छोटी इलायची का पेड़ कितना बड़ा होता है? - chhotee ilaayachee ka ped kitana bada hota hai?

इलायची बहुत ही स्वादिष्ट मासला है। दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में इलायची को बड़े स्तर पर उगाया जाता है। इलायची की खेती बड़ी आसानी से की जाती है इलायची के पौधे को ज्यादा वर्षा और गर्म मौसम की जरूरत होती है। लेकिन आप चाहें तो उत्तर भारत में भी इसे आसानी से उगा सकते है।आज हम आपको इलायची की देखरेख करना बतायेगे जिससे आप इलायची के पौधे से इलायची के फल खाने को ले सकेगें।


इलायची उगाने के तरीके-
इलायची का पौधा दो तरीके से उगाया जा सकता है।
1- इलायची के बीज से
2- इलायची के पौधे से निकलने वाले पौधे से

बीज से इलायची को उगाना-
इलायची को बीज सा उगाना आसान काम नही है।क्योकि सबसे जरूरी चीज बीज है जो कि अच्छी क्वालटी का होना चाहिये ज्यादा पुराना बीज उगने में परेशान करता है। ताजा इलायची का बीज होने पर यह आसानी से उगाया जा सकता है। इलायची को बीज से उगाने के लिये आद्रतायुक्त वातावरण चाहिये जो कि समुद्रतटीय इलाको में होता है।गर्मी और नमी दोनो सही होने पर इलायची उगा सकते है। इलायची का पौधा केले के पौधे की तरह ज्यादा पानी और गर्म मौसम पसंद करता है इलायची को लाल और काली मिट्टी पसंद है अगर आपके यहां बलुई चिकने काली मिट्टी है तो आप इलायची के पौधे को बड़ी आसानी से उगा सकते हैं।इलायची के पौधे पर फरवरी-मार्च के बाद अप्रैल में बहुत सुंदर सुंदर फूल आते हैं। बरसात के समय इस पर फल लगते हैं जो कि गुच्छों के रूप में होते हैं। छोटी छोटी इलायची देखने में बड़ी सुंदर दिखती है।


इलायची के पौधे की देखरेख-
दक्षिण भारत में इलायची की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है केरल तमिल नाडु पूर्वोत्तर भारत के कई राज्य असम मेघालय जहां पर बड़े स्तर पर बरसा और गर्म मौसम रहता है या समुद्र तटीय राज्य जहां पर समय-समय पर भारी बारिश होती है ऐसे लाइव इलाकों में इलायची की खेती बड़े स्तर पर आसानी से की जा सकती है अगर आप उत्तर भारत में इलायची के पौधे को उगाना चाहते हैं तो आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा। इलायची का पौधा काफी तेजी से ग्रोथ करता है तो इसे जमीन में लगाने की कोशिश करें अगर आप गमले में लगाने की सोच रहे, तो काफी बड़ा गमला आपको प्रयोग करना चाहिए। इलायची के पौधे से बहुत सारे पौधे तैयार हो जाते हैं जो कि समय-समय पर जड़ों के पास से निकल कर तैयार होते हैं इलायची के पौधे में काफी तेजी से विकास होता है इसलिए से ज्यादा पानी और ज्यादा भोजन की जरूरत होती है ऐसी जगह जहां पर पानी की पूर्ति हो सके धूप में मिलनी चाहिए।


इलायची के पौधे के लिये खाद-
इलायची के पौधे के लिए गोबर खाद सबसे बेहतर खाद होती है ऑर्गेनिक खाद से उगाया गया पौधा काफी अच्छा मजबूत और तेजी से विकास करता है इसके अलावा इससे जो इलायची हमें मिलती है वह पूर्ण रूप से शुद्ध होती है उसके अंदर कोई भी जहरीले तत्व या कीटनाशक नहीं होते। इलायची के पौधे में आप बनाना पील फर्टिलाइजर प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा लाल मिट्टी भी पौधे में दी जा सकती।


इलायची को कैसे उगाये / how to grow & care cardamom

छोटी इलायची का पेड़ कितना बड़ा होता है? - chhotee ilaayachee ka ped kitana bada hota hai?
Reviewed by homegardennet.com on मई 03, 2019 Rating: 5

इलायची सर्दी-जुकाम से लेकर शरीर में ब्लड प्रेशर को संतुलित और पाचन शक्ति को मजबूत करने तक में कारगर है।

भारतीय खानपान में इलायची का खास महत्व है। इसका इस्तेमाल खाने में स्वाद और सुगंध बढ़ाने से लेकर, कई बीमारियों में घरेलू उपचार के तौर पर भी किया जाता है। इलायची में प्रोटीन, कैल्सियम, पोटाशियम, विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। यह सर्दी-जुकाम से लेकर शरीर में ब्लड प्रेशर को संतुलित और पाचन शक्ति को मजबूत करने तक में कारगर है। वैसे तो अनुकूल परिस्थितियों के कारण, भारत में इसकी खेती कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में की जाती है। लेकिन, इसे आप गमले में भी उगा सकते हैं। 

दिल्ली में टैरेस गार्डनिंग करने वाले अमित चौधरी आज हमें बता रहें हैं कि किस तरह गमले में इलायची उगाया जा सकता है।

छोटी इलायची का पेड़ कितना बड़ा होता है? - chhotee ilaayachee ka ped kitana bada hota hai?
अमित की छत पर लगा इलायची का पौधा

अमित ने द बेटर इंडिया को बताया, “इलायची दो तरह की होती है – बड़ी और छोटी। बड़ी इलायची का इस्तेमाल खाना बनाने में मसाले के तौर पर किया जाता है, जबकि छोटी इलायची का चाय, खाने और मिठाइयों में, सुगंध और स्वाद के लिए।”

वह कहते हैं कि इसका इस्तेमाल कई बीमारियों में घरेलू इलाज के तौर पर भी किया जाता है। इलायची के फल के साथ-साथ, इसकी पत्तियाँ भी इस्तेमाल में लाई जाती है। इससे शरीर में ताजगी का एहसास होता है।

गमले में कैसे लगाएं इलायची का पौधा

अमित बताते हैं कि छोटी इलायची को दो तरीके से उगाया जा सकता है – बीजों से और कटिंग से। 

अमित कहते हैं, “इलायची को बीजों से उगाना कठिन है, क्योंकि हमारे घरों में आमतौर पर काफी पुरानी इलायची उपलब्ध होती है। जिसे अंकुरित होने में काफी दिक्कत होती है। यदि आप इलायची के पौधे को बीजों से तैयार करना चाहते हैं, तो इसके लिए नए बीजों को तलाशने की जरूरत है।”

वह आगे कहते हैं, “वहीं, इलायची को कटिंग से तैयार करना आसान है। बाजार में इसके पौधे काफी आसानी से मिल जाते हैं। इसे लगाने के बाद 30 से 45 दिन में पौधा खुद को सस्टेन करने लायक हो जाता है।”

क्या करें तैयारी

इलायची की खेती के लिए समुद्री क्षेत्र उपयुक्त हैं। क्योंकि यह उमस और बारिश के मौसम में तेजी से बढ़ता है। लेकिन, पूरे रखरखाव के साथ, आज इसे कहीं भी उगाया जा सकता है।

छोटी इलायची का पेड़ कितना बड़ा होता है? - chhotee ilaayachee ka ped kitana bada hota hai?
अमित

अमित बताते हैं, “इलायची को गमले में लगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय सबसे अधिक सावधानी बरतें। इलायची के लिए काली मिट्टी और लाल मिट्टी सबसे उपयुक्त है। इसे गमले में लगाने के लिए 40% मिट्टी, 40% गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट और 20 प्रतिशत बालू का इस्तेमाल करें। इससे पौधों की जड़ों को आसानी से बढ़ने में मदद मिलेगी।”

धूप-पानी का रखें विशष ध्यान

अमित बताते हैं कि इलायची के पौधे को काफी पानी की जरूरत पड़ती है। इसलिए गर्मी के दिनों में दोनों वक्त सिंचाई करें। जबकि, सर्दियों में हर दो दिन में इसमें पानी दें। वहीं, इलायची के पौधे को धूप से बचाना जरूरी है, क्योंकि अधिक धूप लगने के बाद पौधा सूख सकता है। इसलिए गमले को छांव में लगाएं और इसे सिर्फ सुबह-शाम की धूप लगने दें।

कितना लगता है वक्त

अमित कहते हैं, “इलायची के पौधे को लगाने के एक-डेढ़ महीने बाद, इसमें जड़ आने लगते हैं और, 3-4 महीने में इसकी जड़ों से दूसरे पौधे निकलने लगते हैं। जिसकी कटिंग कर दूसरे गमलों में लगाई जा सकती है।”

वह कहते हैं, “इलायची में फल आने में करीब 3 साल का वक्त लगता है और इसकी जीवन अवधि 10-12 साल की होती है। तब तक आप, एक पौधे से इलायची का पूरा बगीचा लगा सकते हैं।”

कैसे गमले में लगाएं

अमित बताते हैं कि इलायची को गमले में लगाने के लिए 14 इंच गहरा और 8 इंच चौड़ा गमला उपयुक्त है। इससे पौधों को बढ़ने में आसानी होती है। यदि आपकी फैमिली बड़ी है और आप कुछ बड़े पैमाने पर, इलायची उगाना चाहते हैं, तो 30 लीटर का ड्रम उपयुक्त है।

क्या करें – 

  • इलायची में आसानी से कीट नहीं लगते। यदि लग रहे हैं, तो नीम ऑयल को स्प्रे करें।
  • खाद के तौर पर, किचन वेस्ट और गोबर का इस्तेमाल करें।
  • पूरी सिंचाई करें।
  • छांव में रखें।
  • लाल या काली मिट्टी का इस्तेमाल करें।

क्या न करें-

अधिक धूप से बचाएं।

रसायनों के इस्तेमाल से बचें।

मिट्टी को कड़ी न होने दें।

आप इलायची उगाने के संबंध में अधिक जानकारी के लिए अमित के इस वीडियो को देखें।

तो देर किस बात की, आप भी गमले में इलायची उगाने की कोशिश करिए और अपने गार्डन को खूबसूरत बनाएं।

संपादन – जी. एन झा 

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छोटी इलायची का पौधा कितना बड़ा होता है?

इलायची
ट्रू कार्डमम (Elettaria cardamomum)
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत:
पादप
अश्रेणीत:
एंजियोस्पर्म
इलायची - विकिपीडियाhi.wikipedia.org › wiki › इलायचीnull

इलायची के पेड़ कितने बड़े होते हैं?

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इलायची का पौधा कौन से महीने में लगाना चाहिए?

इलायची के पौधे को खेत में लगाने का उचित समय वैसे भारत में जुलाई के महीने में इसे खेत में लगाया जा सकता है, क्योंकि इस समय बारिश होने से इसमें सिंचाई की आवश्यकता कम पड़ती है। ध्यान रहे इलायची के पौधे को हमेशा छाया में ही लगाना चाहिए। बहुत अधिक सूर्य की रोशनी और गर्मी के कारण इसकी बढ़वार कम हो जाती है।

इलायची का पौधा कितने दिन में तैयार होता है?

पौधा अंकुरित होने में 4 से 6 दिन लग जाते हैं, यह बीज पर निर्भर करता है। पौधा जब अंकुरित हो जाए तो उससे छेड़छाड़ ना करें, बल्कि सुबह और शाम सीमित मात्रा में पानी का छिड़काव करते रहें। वहीं जब तक बीज अंकुरित होकर बाहर नहीं निकल आता तब तक इसका खास ध्यान रखना होगा। एक महीने बाद इलायची का पौधा अच्छी तरह निकल आता है।