अर्थ है समान अर्थ वाले शब्द। पर्यायवाची शब्द किसी भी भाषा की सबलता की बहुता को दर्शाता है। जिस भाषा में जितने अधिक पर्यायवाची शब्द होंगे, वह उतनी ही सबल व सशक्त भाषा होगी। इस दृष्टि से संस्कृत सर्वाधिक सम्पन्न भाषा है। भाषा में पर्यायवाची शब्दों के प्रयोग से पूर्ण अभिव्यक्ति की क्षमता आती है। Show पर्याय का अर्थ है-समान। अतः समान अर्थ व्यक्त करने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द (Synonym words) कहते हैं। इन्हें प्रतिशब्द या समानार्थक शब्द भी कहा जाता है। व्यवहार में पर्याय या पर्यायवाची शब्द ही अधिक प्रचलित हैं। विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु पर्यायवाची शब्दों की सूची प्रस्तुत है- More than 10 Paryayvachi Shabd in Hindiशब्द – पर्यायवाची शब्द(अ)अंक – संख्या, गिनती, क्रमांक, निशान, चिह्न, छाप। (इ)इन्दिरा – लक्ष्मी, रमा, श्री, कमला। (ई)ईख – गन्ना, ऊख, रसडंड, रसाल, पेंड़ी, रसद। (उ)उचित – ठीक, सम्यक्, सही, उपयुक्त, वाजिब। (ऊ)ऊँचा – उच्च, शीर्षस्थ, उन्नत, उत्तुंग। (ऋ)ऋषि – मुनि, मनीषी, महात्मा, साधु, सन्त, संन्यासी, मन्त्रदृष्टा। (ए)एकता – एका, सहमति, एकत्व, मेल–जोल, समानता, एकरूपता, एकसूत्रता, ऐक्य, अभिन्नता। (ऐ)ऐश – विलास, ऐयाशी, सुख–चैन। (ओ)ओज – दम, ज़ोर, पराक्रम, बल, शक्ति, ताकत। (औ)और – (i) अन्य, दूसरा, इतर, भिन्न (ii) अधिक, ज़्यादा (ii) एवं, तथा। (क)कपड़ा – चीर, वस्त्र, वसन, अम्बर, पट, पोशाक चैल, दुकूल। (ख)खग – पक्षी, चिड़िया, पखेरू, द्विज, पंछी, विहंग, शकुनि। (ग)गरुड़ – खगेश्वर, सुपर्ण, वैतनेय, नागान्तका (घ)घड़ा – कलश, घट, कुम्भ, गागर, निप, गगरी, कुट। (च)चंदन – मंगल्य, मलयज, श्रीखण्ड। (छ)চল্প। – विद्यार्थी, शिक्षार्थी, शिष्य। (ज)जननी – माँ, माता, माई. मइया. अम्बा, अम्मा। (झ)झंडा – ध्वजा, केतु, पताका, निसान। (ट)टीका – भाष्य, वृत्ति, विवृति, व्याख्या, भाषांतरण। (ठ)ठंड – शीत, ठिठुरन, सर्दी, जाड़ा, ठंडक (ड)डगर – बाट, मार्ग; राह, रास्ता, पथ, पंथा (ढ)ढीठ – धृष्ट, प्रगल्भ, अविनीत, गुस्ताख। (त)तन – शरीर, काया, जिस्म, देह, वपु। (थ)थकान – क्लान्ति, श्रान्ति, थकावट, थकन। (द)दर्पण – शीशा, आइना, मुकुर, आरसी। (ध)धनुष – चाप, धनु, शरासन, पिनाक, कोदण्ड, कमान, विशिखासन। (न)नदी – सरिता, दरिया, अपगा, तटिनी, सलिला, स्रोतस्विनी, कल्लोलिनी, प्रवाहिणी। (प)पत्थर – पाहन, प्रस्तर, संग, अश्म, पाषाण। (ब)बलराम – हलधर, बलवीर, रेवतीरमण, बलभद्र, हली, श्यामबन्धु। (भ)भगवान – परमेश्वर, परमात्मा, सर्वेश्वर, प्रभु, ईश्वर। (म)मछली – मीन, मत्स्य, सफरी, झष, जलजीवन। (य)यम – सूर्यपुत्र, धर्मराज, श्राद्धदेव, कीनाश, शमन, दण्डधर, यमुनाभ्राता। (र)रक्त – खून, लहू, रुधिर, शोणित, लोहित, रोहित। (ल)लक्ष्मण – अनंत, लखन, सौमित्र। (व)वर्षा – बरसात, मेह, बारिश, पावस, चौमास। (श)शपथ – कसम, प्रतिज्ञा, सौगन्ध, हलफ़, सौं। (ष)षड्यंत्र – साज़िश, दुरभिसंधि, अभिसंधि, कुचक्र (स)सब – अखिल, सम्पूर्ण, सकल, सर्व, समस्त, समग्र, निखिल। (ह)हंस – मुक्तमुक, मराल, सरस्वतीवाहन। (क्ष)क्षेत्र – प्रदेश, इलाका, भू–भाग, भूखण्ड। (Paryayvachi Shabd) पर्यायवाची शब्द वस्तुनिष्ठ प्रश्नावलीनिर्देश (प्र.सं. 1-2) प्रश्नों में दिए गए शब्द के समानार्थक शब्द का चयन उसके नीचे दिए गए विकल्पों में से कीजिए। भोर का पर्यायवाची शब्द क्या होगा?भोर शब्द के मुख्य पर्यायवाची शब्द प्रभात, सूर्योदय आदि हैं.
सुबह का पर्यायवाची शब्द क्या होता है?सवेरा, भोर, अरुणोदय, प्रभात, प्रातःकाल, भिनसार, विहान।
बगीचा का पर्यायवाची शब्द क्या होता है?बगीचा शब्द के मुख्य पर्यायवाची शब्द उद्यान, फुलवारी आदि हैं.
बौद्ध शब्द का पर्यायवाची क्या है?भिक्षु या साधु को श्रमण कहते हैं, जो सर्वविरत कहलाता है। यहाँ बौद्ध धर्म में प्रयुक्त प्रमुख शब्दों की व्याख्या की गयी है। 1. अग्रबोधि : यहाँ 'अग्र' शब्द बोधि के विशेषण के रूप में प्रयुक्त है, जिसका आशय है - आगे, श्रेष्ठ अथवा प्रमुख तथा बोधि का अर्थ है - ज्ञान ।
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