Show Register now for special offers +91 Home > Hindi > कक्षा 10 > Social Science > Chapter > खनिज तथा ऊर्जा संसाधन > हमें खनिजों के संरक्षण की क्यो... लिखित उत्तर Solution : खनिजों के बनने में करोड़ों वर्ष लग जाते हैं। जिस तेजी से हम खनिजों का इस्तेमाल कर रहे हैं उसकी तुलना में खनिजों का पुनर्रभरण की प्रक्रिया अत्यंत धीमी होती है। इसलिए खनिज संसाधन सीमित हैं और अनवीकरण योग्य हैं। इसलिए खनिजों का संरक्षन महत्वपूर्ण हो जाता है। Loading Books Add a public comment... Follow Us: Popular Chapters by Class: भारत में कितने प्रकार के खनिज पाए जाते हैं?हमारे देश में 100 से अधिक खनिजों के प्रकार मिलते हैं। इनमें से 30 खनिज पदार्थ ऐसे हैं जिनका आर्थिक महत्त्व बहुत अधिक है। उदाहरणस्वरूप कोयला, लोहा, मैगनीज़, बॉक्साइट, अभ्रक इत्यादि। दूसरे खनिज जैसे फेल्सपार, क्लोराइड, चूनापत्थर, डोलोमाइट, जिप्सम इत्यादि के मामले में भारत में इनकी स्थिति संतोषप्रद है।
खनिजों के संरक्षण से आप क्या समझते हैं?खनिज संसाधन के विवेकपूर्ण उपयोग तीन बातों पर निर्भर है-खनिजों के निरंतर दोहर पर नियंत्रण, उनका बचतपूर्वक उपयोग एवं कच्चे माल के रूप में सस्ते विकल्पों की खोज, खनिजों पर नियंत्रण के अलावे उनके विकल्पों को खोजना, खनिजों के अपशिष्ट पदार्थों को बुद्धिमतापूर्वक उपयोग, पारिस्थितिकी पर पड़ने वाले कुप्रभाव पर नियंत्रण, खनिज ...
खनिज के संरक्षण की आवश्यकता क्यों है?हमें खनिजों के संरक्षण की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि उद्योग और कृषि दोनों ही खनिजों पर निर्भर करते है। खनिजों का प्रयोग लाखों वर्षों से होता रहा है। ... खनिज संसाधन सीमित तथा अनवीकरण योग्य है। अयस्क के निरंतर खनन से लागत बढ़ती है क्योंकि उत्खनन की गहराई बढ़ने के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता घटती जाती है।
खनिजों का संरक्षण कैसे किया जा सकता है?खनिज सम्पदा का नियन्त्रित उपयोग किया जाये। खनिज को बर्बाद होने से बचाया जाये। कोयला, पेट्रोल आदि खनिज ईधनों का प्रयोग कम किया जाये और इनके स्थानापन्न ईधनों की खोज की जाये जैसे-विद्युत, सौर ऊर्जा, नाभिकीय ऊर्जा आदि।
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