पृथ्वी की जनसंख्या कितनी है, भारत की जनसंख्या कितनी है, पाकिस्तान में कितनी जनसंख्या है, जनसंख्या की दृष्टि से भारत का स्थान, विश्व का जनसंख्या घनत्व कितना है, भारत के राज्यों का क्षेत्रफल, सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य कौन है, जनसंख्या वृद्धि रोकने के उपाय, विश्व की जनसंख्या कितनी है, जनसंख्या घनत्व, जनसंख्या नियंत्रण कानून, जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम, भारत की पहली जनगणना, भारत की नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत,
जनगणना की विशेषताएं, भारत की साक्षरता दर 200, भारत की जनसंख्या नीति, जनसंख्या नियंत्रण को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई। इसमें केंद्र सरकार को जनसंख्या नियंत्रण के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देश देने की मांग की गई। याचिकाकर्ता की दलील है कि देश में अपराध, प्रदूषण बढ़ने और संसाधनों तथा नौकरियों की कमी का मूल कारण जनसंख्या विस्फोट है। भारत में क्या है जनसंख्या वृद्धि :- जीव विज्ञान में, विशेष प्रजाति के अंत: जीव प्रजनन के संग्रह को जनसंख्या कहते हैं। समाजशास्त्र में जनसंख्या को ‘मनुष्यों के संग्रह’ के तौर पर परिभाषित किया गया है। किसी क्षेत्र में, समय की किसी निश्चित अवधि के दौरान वहां बसे हुए लोगों की संख्या में बदलाव होता रहता है। इसे ही जनसंख्या वृद्धि यानी जनसंख्या परिवर्तन कहा जाता है, ये धनात्मक भी हो सकता है और ऋणात्मक भी, आज़ादी के बाद भारत की जनसंख्या नीति किया थी :- भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है जिसने सबसे पहले 1952 में परिवार नियोजन कार्यक्रम को अपनाया। प्रथम पंचवर्षीय योजना में ही बढ़ती
आबादी को विकास के बाधक के तौर पर चिन्हित किया गया और तभी से विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं में जनसंख्या नियंत्रण के लिए कोशिश की जाती रही है, भारत में सबसे पहले जनसंख्या नीति बनाने का सुझाव साल 1960 में एक विशेषज्ञ समूह ने दिया था। भारत राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग :- मई 2000 में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग का गठन किया गया। आयोग का काम होगा – भारत में जनसंख्या वृद्धि के फायदेभारत में जनगणना से जुड़े कुछ तथ्य – जनगणना 2011 के मुताबिक़ :- जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए विशेष उपायजनसंख्या वृद्धि प्रमुख के कारण :- You may also like
भारत में जनसंख्या की नीति क्या है?इस जनसंख्या नीति के तहत जन्म दर तथा जनसंख्या वृद्धि में कमी लाना, विवाह की न्यूनतम आयु में वृद्धि करना, परिवार नियोजन को प्रोत्साहित करना और महिला शिक्षा पर विशेष जोर देने का लक्ष्य रखा गया था। इसके बाद फरवरी 2000 में सरकार ने राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, 2000 की घोषणा की।
जनसंख्या नीति का क्या अर्थ है?जनसंख्या नीति का तात्पर्य ऐसी सरकारी घोषणा है कि जिसमें 'जनसंख्या' वृद्धि की जाये अथवा जनसंख्या नियंत्रित की जाने से होता है। किन्तु आर्थिक विश्लेषण में जनसंख्या नीति से तात्पर्य किसी देश की उस जनसंख्या से है जिसमें देश की जनसंख्या का आकार (Sizc) व संरचना (Structure) निश्चित की जाती है।
भारत में नई जनसंख्या नीति कब लागू हुई?16 अप्रैल 1976 को भारत सरकार ने नई राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की घोषणा की। इसके अंतर्गत क्रांतिकारी लक्ष्य रखे गए और इसके लिए कई उपाय किए जैसे विवाह की न्यूनतम आयु लड़कियों के लिए 18 वर्ष और लड़कों के लिए 21 वर्ष कर दी गई।
जनसंख्या नीति की मुख्य विशेषता क्या है?Solution : राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं: (i)14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करना। (ii)शिशु मृत्यु दर को प्रति 1000 में 30 से कम करना । (iii) व्यापक स्तर पर टीकारोधी बीमारियों से बच्चों को छुटकारा दिलाना। (iV)लड़कियों की शादी की उम्र को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना।
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