विषयसूची
- 1 शिक्षण के सिद्धांत कौन कौन से हैं?
- 2 शिक्षा शिक्षक के कितने सिद्धांत हैं?
- 3 भाषा शिक्षण में क्या अनिवार्य है?
- 4 भाषा शिक्षण में पहले कौन सा कार्य करना चाहिए?
- 5 शिक्षण के सिद्धांत कितने हैं?
- 6 शिक्षण अधिगम के सिद्धांत क्या है?
- 7 अधिगम के प्रमुख सिद्धांत कौन कौन से हैं?
- 8 शिक्षण के चार कौन कौन से होते हैं?
- 9 साहित्य शिक्षण का प्रमुख सिद्धांत क्या है?
- 10 भाषा शिक्षण का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत कौन सा है?
- 11 विज्ञान शिक्षण के सिद्धांत क्या है समझाइए?
शिक्षण के सिद्धांत कौन कौन से हैं?
शिक्षण सिद्धांत (Teaching Principle)
- (1). प्रेरणा का सिद्धांत (Principle of Motivation)
- (2). क्रिया का सिद्धांत (Principle of Activity)
- (3). रुचि का सिद्धांत (Principle of Interest)
- (4). निश्चित उद्देश्य का सिद्धांत (Principle of Definite Aim)
- (5). नियोजन का सिद्धांत (Principle of Planning)
- (6.)
- (7).
- (8).
शिक्षा शिक्षक के कितने सिद्धांत हैं?
इसे सुनेंरोकेंसबसे पहले शिक्षण के कुछ सामान्य सिद्धांत हैं, जो शिक्षक को किसी भी प्रकार का पाठ पढ़ाते समय ध्यान रखने चाहिए। रूचि जागृत करने का सिद्धांत – छात्र के लिए शिक्षण तब तक सफल नहीं हो पायेगा, जब तक वह उसमे रूचि नहीं लेगा। पहले दंड या अनुशासन के माध्यम से ज्ञानार्जन कि प्रेरणा दी जाती थी।
शिक्षण के मनोवैज्ञानिक सिद्धांत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंशिक्षण के मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त / शिक्षण के सिद्धांत का वर्णन / Psychological Principles of Teaching in hindi. ‘बाल-केन्द्रित शिक्षा का सम्प्रत्यय मनोविज्ञान की देन है, जिसका तात्पर्य है बालकों की योग्यताओं, क्षमताओं, रुचियों, मानसिक स्तरों तथा उनकी आयु आदि के आधार पर शिक्षा प्रदान करना।
भाषा शिक्षण में क्या अनिवार्य है?
इसे सुनेंरोकें(a) बच्चों को भाषा सीखने के महत्व से परिचित कराना। (b) बच्चों की भाषा को संचार साधनों के प्रभाव से मुक्त रखना। (c) भाषा-संसाधनों का अभाव है। (d) बहुभाषिक कक्षा के शिक्षण के लिए उचित रणनीतियाँ तय करना।
भाषा शिक्षण में पहले कौन सा कार्य करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंअनुपात एवं क्रम का सिद्धांत – भाषा कौशल विशेषतः चार प्रकार के होते हैं – सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना। सही कौशलों का सही से क्रमबद्ध एवं साथ -साथ विकास होना बहुत आवश्यक है।
शिक्षण के सिद्धांत के प्रकार – Shikshan Ke Siddhant ke prakar
- स्वयं करके सिखने का सिद्धांत
- प्रेरणा व रूचि का सिद्धांत
- निश्चित उद्देश्य का सिद्धांत
- नियोजन का सिद्धांत
- चुनाव एवं वैयक्तिक भिन्नता (किन्हीं भी दो व्यक्तियों के व्यक्तित्व और क्रियाओं में जो अंतर होता है) का सिद्धांत
- लोकतंत्रीय व्यवहार का सिद्धांत
अच्छे शिक्षण की क्या विशेषताएं हैं?
शिक्षण की विशेषताएं
- शिक्षण से शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति होती है।
- शिक्षण सीखने के नियमों पर आधारित होता है।
- शिक्षण बालक की क्रियाओं से पूर्ण होता है।
- यह प्रेरणात्मक एवं सृजनात्मक होता है।
- यह व्यक्ति की विभिन्नताओं पर आधारित होता है।
- यह चयनात्मक होता है।
- यह सहानुभूतिपूर्ण होता है और बालकों के सहयोग से आगे बढ़ता है।
शिक्षण के सिद्धांत कितने हैं?
इसे सुनेंरोकेंशिक्षक को चाहिए कि वह प्रेरक तत्वों द्वारा अधिगम को रुचिकर बनाए ताकि प्रभावी संप्रेषण संभव हो सके. एक बार प्रेरित होने के बाद सीखने की प्रक्रिया तीव्र हो जाती है और इसी में शिक्षण की सफलता निहित है. वर्तमान शिक्षण विधि में प्रेरणा को बहुत ही महत्व दिया गया है. बिना प्रेरणा के बालक किसी भी कार्य में रुचि नहीं ले सकता.
शिक्षण अधिगम के सिद्धांत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकिसी भी शिक्षण का मुख्य बिंदु अभिप्रेरणा करना है । अभिप्रेरणा का सिद्धांत शिक्षण के लक्ष्य को निर्धारित करता है । नैतिक, चारित्रिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों का विकास की इनमें होता है। अभिप्रेरणा शिक्षार्थी को आंतरिक बल प्रदान करती है जिससे क्रियाशील बना रहता है।
एक आदर्श शिक्षक की प्रमुख विशेषताएं कौन कौन सी है?
वेशभूषा – टीचर का व्यक्तित्व प्रभावशाली होने के लिए उसका बाहरी स्वरूप अध्यापक के सम्मान ही होना आवश्यक है।
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत कौन कौन से हैं?
अधिगम के सिद्धांत Theory Of Learning in hindi
- उद्दीपक अनुक्रिया सिद्धांत
- अनुकूलित अनुक्रिया सिद्धांत
- क्रिया प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत (R-S Theory)
- गेस्टाल्ट सिद्धांत/ सूझ या अंतर्दृष्टि सिद्धांत
- जीन पियाजे का संज्ञानात्मक सिद्धांत
- संवेदी पेशी अवस्था
- पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
- मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
शिक्षण के चार कौन कौन से होते हैं?
१: उद्देश्य निर्धारित करना। २: पाठ्यक्रम के संबंध में निर्णय लेना ३: क्रमबद्ध व्यवस्था करना। ४: विधि का चयन करना। शिक्षण कार्य को करते समय शिक्षक और छात्र के बीच की क्रिया , अतः प्रक्रिया कहलाती हैं।…Byadmin
- स्वतंत्र चर
- आश्रित चर
- हस्तक्षेप चर
शिक्षण के स्तर का कौन सा क्रम सही है?
इसे सुनेंरोकेंशिक्षण के मुख्यतः तीन स्तर हैं, जिनके आधार पर बालको की शिक्षण प्रक्रिया का क्रियान्वयन किया जाता हैं। जिनके आधार पर छात्रों का बौद्धिक और मानसिक विकास किया जाता हैं। 1. स्मृति स्तर (Memory Level) – स्मृति स्तर वह आधार है जिसमे छात्रों के मानसिक स्तर के एक स्मृति पक्ष को आधार बनाकर शिक्षा प्रदान की जाती हैं।
साहित्य शिक्षण का प्रमुख सिद्धांत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभाषा शिक्षण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को भाषा के सभी कौशलों में निपुण करना चाहिए जैसे की वाचन कौशल, श्रवण कौशल, पठन कौशल, लेखन कौशल इन सभी कौशलों का समुचित ध्यान देना अत्यंत आवश्यक होता है सभी कौशलों को सिखाने का क्रम सही होना चाहिए अर्थात इन्हें क्रम से लिख सिखाना चाहिए इसका क्रम इस प्रकार है क्रम- श्रवण- वाचन- पठन- …
भाषा शिक्षण का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंप्रेरणा का सिद्धांत यह भाषा अधिगम हेतु सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत है। रूचि आवश्यकता और प्रयोजन शिक्षण में प्रमुख प्रेरक होते हैं। उद्देश्यहीन प्रयोजन-रहित कार्य शिक्षण कार्य में शिथिलता उत्त्पन्न करते हैं। अतः हर संभव प्रयास द्वारा छात्रों को ज्ञानार्जन हेतु प्रेरित करना शिक्षक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
भाषा शिक्षण के सिद्धांत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभाषा शिक्षण का मूल उद्देश्य छात्रों में सभी भाषा कौशलों में निपुणता हासिल करवाना है, जिससे वे भाषा का प्रभावी और संदर्भयुक्त प्रयोग कर सकें। बोलचाल का सिद्धांत – इसके अनुसार बातचीत के माध्यम से भाषा सरलता और स्थायी रूप से सीखी जाती है, जो लम्बे समय तक याद रहती है। यह भाषा के व्यावहारिक पक्ष पर केंद्रित है।
विज्ञान शिक्षण के सिद्धांत क्या है समझाइए?
इसे सुनेंरोकेंविज्ञान शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य यह है कि विद्यार्थियों को यह समझाया जाए कि विज्ञान का संबंध केवल पुस्तक तथा प्रयोगशाला तक ही सीमित नहीं है बल्कि उसका संबंध दैनिक जीवन में भी है। विज्ञान का शिक्षण तभी सफल हो सकता है जब विज्ञान शिक्षण दैनिक जीवन की क्रियाओं पर आधारित हो।