5 से 6 महीने के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए - 5 se 6 maheene ke bachche ko kya khilaana chaahie

शिशु के 6 महीने के होने का मतलब है कि अब उसका शरीर पहले से काफाी मजबूत हो चुका है। जन्‍म के बाद पहले 6 महीनों में शिशु को मां के दूध से ही सारा पोषण मिलता है और इसके बाद शिशु ठोस आहार खाना शुरू करता है।

अगर आपका बेबी भी 6 महीने का हो गया है या होने वाला है, तो आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि अब आपको उसे किस तरह की डाइट देनी चाहिए। यहां हम आपको 6 महीने के शिशु के लिए हफ्तेभर का डाइट चार्ट बता रहे हैं।

सोमवार का डाइट चार्ट

इस दिन सुबह शिशु को स्‍तनपान करवाएं या फॉर्मूला मिल्‍क पिलाएं। इसके बाद नाश्‍ते में बच्‍चे को मैश किया हुआ सेब खिलाएं। इसके कुछ देर बाद स्‍तनपान करवाएं या फॉर्मूला मिल्‍क पिलाएं। लंच में और शाम को भी आपको शिशु को यही देना है। डिनर में भी 6 महीने के बेबी को स्‍तनपान करवाएं या फॉर्मूला मिल्‍क पिलाएं।

अब आगे जानिए कि हफ्ते के बाकी के दिनों में 6 महीने के शिशु को क्‍या-क्‍या दे सकते हैं।

​मंगलवार का आहार

सुबह बच्‍चे को मां का दूध या फॉर्मूला मिल्‍क देना है। फिर नाश्‍ते में केला मैश कर के खिलाएं। इसके कुछ देर बाद बेबी को ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क दें। लंच, शाम को और डिनर में भी आपको ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क ही देना है।

फोटो साभार : istock

​बुधवार का भोजन चार्ट

सुबह बच्‍चे को मां का दूध या फॉर्मूला मिल्‍क पिलाएं। नाश्‍ते में मैश किया हुआ सेब खिलाएं। इसके थोड़ी देर बाद शिशु को मां का दूध या फॉर्मूला मिल्‍क दें। लंच, शाम को और डिनर में भी आपको ब्रेस्‍टफीडिंग करवानी है या फॉर्मूला मिल्‍क ही देना है।

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​बृहस्‍पतिवार का खाना

आज दिन की शुरुआत ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क से ही करनी है। इसके बाद बेबी को नाश्‍ते में मैश किया हुआ सेब खिलाएं। फिर थोड़ी देर बाद उसे दूध पिलाएं। लंच में बेबी को मूंग दाल का सूप पिलाएं। शाम और रात को डिनर में बच्‍चे को मां के दूध के साथ फॉर्मूला मिल्‍क पिलाएं।

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​शुक्रवार का आहार चार्ट

सुबह सबसे पहले शिशु को ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क पिलाएं। इसके बाद बेबी को नाश्‍ते में मैश किया हुआ आलू खिलाएं। फिर थोड़ी देर बाद उसे ब्रेस्‍टफीडिंग करवाएं। लंच में बेबी को मूंग दाल का सूप पिलाएं। शाम और रात को डिनर में बच्‍चे को मां के दूध के साथ फॉर्मूला मिल्‍क पिलाएं।

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​शनिवार का खाना

6 महीने के शिशु के लिए आहार का प्रमुख स्रोत मां का दूध ही होता है इसलिए आप बच्‍चे को सुबह सबसे पहले अपना दूध ही पिलाएं। आप उसे फॉर्मूला मिल्‍क भी पिला सकती हैं। इसके कुछ देर बार नाश्‍ते में बच्‍चे को मैश कर के सेब खिलाएं। फिर थोड़ी देर के बाद बच्‍चे को दूध पिलाएं। लंच में बेबी को मूंग दाल सूप पिलाना है और फिर शाम के साथ-साथ रात को भी बच्‍चे को दूध पिलाना है।

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​रविवार का आहार

आज बच्‍चे को सुबह ब्रेस्‍टफीडिंग करवाएं या फॉर्मूला मिल्‍क दें। इसके बाद नाश्‍ते में मैश किया हुआ नाशपाती खिलाएं। इसके कुछ देर बाद ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क दें। अब लंच में बेबी को दाल-पालक का सूप पिलाएं और फिर शाम एवं रात को ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क दें।

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5 महीने के बच्चे क्या क्या खा सकते हैं?

बच्चे को उसकी आदत के अनुसार खाने दें। उसे जल्दी खिलाने की कोशिश न करें।.
आमतौर पर चावल या दाल का पानी सबसे पहले खिलाया जाता है। ... .
बच्चे को गाजर या उबला आलू मेश करके खिलाएं। ... .
प्रोटीनयुक्त भोजन जैसे बीन्स, अण्डा, नट्स इत्यादि बच्चे के विकास एवं कोशिका वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।.

5 से 6 महीने के बच्चों को क्या खिलाना चाहिए?

6 महीने के शिशु के लिए आहार का प्रमुख स्रोत मां का दूध ही होता है इसलिए आप बच्‍चे को सुबह सबसे पहले अपना दूध ही पिलाएं। आप उसे फॉर्मूला मिल्‍क भी पिला सकती हैं। इसके कुछ देर बार नाश्‍ते में बच्‍चे को मैश कर के सेब खिलाएं। फिर थोड़ी देर के बाद बच्‍चे को दूध पिलाएं।

6 महीने के बच्चे को क्या देना चाहिए?

6 महीने के बच्चों को क्या खिलाना चाहिए - Recipe for food options in Hindi.
सेब का स्टू और प्यूरी.
गाजर की प्यूरी.
चावल का दलिया.
आम की प्यूरी.
केले की प्यूरी.
रागी का दलिया.
मूंग दाल सूप.

बच्चे कौन से महीने में बैठना शुरू करते हैं?

श‍िश‍ु आमतौर पर 5 से 7 महीने में बैठना शुरू करते हैं। वहीं जब बच्‍चे 9 महीने के हो जाते हैं तो वो ब‍िना सपोर्ट के कुछ समय के ल‍िए बैठ पाते हैं। हालांक इसका ये मतलब नहीं है क‍ि बच्‍चे को आप खुद से बैठने दें, उसे सपोर्ट की जरूरत होगी।

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