अन्य देशों में प्रधानमंत्री का शक्तियों और कार्य भिन्न होती है। प्रधानमन्त्री को भारत का सबसे महत्त्वपूर्ण राजनैतिक व्यक्तित्व माना जाता है। भारत का प्रधानमंत्री मंत्रि-मण्डल रूपी मेहराब की आधारशिला (Key-stone of the Cabinet Arch) हैं। भारत में राष्ट्रपति राष्ट्र का प्रमुख होता है जबकि प्रधानमंत्री सरकार का प्रमुख होता है। भारत में राष्ट्रपति केवल नाम मात्र का शासक होता है जबकि प्रमुख कार्यकारी शक्तियां प्रधानमंत्री में निहित होती हैं। Show प्रधानमंत्री की नियुक्ति
प्रधानमंत्री की पात्रता
प्रधानमंत्री के कार्य एवं शक्तियाँसंविधान अपने भाग 5 के विभिन्न अनुच्छेदों में प्रधानमन्त्री पद के संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है। मंत्रि-परिषद् का निर्माण
विभागों का बंटवारा
मंत्रियों को हटाने की शक्ति
लोक सभा का नेतृत्व करता है
केबिनेट का नेतृत्व
राष्ट्रपति तथा मंत्रीमण्डल के बीच संपर्क सूत्र
“यह विशेषाधिकार की महत्व व अर्थ यह है की मंत्रिमण्डलीय सभाओं में चर्चित विषयों में से किन जानकारियों को गोपनीय रखना है, एवं किन जानकारियों को दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है, यह तय करने का अधिकार भी प्रधानमन्त्री के पास है।” प्रशासनिक शक्तियाँ
सरकार की योग्यता के लिए उत्तरदायी
वैश्विक संबंधों में किरदार
लोक सभा को भंग करवाने का अधिकार
दिसम्बर 1970 में राष्ट्रपति वी.वी. गिरी ने प्रधानमंत्री की सलाह पर लोक सभा भंग की। 18 जून, 1977 को राष्ट्रपति श्री फखरूद्दीन अली अहमद ने प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी की सलाह पर लोक सभा भंग की। 22 अगस्त, 1979 को राष्ट्रपति संजीवा रेड्डी ने प्रधानमंत्री चौधरी चरण ¯सह की सलाह पर लोक सभा को भंग किया, जिस पर जनता पार्टी के द्वारा राष्ट्रपति के इस कार्य की कड़ी आलोचना की गई। प्रधानमंत्री की आपातकालीन शक्तियाँ
इसके साथ ही प्रधानमंत्री के पास और भी शक्तियों होते है क्युकिं प्रधानमन्त्री केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद् का प्रमुख और राष्ट्रपति का मुख्य सलाहकार होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का प्रमुख होता है और सरकार के कार्यों के प्रति संसद को जवाबदेह होता है। सैद्धांतिक रूप में संविधान भारत के राष्ट्रपति को देश का राष्ट्रप्रमुख घोषित करता है और सैद्धांतिक रूप में, शासनतंत्र की सारी शक्तियों को राष्ट्रपति पर निहित करता है। संविधान अपने भाग 5 के विभिन्न अनुच्छेदों के तहत राष्ट्रपति के सारे कार्यकारी अधिकारों को प्रयोग करने की शक्ति, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित, प्रधानमन्त्री को दी गयी है। प्रधानमंत्री की शक्तियां और कार्य क्या है?प्रधानमंत्री की शक्तियां एवं कार्य
प्रधानमंत्री, मंत्री परिषद का नेता होता है। राष्ट्रपति केवल नाममात्र का शासक होता है राष्ट्रपति से ज्यादा अधिकार प्रधानमंत्री के पास होते है जबकि प्रमुख कार्यकारी शक्तियां प्रधानमंत्री में निहित होती हैं। मंत्री नियुक्त करने हेतु अपने दल के सदस्यों के नाम राष्ट्रपति को सुझाता है।
भारत में प्रधानमंत्री की क्या भूमिका है?भारतीय संविधान के अनुसार, प्रधानमन्त्री केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद् का प्रमुख और राष्ट्रपति का मुख्य सलाहकार होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का प्रमुख होता है और सरकार के कार्यों को लेकर संसद के प्रति जवाबदेह होता है।
हमारे देश के प्रधान मंत्री कौन है?श्री नरेंद्र मोदी ने 30 मई 2019 को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, जो उनके दूसरे कार्यकाल की शुरुआत थी। आजादी के बाद पैदा होने वाले पहले प्रधानमंत्री, श्री मोदी ने पहले 2014 से 2019 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है।
शक्तिशाली राष्ट्रपति या प्रधान मंत्री कौन है कारण बताएं?भारत में सबसे शक्तिशाली कौन है, प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति? संविधान में भारत का राष्ट्रपति भारत का सर्वोच्च नागरिक होता है, और वहां नाम मात्र का शासन होता है परंतु प्रधानमंत्री के पास राष्ट्रपति को हटाने की शक्ति प्राप्त है अपने मंत्रिमंडल को परामर्श देकर एवं संसद में विधेयक पारित कर राष्ट्रपति को हटा सकता है।
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