आ मीटर से किसकी मात्रा मापी जाती है - aa meetar se kisakee maatra maapee jaatee hai

  • अमीटर किसे कहते हैं :-
    • धारामापी का अमीटर में रूपांतरण :-
    • अमीटर के उदाहरण :-
  • अन्य महत्वपूर्ण नोट्स
      • गतिमान आवेश तथा चुंबकत्व के नोट्स
      • विद्युत धारा नोट्स

अमीटर किसे कहते हैं :-

वह यंत्र जिसके द्वारा विद्युत धारा का मापन किया जाता है। अर्थात जिस यंत्र से धारा मापी जाती है। उस यंत्र को अमीटर कहते हैं। अमीटर के द्वारा विद्युत धारा एंपियर में मापी जाती है।

अमीटर को विद्युत परिपथ में श्रेणीक्रम में जोड़ते हैं। यह एक प्रकार का धारामापी ही होता है। जब परिपथ में धारा प्रवाहित करते हैं तो संपूर्ण धारा इस अमीटर में से होकर गुजरती है। जिससे यह विद्युत धारा का मापन कर देता है।
अमीटर का अपना भी प्रतिरोध होता है जिसके कारण अमीटर लगाने पर परिपथ में प्रतिरोध का मान बढ़ जाता है। जिससे धारा का मान कम हो जाता है।
अतः एक आदर्श अमीटर वही है। जिसका प्रतिरोध बहुत ही कम लगभग शून्य होना चाहिए।

धारामापी का अमीटर में रूपांतरण :-

चल कुंडली धारामापी को ही अमीटर के रूप में रूपांतरित किया जाता है। धारामापी को अमीटर में बदलने के लिए इसकी कुंडली के समांतर क्रम में कम प्रतिरोध का तार लगा देते हैं। जिसे शन्ट कहते हैं। प्रदर्शित चित्र में S शन्ट है। जबकि अमीटर को कुंडली के श्रेणीक्रम में जोड़े जाता है।

आ मीटर से किसकी मात्रा मापी जाती है - aa meetar se kisakee maatra maapee jaatee hai
धारामापी का अमीटर में रूपांतरण

माना धारामापी की कुंडली का प्रतिरोध G तथा शन्ट का प्रतिरोध S है। यदि अमीटर में i धारा प्रवाहित हो रही है। तथा धारामापी ig एवं शन्ट में (i – ig) धारा गुजर रही है। धारामापी एवं शन्ट परस्पर समांतर क्रम में लगे हैं। तो इनके सिरों पर विभवांतर समान होगा। तो इस प्रकार

ig × G = (i – ig) × S     ( विभवांतर = धारा × प्रतिरोध)
अतः शन्ट का प्रतिरोध
\footnotesize \boxed { S = ( \frac{i_g}{i - i_g} ) G }
जहां     S = शन्ट का प्रतिरोध
G = धारामापी का प्रतिरोध
i = अमीटर में प्रवाहित धारा
ig = धारामापी में प्रवाहित धारा

Note Point –
धारामापी को अमीटर में बदलने के लिए इसकी कुंडली के समांतर क्रम में कम प्रतिरोध का तार लगा देते हैं। जबकि अमीटर को परिपथ के श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है।
इसे भी पढ़ें … चल कुंडली धारामापी क्या है

अमीटर के उदाहरण :-

(1) एक धारामापी की कुंडली का प्रतिरोध 500 ओम है। 5 मिलीएंपियर की धारा का पूरे पैमाने पर विक्षेप हो रहा है। इसे 0 से 10 मिलीएंपियर परास के अमीटर में कैसे परिवर्तित करेंगे।

हल – दिया है
धारामापी का प्रतिरोध G = 500 ओम
धारामापी में प्रवाहित धारा ig = 5 mA = 0.005 A
अमीटर में प्रवाहित धारा i = 10 A
तो शन्ट का प्रतिरोध
S = \large ( \frac{i_g}{i - i_g} ) G
S = \large ( \frac{0.005}{10 - 0.005} ) × 500
S = \large \frac{0.005}{9.995} × 500
S = 0.25 ओम

अतः 0.25 ओम का शन्ट प्रयोग करने पर धारामापी को 0-10 की परास में परिवर्तित कर सकते हैं।

पढ़ें… 12वीं भौतिकी नोट्स | class 12 physics notes in hindi pdf

अमीटर में किसकी मात्रा मापी जाती है?

ऐमीटर या 'एम्मापी' (ammeter या AmpereMeter) किसी परिपथ की किसी शाखा में बहने वाली विद्युत धारा को मापने वाला यन्त्र है। बहुत कम मात्रा वाली धाराओं को मापने के लिये प्रयुक्त युक्तियोंको "मिलिअमीटर" (milliameter) या "माइक्रोअमीटर" (microammeter) कहते हैं।

अमीटर से किसकी मात्रा मापी जाती है अ प्रतिरोध ब विभवांतर स विद्युत धारा द उपरोक्त सभी?

ऐमीटर को विद्युत-परिपथ की धारा मापी जाती है। वोल्टमीटर को विद्युत-परिपथ के दो बिंदुओं के बीच समांतरक्रम में जोड़ा जाता हैसमांतर क्रम में जुड़े दो प्रतिरोध का समतुल्य प्रतिरोध उनमें प्रत्येक के अलग-अलग प्रतिरोध से अधिक होता है।

अमीटर का मात्रक क्या है?

अमीटर का मात्रक एंपियर होता है।

वोल्ट मीटर से क्या मापा जाता है?

वोल्टमीटर (अंग्रेज़ी:Voltmeter) एक मापन यंत्र है जो किसी परिपथ के किन्हीं दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर को मापने के लिये प्रयोग किया जाता है।