month Pregnancy in Hindi — लक्षण, शिशु का विकास, शरीर में होने वाले बदलाव और आहार )

पीठ में दर्द होना 

प्रेगनेंसी के (Pregnancy 6 Month in Hindi) 20 से 24 सप्ताह  के दौरान आपका शरीर, गर्भ में पल रहे शिशु का विकास करने के साथ साथ खुद को भी प्रसव (Delivery) के लिए तैयार करता है। आपके शिशु का विकास होने के साथ साथ गर्भाशय का आकार भी बढ़ता है और आपका पेट आगे की तरफ निकलता है तथा शरीर में मौजूद हार्मोन पेल्विक क्षेत्र और मांसपेशियों को ढीला करते हैं जिसके कारण आपके पीठ में दर्द की समस्या सामने आती है।  

सूजन होना 

6 Month Pregnancy in Hindi – प्रेगनेंसी के छठे महीने के दौरान आपके और आपके गर्भ में पल रहे शिशु के पोषक की पूर्ति करने के लिए आपके शरीर में टिश्यू के अंदर तरल पदार्थ बनने शुरू हो जाते हैं। जिसकी वजह से आपके पेल्विक क्षेत्र में ज्यादा प्रेशर पड़ता है जो आपके शरीर में और खासकर आपके पैरों, हाथों और एड़ियों में होने वाले सूजन का कारण बनता है। प्रेगनेंसी की इस अवस्था में सूजन एक आम लक्षण है। ज्यादा सूजन होने की स्थिति में आपको डॉक्टर से मिलकर बात करनी चाहिए।   

खाना हजम नहीं होना 

गर्भाव्स्था के (24 week Pregnancy in हिंदी) 24वें सप्ताह के आसपास आपको गैस और कब्ज की समस्या सामने आती है। क्योंकि इस दौरान आपके गर्भ में पल रहे शिशु का आकार बढ़ता है जिसके कारण पेट के निचले हिस्से पर दबाव पड़ता है। 6th Month Pregnancy in Hindi – प्रेगनेंसी के छठे महीने में गैस और कब्ज की समस्या से बचने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा पानी और फाइबर से भरपूर पदार्थों का सेवन करना चाहिए। गैस या कब्ज की वजह से खाना हजम नहीं होना प्रेगनेंसी के सामान्य लक्षण हैं जो खान पान में बदलाव लाने पर दूर हो जाते हैं। 

इस सब के अलावा भी बहुत से सामान्य लक्षण हैं जिसका अनुभव आप 22 Week Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के 22वें सप्ताह के आसपास करती हैं। इसमें बार बार भूख और प्यास लगना, गर्मी लगना, हल्का फूलका कमजोरी महसूस करना आदि शामिल हैं। 

प्रेगनेंसी के छठे महीने में डाइट

प्रेगनेंसी के छठे महीने में (Pregnancy 22 Weeks in Hindi) आपको भूख और प्यास बहुत तेजी से लगती है। क्योंकि इस दौरान आपके गर्भ में पल रहे शिशु का विकास काफी तेजी से होता है। विकास तेजी से होने के कारण उसे ज्यादा पौष्टिक की जरूरत पड़ती है जिसके कारण आपके शरीर में खून का उत्पादन बढ़ जाता है और हार्मोनल बदलाव भी लगातार होते रहते हैं। ऐसे में आपके डाइट में प्रोटीन, मिनरल, विटामिन, फाइबर और दूसरे पौष्टिक आहार का शामिल होना जरूरी है। क्योंकि यह आपको और आपके शिशु को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।  

भरपूर मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें 

जैसा की आपको पता है की आप मां बनने के काफी करीब जा चुकी हैं। अब तक आप प्रेगनेंसी के पांच महीनों को पार कर चुकी होती हैं। 6 Month of Pregnancy in Hindi – इस दौरान आपके शिशु का विकास बहुत तेजी से होता है। उसका आकार और वजन दिन प्रतिदिन बढ़ते हैं साथ ही आपके शरीर में भी बदलाव होते हैं जिसपर ध्यान देना जरूरी है। ऐसे में शरीर और शिशु दोनों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ज्यादा से ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। 

ये शरीर में मौजूद परेशानियों को दूर कर आपके शरीर की मरम्मत करते हैं। यही कारण है की 24 Weeks Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के 24वें सप्ताह में आपके डाइट में प्रोटीन का शामिल होना जरूरी है। इसकी पूर्ति करने के लिए आप अपनी डाइट में दूध, दही, पनीर, मठ्ठा, अंडा, दाल और फलों को शामिल कर सकती हैं।   

फाइबर, मिनरल और विटामिन का सेवन 

प्रेगनेंसी के 23वें सप्ताह के दौरान Pregnancy 23 Weeks in Hindi शरीर का मजबूत होना बहुत आवश्यक क्योंकि इस दौरान आपके शरीर पर कई तरह के प्रेशर होते हैं। विटामिन, मिनरल और फाइबर का सेवन शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इसकी पूर्ति करने के लिए आपको ताजी और हरी पत्तेदार सब्जियों, फलों, ड्राई फ्रूट, सूखे मेवा आदि का सेवन करना चाहिए। 

इन्ही सभी चीजों का सेवन करने पर आपको आयरन, मिनरल, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फोलिक एसिड और दूसरे भी काफी तत्वों की पूर्ति हो जाती है। प्रेगनेंसी के 6 Months Pregnancy in Hindi छठे महीने में शरीर में खून के दबाव और हार्मोन में असंतुलन होने के कारण कई बार आपके मसूड़ों से खून भी निकलता है जिससे छुटकारा पाने के लिए आप नींबू आंवला और संतरा को अपने खान पान में  शामिल कर सकती हैं।      

फैट और कार्बोहाइड्रेट का सेवन 

प्रेगनेंसी के छठे महीने में आपके शरीर में किसी भी समय ऊर्जा की कमी नहीं होनी चाहिए। आपको 22th Week of Pregnancy in Hindi प्रेगनेंसी के 20 से 24 सप्ताह के बीच अपने दैनिक जीवन और खान पान पर खास ध्यान देना चाहिए। इस दौरान शरीर की ऊर्जा की पूर्ति करने के लिए फैट और कार्बोहाइड्रेट बहुत जरूरी हैं। इसलिए आप घी, मीट, आलू, चावल और दूसरे वसीय पदार्थों को अपने डाइट में शामिल करनी चाहिए।  

प्रेगनेंसी के छठे महीने में शिशु का विकास 

प्रेगनेंसी के (22 Week Pregnancy in Hindi) 20 से 24 सप्ताह के बीच शिशु में बहुत बदलाव आते हैं जिन्हे आप महसूस करती हैं। 6 Month Pregnancy Baby Movement in Hindi – इस दौरान आपका शिशु गर्भ में हरकत करना शुरू कर देता है। वह बाहर की आवाजों को सुन सकता है और उसके अनुसार प्रतिक्रिया भी दे सकता है। हम आपको नीचे बता रहे हैं की प्रेगनेंसी के छठे महीने के दौरान शिशु में किस तरह से विकास होता है।    

  • अपना अंगूठा चूस सकता है। 
  • शिशु इस दौरान हिचकी ले सकता है। 
  • स्किन की पारदर्शिता खत्म हो जाती है।  
  • शिशु का दिमाग तेजी से विकसित होता है।  
  • अभी शिशु के फेफड़े विकसित नहीं हुए होते हैं।
  • शिशु के वास्तविक बाल और नाखून उगने शुरू हो जाते हैं। 
  • इस वक्त तक शिशु के लगभग सभी अंग तैयार हो चुके होते हैं। 
  • प्रेगनेंसी के छठे महीने के अंत तक शिशु 10 से 15 इंच का होता है। 
  • प्रेगनेंसी के छठे महीने के अंत तक शिशु का वजन 500 से 700 ग्राम होता है।
  • स्किन लाल और झुर्रीदार होती है जिसपर मुलायम बालों की एक परत होती है।
  • उसके सोने और जागने का एक पैटर्न बन जाता है जिसे आप महसूस कर सकती हैं। 
  • शिशु के पेट में मिकोनियम नाम का काला पदार्थ जमा होना शुरू होता है जो उसका पहला मल बनता है। 
  • इस दौरान शिशु अपने आप सांस नहीं ले पाता है। यही कारण है की प्रीमैच्योर जन्म होने पर शिशु को इन्क्यूबेटर में रखा जाता है। 

प्रेगनेंसी के छठे महीने की सावधानियां 

प्रेगनेंसी के Pregnancy 6 Months in Hindi छठे महीने में अपने खान पान और दैनिक जीवन पर ध्यान देने के साथ साथ आपको कुछ सावधानियों का भी ख्याल रखना चाहिए। नीचे हम कुछ चीजों के बारे में बता रहे हैं जिससे आपको सावधान रहना चाहिए।

  • संतुलित आहार लें। 
  • पेट पर दबाव न डालें। 
  • लंबे समय तक झुकने से बचें। 
  • समुद्री भोजन का सेवन न करें। 
  • सिगरेट और शराब से दूर रहें। 
  • कैफीन और सोया से परहेज करें। 
  • फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक से दूर रहें।  
  • तैलीय और मसालेदार चीजों का सेवन न करें। 
  • सुबह सुबह हल्का फूलका व्यायाम और योग करें। 
  • छोटी मोटी परेशानी होने पर दवाओं का सेवन न करें। 
  • किसी भी दवा का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की राय लें। 

इन सब के अलावा समय समय पर अपने डॉक्टर से मिलकर और अपनी जांच करवानी चाहिए। किसी भी तरह की समस्या होने पर खून उसका इलाज ढूंढने के बजाय तुरंत डॉक्टर से मिलकर उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताएं। इस पल का आनंद लें और साथ ही साथ सावधान भी हैं। 

और पढ़े: 

  • प्रेगनेंसी का चौथा महीना — लक्षण, डाइट, शिशु का विकास और शरीर में बदलाव
  • प्रेगनेंसी का सातवां महीना — लक्षण, आहार, शारीरिक परिवर्तन और शिशु का विकास

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

गर्भावस्था के छठे महीने में क्या बदलाव होते हैं?

प्रेगनेंसी के छठे महीने के लक्षण.
पीठ में दर्द होना ... .
सूजन होना ... .
खाना हजम नहीं होना ... .
भरपूर मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें ... .
फाइबर, मिनरल और विटामिन का सेवन ... .
फैट और कार्बोहाइड्रेट का सेवन.

प्रेगनेंसी के 6 महीने में क्या क्या होता है?

सिर और उसकी त्वचा की मालिश काफी कारगर हो सकती है। यदि आपको पहले से कोई बच्चा था, तो आपको अपनी कमर और छाती के आसपास कपड़े तंग होने का अनुभव हो सकता है। यह शिशु के आकार के कारण नहीं होता है, जो कि अभी भी आपके पेल्विस हिस्से में नीचे की ओर ही रहता है, बल्कि यह आंतरिक दबाव से पैदा होने वाली सामान्य सूजन से होता है।

6 महीने का बच्चा पेट में कितना बड़ा होगा?

अभी शिशु 11 इंच लंबा होगा और उसका वजन 565 ग्राम होगा। शिशु की मांसपेशियां बनकर मजबूत हो चुकी हैं और अब वो पहले से ज्‍यादा एक्टिव है। अब आप बच्‍चे की मूवमेंट पहले से ज्‍यादा महसूस कर सकती हैं। इस समय शिशु के मस्तिष्‍क का तेजी से विकास हो रहा है।

छठे महीने में बच्चे की हलचल कैसे महसूस करें?

आप शिशु के हिलने-डुलने का एहसास 16 हफ्तों के आसपास महसूस कर सकती हैं। कई बार गर्भ में शिशु की हलचल महसूस होने में ज्यादा समय सकता है। यदि आपका वजन सामान्य से ज्यादा है या आपकी अपरा गर्भाशय की सामने की दीवार पर प्रत्यारोपित है (एंटीरियर प्लेसेंटा), तो चर्बी की परत या अपरा आपके शिशु की हलचल की प्रबलता को कम कर सकती है।