भारत सबसे ज्यादा क्या आयात करता है - bhaarat sabase jyaada kya aayaat karata hai

  • दुनिया में 18 वस्तुओं का सबसे ज्यादा आयात और निर्यात होता है
  • 10 बड़े निर्यातकों में चीन टॉप पर, भारत इसमें शामिल नहीं
  • अमेरिका मानव ब्लड का सबसे बड़ा आयातक और निर्यातक देश 

नई दिल्ली.  दुनिया में भारत हीरों का सबसे बड़ा निर्यातक है। देश ने पिछले साल 29.4 अरब डॉलर यानी 2.16 लाख करोड़ रुपए के हीरे निर्यात किए। वहीं, अमेरिका हीरों का सबसे बड़ा आयातक है। उसने 21 अरब डॉलर यानी 1.44 लाख करोड़ रुपए के हीरे आयात किए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले कारोबार का डेटा रिकॉर्ड करने वाली संस्था द ऑब्जर्वेटरी ऑफ इकोनॉमिक कॉम्प्लेक्सिटी की रिपोर्ट में ये आंकड़े जारी किए गए हैं।

रिपोर्ट कहती है- दुनियाभर में पेट्रोल की डिमांड सबसे ज्यादा है, लेकिन देशों के बीच सबसे ज्यादा कारोबार कारों का होता है। हर साल 1.35 ट्रिलियन डॉलर यानी 92 लाख करोड़ रुपए की कारें दुनियाभर के देशों के बीच खरीदी-बेची जाती हैं। दूसरे नंबर पर पेट्रोल है, जिसका हर साल 825 अरब डॉलर यानी 56 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होता है। दुनिया में मानव खून का भी कारोबार कम नहीं होता। अमेरिका इस मामले में सबसे आगे है। वह 25.3 अरब डॉलर यानी 1.73 लाख करोड़ रुपए का खून निर्यात और 20.8 अरब डॉलर यानी 14.26 लाख करोड़ रुपए का खून आयात करता है।

दुनिया में इन 18 वस्तुओं का सबसे ज्यादा आयात-निर्यात होता है

वस्तुमूल्य (अरब डॉलर में)ग्लोबल एक्सपोर्ट में प्रतिशतकारें13504.9पेट्रोल8253.0इंटीग्रेटेड सर्किट8042.9गाड़ियों के पार्ट्स6852.5कम्प्यूटर6142.2फॉर्मास्युटिकल्स6132.2गोल्ड5762.1क्रूड5492टेलीफोन5101.8ब्रॉडकास्ट इक्विपमेंट3951.4डायमंड2550.9पेट्रोलियम गैस2540.9मानव ब्लड2520.9एयरक्राफ्ट2340.9ट्रक2160.8मेडिकल इंस्ट्रूमेंट्स2160.7इंस्यूलेटेड वायर2000.7जूलरी1980.7

सबसे ज्यादा निर्यात करने वाले टॉप 10 देश

अमेरिका 18 सबसे ज्यादा निर्यात होने वाली वस्तुओं में से 12 का सबसे बड़ा निर्यातक है। इसमें ऑटोमोबाइल और रिफाइन्ड पेट्रोलियम शामिल है। जर्मनी गाड़ियों के पार्ट्स, स्विट्जरलैंड गोल्ड का बड़ा निर्यातक है। चीन इन 18 वस्तुओं में से 5 का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। 

कौन-सा देश कितना निर्यात करता है?

देशनिर्यात (अरब डॉलर)चीन2263 अमेरिका1547जर्मनी1448जापान698नीदरलैंड652दक्षिण कोरिया574हॉन्गकॉन्ग550फ्रांस535इटली506यूके445

जर्मनी दुनियाभर में सबसे ज्यादा कारें एक्सपोर्ट करता है

देशकारों के निर्यात का प्रतिशत निर्यात की कीमत (अरब डॉलर में)जर्मनी22154जापान14101अमेरिका7.755.1कनाडा6.948.9यूके6.244.1भारत0.845.99

अमेरिका सबसे ज्यादा कारें इम्पोर्ट करता है

देश कारों के आयात का प्रतिशतआयात की कीमत (अरब डॉलर में)अमेरिका24173जर्मनी7.352.3यूके6.747.5चीन642.7फ्रांस4.532.1भारत0.031217 मिलियन

भारत सबसे ज्यादा हीरे एक्सपोर्ट करता है

भारत का कुल सालाना निर्यात : 262 अरब डॉलर 

वस्तुनिर्यात का प्रतिशतकीमत (बिलियन डॉलर)हीरे1129.4रिफाइंड पैट्रोलियम8.722.8पैकेज्ड मेडिकामेंट्स5.614.6

भारत सबसे ज्यादा क्रूड आयात करता है

वस्तुआयात का प्रतिशतकीमत (अरब डॉलर)क्रूड पेट्रोलियम1654.8गोल्ड6.822.9मानव खून: इसका हर साल 252 बिलियन डॉलर अंतरराष्ट्रीय कारोबार होता है 

मानव खून 13वीं ऐसी चीज है जिसका दुनिया में सबसे ज्यादा कारोबार है। इसका कारोबार 252 अरब डॉलर यानी 17.28 लाख करोड़ रुपए का है। इसे वैक्सीन या टॉक्सीन में इस्तेमाल किया जाता है। भारत ने 2017 में 75 करोड़ डॉलर यानी 5157 करोड़ रुपए का ब्लड निर्यात किया था, जबकि 62 करोड़ डॉलर यानी 4293 करोड़ रुपए का ब्लड आयात किया।  

भारत के विदेश व्यापार के अन्तर्गत भारत से होने वाले सभी निर्यात एवं विदेशों से भारत में आयातित सभी सामानों से है। विदेश व्यापार, ये आंकड़े वस्तु एवं कमोडिटी में व्यापार के आंकद़े हैं, इनमें सेवाओं एवं प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सम्मिलित नहीं है।

वर्ष २०१४ में भारत ने 318.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्य का सामान निर्यात किया तथा 462.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्य का सामान आयात किया ◆ भारत का आयात २०१८-१९ के अनुसार: •आयात व्यापार की दिशा:514.034$

•प्रदेश के नुसार आयात(२०१८-१९)

1)आशिया व आशियन- 62.1% 2)युरोप - 15.3% 3)उत्तर व लॅटिन अमेरिका- 12.2% 4)आफ्रिका- 8%

•वयक्तिक देश के नुसार आयात(२०१८-१९)

1)चीन- 13.7% 2)अमेरिका- 6.9% 3)युएई- 5.8% 4)सौदी अरेबिया- 5.6%


[1][2] भारत विश्व के १९० देशों को लगभग ७५०० वस्तुएँ निर्यात करता है तथा १४० देशों से लगभग ६००० वस्तुएँ आयात करता है।I[4] वर्ष २०१४ में भारत ने 318.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्य का सामान निर्यात किया तथा 462.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्य का सामान आयात किया।[5][6]

भारत से अप्रैल - मार्च 2020-21* में 493.19 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र निर्यात (वस्तुएं एवं सेवाएं) होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में (-)6.66 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। उधर, अप्रैल- मार्च 2020-21* के दौरान  505.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर का समग्र आयात होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में (-)16.53 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है।

भारत सबसे ज्यादा क्या आयात करता है - bhaarat sabase jyaada kya aayaat karata hai

* नोटः i) आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम डेटा फरवरी, 2021 से संबंधित है। मार्च 2021से  संबंधित डेटा सिर्फ एक आकलन है जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा। ii) ब्रैकेट के आंकड़े पिछले वर्ष की इसी अवधि में विकास दर के समान हैं।

I. वस्तुओं का व्यापार

निर्यात (पुनर्निर्यात सहित)

मार्च, 2021 में 34.45अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ जो मार्च 2020 में हुए 21.49  अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात की तुलना में 60.29 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। रुपये के लिहाज से मार्च, 2021 में निर्यात 2,50,756.40 करोड़ रुपये का हुआ वहीं मार्च 2020 में निर्यात 1,59,784.62 करोड़ रुपये का हुआ था जो 56.93 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है।

प्रमुख वस्तुओं / वस्तु समूह जिन्होंने मार्च, 2020 की तुलना में मार्च, 2021 के दौरान सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है उनमें अन्य अनाज (326.44%), खाद्य तेल (230.4%), लौह अयस्क (194.89%), जूट उत्पादन फ्लोर कवरिंग (105.26%), इलेक्ट्रॉनिक सामान (91.98%), कालीन (89.84%), रत्न और आभूषण (78.93%), इंजीनियरिंग सामान (71.3%), अनाज से तैयार और विविध प्रसंस्कृत वस्तुएं (67.61%), चावल (66.77) ) फार्मास्यूटिकल्स (48.49%), कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन (46.5%), प्लास्टिक और लिनोलियम (46.39%), हस्तशिल्प, हस्तनिर्मित कालीन (43.24%), समुद्री उत्पाद (40.81%), पेट्रोलियम उत्पाद (35.52%), मानव निर्मित यार्न / फैब्स / निर्मित मेकअप आदि (31.37%), मीका, कोयला और अन्य अयस्क, प्रसंस्कृत खनिज सहित खनिज (31.28%), सभी वस्त्रों की आरएमजी (27.51%), फल और सब्जियां (23.96%), कॉफी (23.27%), चमड़ा और चमड़ा उत्पाद (21.86%), तंबाकू (15.57%) और चाय (8%)। शामिल हैं।

प्रमुख वस्तुओं / वस्तु समूह जिन्होंने मार्च, 2020 की तुलना में मार्च, 2021के दौरान नकारात्मक वृद्धि दर्ज की है उनमें तिलहन (-6.45%) और काजू (-1.99%).शामिल हैं।

अप्रैल- मार्च 2020-21 की अवधि के लिए निर्यात का संचयी मूल्य 290.63 बिलियन अमेरिकी डॉलर (21,50,325.03 करोड़ रुपये) रहा जो अप्रैल- मार्च 2019- 2020 की अवधि के दौरान 313.36 बिलियन अमेरिकी डॉलर (22,19,854.18 करोड़ रुपये) का था। इस अवधि के दौरान डॉलर के संदर्भ में (-) 7.26 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि और रुपये के संदर्भ में  (-) 3.13 की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।

मार्च 2021में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण निर्यात मूल्य 27.42 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जबकि मार्च 2020 में यह 16.95 बिलियन डॉलर था और इसमें 61.75 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई थी। अप्रैल- मार्च 2020-21 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषणों के निर्यात 238.72 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था जो 2019-20 में इसी अवधि के लिए 236.17 बिलियन डॉलर का था। इस तरह से इसमें 1.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

आयात

मार्च 2021 में 48.38 अरब अमेरिकी डॉलर (3,52,191.21 करोड़ रुपये) का आयात हुआ जिसमें डॉलर के लिहाज से 53.74 फीसदी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और रुपये के लिहाज से इसमें 50.52 की वृद्धि दर्ज की गई क्योंकि मार्च, 2020 में 31.47 अरब अमेरिकी डॉलर (2,33,988.47) का आयात हुआ था। अप्रैल- मार्च 2020-21 में कुल मिलाकर 389.18 अरब अमेरिकी डॉलर (28,76,918.30 करोड़ रुपये) का आयात हुआ जबकि अप्रैल- मार्च 2019-20 में 474.71 अरब अमेरिकी डॉलर (33,60,954.46 करोड़ रुपये) का आयात हुआ था। दोनों वित्तीय वर्ष की तुलना में इसमें डॉलर के लिहाज से (-)18.02 प्रतिशत नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है और रुपये की दृष्टि से  (-)14.40 प्रतिशत नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है।

मार्च, 2021में जिन प्रमुख जिंस समूहों के आयात में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में ऋणात्मक वृद्धि दर्ज की गई है उनमें निम्नलिखित शामिल हैं-

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कच्चे तेल और गैर-तेल का आयात:

मार्च 2021में तेल का आयात 10.27 अरब अमेरिकी डॉलर (74,768.22 करोड़ रुपये) था, जो कि मार्च 2020 में 10.05 अरब अमेरिकी डॉलर (74,704.86 करोड़ रुपये) थी और डॉलर के संदर्भ में 2.23 प्रतिशत कम तथा रुपये के संदर्भ में 0.08 फीसदी कम था। अप्रैल-मार्च 2020-21 में तेल का आयात 82.35 अरब अमेरिकी डॉलर (6,08,881.25 करोड़ रुपये) का रहा जो डॉलर के संदर्भ में 36.92 प्रतिशत कम तथा रुपये के संदर्भ में 34.19 प्रतिशत कम था। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में 130.55अरब अमेरिकी डॉलर ( 9,25,167.52करोड़ रुपये) का रहा था।

इस संबंध में यह उल्लेख किया गया है कि विश्व बैंक से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मार्च 2021में मार्च 2020की तुलना में वैश्विक ब्रेंट मूल्य ($ / bbl) 97.67 फीसदी अधिक हो गया है।

मार्च 2021में गैर-तेल (पेट्रोलियम) के आयात का अनुमान 38.11अरब अमेरिकी डॉलर (2,77,422.99करोड़ रुपये) था, जो कि मार्च 2020 में 21.42अरब अमेरिकी डॉलर (1,59,283.61करोड़ रुपये) था। यह डॉलर के संदर्भ में 77.90प्रतिशत अधिक (रुपये में 74.17 प्रतिशत अधिक) था। अप्रैल-मार्च  2020-21 में गैर-तेल का आयात 306.83अरब अमेरिकी डॉलर (22,68,037.05करोड़ रुपये) था, जो कि अप्रैल-मार्च 2019-20 में 344.16अरब अमेरिकी डॉलर ( 24,35,786.93 करोड़ रुपये) का था। यह डॉलर के संदर्भ में 10.85प्रतिशत कम (रुपये के संदर्भ में 12.56 प्रतिशत कम) था।

मार्च 2021 में गैर-तेल सोने का आयात 29.62अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ जिसमें 46.66फीसदी सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई और फऱवरी 2020 में इसी अवधि के दौरान गैर- तेल तथा गैर-रत्न व जेवरात आयात 20.20अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ। अप्रैल-मार्च 2020-21 में गैर-तेल और गैर-सोने का आयात आयात 272.23अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, जो पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि यानि अप्रैल- मार्च 2019-2020 के दौरान 315.93अरब अमेरिकी डॉलर का रहा था, यानि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष में (-)13.83प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को रेखांकित करता है।

II. सेवाओं का व्यापार

निर्यात (प्राप्तियां)

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 अप्रैल, 2021 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी, 2021 में निर्यात 17.55अरब अमेरिकी डॉलर (1,27,651.28करोड़ रुपये) का हुआ, जो फरवरी, 2020 की तुलना में डॉलर के लिहाज से (-)1.02प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है। मार्च 2021* में सेवाओं का निर्यात 17.75अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।

आयात (भुगतान)

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 अप्रैल, 2021को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी, 2021 में आयात 10.61अरब अमेरिकी डॉलर (77,216.47करोड़ रुपये) का हुआ, जो फरवरी 2020 की तुलना में डॉलर के लिहाज से (-)4.10प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है। मार्च 2021* में सेवाओं का आयात 10.84अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।

III. व्यापार संतुलन

वस्तुएं: मार्च, 2021 में व्यापार घाटा 13.93अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि मार्च 2020 में यह व्यापार घाटा 9.98अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था। जो 39.62प्रतिशत ज्यादा है।

सेवाएं: आरबीआई द्वारा 15 अप्रैल, 2021को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार फरवरी, 2021 के दौरान सेवाओं में व्यापार संतुलन (अर्थात शुद्ध सेवा निर्यात) 6.93अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है। मार्च 2021* में अनुमानित व्यापार संतुलन 6.91बिलियन अमरीकी डॉलर का है।

समग्र व्यापार संतुलन: वस्तुओं एवं सेवाओं दोनों को ही मिलाने पर अप्रैल-मार्च 2020-21* में कुल मिलाकर 12.74अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र व्यापार अधिशेष होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि अप्रैल- मार्च 2019-20 में व्यापार घाटा 77.76अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।

नोट: आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम आंकड़ा फरवरी 2021 से संबंधित है। मार्च, 2021 से संबंधित डेटा (आंकड़ा) सिर्फ एक आकलन है जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा।

इंडिया सबसे ज्यादा क्या एक्सपोर्ट करता है?

इंजीनियरिंग गुड्स सेक्टर ने भारत के निर्यात में पिछले फाइनेंशियल ईयर के दौरान 69.8 बिलियन डॉलर का योगदान दिया. इसके बाद 67.6 बिलियन डॉलर के निर्यात के साथ रिफाइंड पेट्रोलियम व क्रूड प्रोडक्ट का स्थान रहा.

भारत से सबसे ज्यादा निर्यात किसका है?

भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक देश है और वर्ष 2017 में भारत ने कुल वैश्विक चावल व्यापार में 25% की हिस्सेदारी की थी। जिसका कुल मूल्य लगभग 7.73 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। एक आंकड़े के मुताबिक वर्ष 2017 में भारत का शुद्ध चावल निर्यात 12.7 मिलियन टन तक पहुँच गया था।

भारत के प्रमुख निर्यात कौन कौन से हैं?

भारत से शीर्ष 10 सबसे अधिक निर्यात किए जाने वाले उत्पाद.
चमड़ा और उसके उत्पाद ... .
पेट्रोलियम उत्पाद ... .
रत्न और आभूषण ... .
ऑटोमोबाइल और उपकरण ... .
फार्मास्युटिकल उत्पाद ... .
इलेक्ट्रॉनिक सामान ... .
डेयरी उत्पाद ... .
हथकरघा और सूती धागे.

भारत अमेरिका से क्या क्या आयात करता है?

बता दें, अमेरिका को भारत से मुख्यत: पेट्रोलियम उत्पादों, पॉलिश हीरे, फार्मा उत्पाद, आभूषण, हल्के तेल वगैरह का निर्यात किया जाता है. वहीं अमेरिका से भारत पेट्रोलियम पदार्थ, तरल प्राकृतिक गैस, सोने, कोयले और बादाम का आयात करता है. सेवाओं के निर्यात के लिए अमेरिका लगातार भारत का सबसे बड़ा बाजार रहा है.