चक्रीय सिद्धांत के प्रवर्तक कौन हैं - chakreey siddhaant ke pravartak kaun hain

विषयसूची

  • 1 चक्रीय सिद्धांत के प्रवर्तक कौन है?
  • 2 सामाजिक संरचना में परिवर्तन कैसे होता है?
  • 3 इतिहास के चकरी सिद्धांत के प्रस्तावक कौन थे?
  • 4 सामाजिक परिवर्तन क्या है इसके प्रमुख प्रकारों का वर्णन कीजिए?
  • 5 सामाजिक परिवर्तन के कारक कौन कौन से हैं?
  • 6 इतिहास के प्रमुख सिद्धांत कौन कौन से हैं?
  • 7 यूरोप में अभिजात वर्ग की क्या दशा है?

चक्रीय सिद्धांत के प्रवर्तक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंचक्रीय सिद्धांत के प्रमुख प्रवर्तक स्पेगलट, परेटो आदि हैं जो कि परिवर्तन की दिशा को चक्र की भाँति मानते हैं।

सामाजिक संरचना में परिवर्तन कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक परिवर्तन समाज के आधारभूत परिवर्तनों पर प्रकाश डालने वाला एक विस्तृत एवं कठिन विषय है। इस प्रक्रिया में समाज की संरचना एवं कार्यप्रणाली का एक नया जन्म होता है। इसके अन्तर्गत मूलतः प्रस्थिति, वर्ग, स्तर तथा व्यवहार के अनेकानेक प्रतिमान बनते एवं बिगड़ते हैं। समाज गतिशील है और समय के साथ परिवर्तन अवश्यंभावी है।

इतिहास के चकरी सिद्धांत के प्रस्तावक कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंचक्रीय सिद्धांत द्वारा इस्तेमाल किया एक मॉडल को संदर्भित करता है इतिहासकारों आर्थर एम श्लेसिंगर सीनियर और आर्थर एम श्लेसिंगर जूनियर में उतार-चढ़ाव की व्याख्या करने के राजनीति में अमेरिकी इतिहास । इस सिद्धांत में, संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय मनोदशा उदारवाद और रूढ़िवाद के बीच वैकल्पिक है ।

परेटो ने सामाजिक संरचना का कौन सा चित्र दिया था?

इसे सुनेंरोकेंपरेटो (Parato) के अनुसार प्रत्येक सामाजिक संरचना में जो ऊँच-नीच का संस्तरण होता है, वह मोटे तौर पर दो वर्गों द्वारा होता है- उच्च वर्ग तथा निम्न वर्ग। इनमें से कोई भी वर्ग स्थिर नहीं होता, अपितु इनमें ‘चक्रीय गति’ पायी जाती है।

परेटो के अनुसार समाज के कितने वर्ग है?

इसे सुनेंरोकेंइसी के आधार पर परेटो ने समाज को उच्च (अभिजात वर्ग) एवं निम्न दो वर्गों में विभाजित किया है। उच्च वर्ग अल्पमत में होता है अर्थात् उच्च वर्ग के सदस्यों की संख्या कम होती है। 2. अभिजात वर्ग में परिभ्रमण का क्रम लगातार चलता रहता है जो गुणों के विकास व गुणों के पतन के ऊपर आधारित होता है।

सामाजिक परिवर्तन क्या है इसके प्रमुख प्रकारों का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंसमाज के किसी भी क्षेत्र में विचलन को सामाजिक परिवर्तन कहा जा सकता है। विचलन का अर्थ यहाँ खराब या असामाजिक नहीं है। सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, नैतिक, भौतिक आदि सभी क्षेत्रों में होने वाले किसी भी प्रकार के परिवर्तन को सामाजिक परिवर्तन कहा जा सकता है।

सामाजिक परिवर्तन के कारक कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक परिवर्तन में अनेक कारक काम करते है जिनमें सांस्कृतिक, प्रौद्योगिक, जैविकीय आर्थिक, भौगोलिक परिवेश सम्बन्धी, मनोवैज्ञानिक तथा विचारधारात्मक कारक मुख्य कारक हैं । भारतवर्ष में सामाजिक परिवर्तन का सर्वेक्षण करने से इन सभी कारकों का प्रभाव स्पष्ट होगा ये सभी कारक परस्पर निर्भर हैं और एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं ।

इतिहास के प्रमुख सिद्धांत कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकेंइतिहास को उत्पादन संबंधों के पाँच मुख्य प्रकार ज्ञात हैं–आदिम जातिवादी, दासप्रधान, सामंती, पूँजीवादी और समाजवादी।

परेटो की विशिष्ट चालक की प्रकृति क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपरेटो के अनुसार सामाजिक परिवर्तन के चक्र के तीन मुख्य पक्ष हैं- राजनीतिक, आर्थिक तथा आदर्शात्मक। राजनीतिक क्षेत्रमें चक्रीय परिवर्तन तब गतिशील होता है जब शासन-सत्ता उस वर्ग के लोगों के हाथों में आ जाती है जिनमें समूह के स्थायित्व के विशिष्ट-चालक अधिक शक्तिशाली होते हैं। इन्हें ‘शेर’ (lions) कहा जाता है।

सामाजिक परिवर्तन के संघर्ष सिद्धांत के प्रणेता कौन है?

इसे सुनेंरोकेंकार्ल माक्र्स ने सामाजिक परिवर्तन की व्याख्या और संदर्श में की है। उन्होंने कहा है कि सामाजिक परिवर्तन का कारण वर्ग संघर्ष हैं मेक्स वेबर भी सामाजिक परिवर्तक की व्याख्या वर्ग के संदर्श में करते है।

यूरोप में अभिजात वर्ग की क्या दशा है?

इसे सुनेंरोकेंयूरोप में अभिजात वर्ग की दशा प्रकार यूरोप में अभिजात वर्ग राजा के अधीन था जिसका समाज में महत्त्वपूर्ण स्थान था। वस्तुत: भूमि पर उनका ही अधिकार होता था। अभिजात वर्ग जागीरदार होता था और दास की रक्षा करता था बदले में वह उसके प्रति निष्ठावान रहता था। अभिजात वर्ग की एक विशेष स्थिति थी, उसके पास सम्पूर्ण अधिकार होते थे।

चक्रीय सिद्धांत के प्रवर्तक कौन है?

परेटो के अनुसार सामाजिक परिवर्तन के चक्र के तीन मुख्य पक्ष हैं- राजनीतिक, आर्थिक तथा आदर्शात्मक। राजनीतिक क्षेत्रमें चक्रीय परिवर्तन तब गतिशील होता है जब शासन-सत्ता उस वर्ग के लोगों के हाथों में आ जाती है जिनमें समूह के स्थायित्व के विशिष्ट-चालक अधिक शक्तिशाली होते हैं। इन्हें 'शेर' (lions) कहा जाता है।

चकरी सिद्धांत क्या है?

इस सिद्धांत में, संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय मनोदशा उदारवाद और रूढ़िवाद के बीच वैकल्पिक है । प्रत्येक चरण में विशिष्ट विशेषताएं होती हैं, और प्रत्येक चरण आत्म-सीमित होता है, जिससे दूसरे चरण का निर्माण होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में इस विकल्प को कई बार दोहराया गया है।

सामाजिक परिवर्तन के दो सिद्धांत कौन कौन से हैं?

सामाजिक परिवर्तन के सिद्धांत को मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया जा सकता है –.
(1) रेखीय सिद्धांत (Lineal Theory).
(2) चक्रिय सिद्धांत (Cyclical Theory).

सामाजिक परिवर्तन के प्रमुख कितने सिद्धांत है?

सामाजिक परिवर्तन, समाज के आधारभूत परिवर्तनों पर प्रकाश डालने वाला एक विस्तृत एवं कठिन विषय है। इस प्रक्रिया में समाज की संरचना एवं कार्यप्रणाली का एक नया जन्म होता है। इसके अन्तर्गत मूलतः प्रस्थिति, वर्ग, स्तर तथा व्यवहार के अनेकानेक प्रतिमान बनते एवं बिगड़ते हैं। समाज गतिशील है और समय के साथ परिवर्तन अवश्यंभावी है।