3. बालक द्वारा इनाम में लड्डू माँगने पर लेखक ने सुख की साँस क्यों भरी - 3. baalak dvaara inaam mein laddoo maangane par lekhak ne sukh kee saans kyon bharee

बालक द्वारा इनाम में लड्डू माँगने पर लेखक ने सुख की साँस क्यों भरी?

लेखक का जब बालक से परिचय हुआ, तो उसे वह सामान्य बच्चों जैसा ही लगा। परन्तु उसका अपनी उम्र से अधिक गंभीर विषयों पर उत्तर देना, लेखक को दुखी कर गया। वह समझ गया कि पिता द्वारा उसकी योग्यता को इतना अधिक उभारा गया है कि इसमें बालक का बालपन तथा बालमन दम तोड़ चुका है। पिता ने उसे उम्र से अधिक विद्वान बनाने का प्रयास किया है, जिसमें एक बालक पिसकर रह गया है। एक बालक के विकास के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। परन्तु वह खेलकूद और जीवन के छोटे-छोटे सुखों को छोड़कर उसी में घुल जाए, तो ऐसी स्थिति बच्चे और समाज के लिए सुखकारी नहीं है। इस तरह हम उसका बचपन समाप्त कर रहे हैं। लेखक के अनुसार पिता तथा उनके साथ बैठे लोग इस प्रयास में सफल भी हो गए थे। जब इनाम में बच्चे ने लड्डू माँगा, तो लेखक ने सुख की साँस भरी। एक बालक के लिए यही स्वाभाविक बात थी। उसे यही माँगना चाहिए था और उसने माँगा भी। उसे विश्वास हो गया कि पिता तथा अन्य लोग अपने इस प्रयास में सफल नहीं हो पाए हैं। अब भी बालक के अंदर विद्यमान उसका बचपन जिंदा है। वह अब भी अपनी उम्र से आगे नहीं निकला है। यह स्थिति लेखक के लिए सुखदायी थी।

बालक के लड्डू मांगने से लेखक ने सुख की साँस क्यों ली?

Solution : बालक द्वारा ईनाम में लड्डू माँगने पर लेखक ने सुख की साँस इसलिए ली क्योंकि 1. लेखक ने महसूस किया कि अब पहली बार बच्चे ने अपने मन की बात की है, अपनी भावना व्यक्त की है। <br> 2. लेखक को लगा कि यह पहला ऐसा प्रश्न है, जिसका उत्तर बच्चे ने स्वयं दिया है।

बालक बच गया कहानी के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है?

प्रश्न 1 – निबंध 'बालक बच गया' हमारी किस मानसिकता की ओर संकेत करता है ? उत्तर – इस निबंध के माध्यम से लेखक बताना चाहता है कि हम सब शिक्षा देने के नाम पर बच्चों पर कठिन से कठिन ज्ञान को उसके कच्चे मन पर थोपना चाहते हैं।

1 बालक से उसकी उम्र और योग्यता से ऊपर के कौन कौन से प्रश्न पूछे गए?

बालक से जितने भी प्रश्न पूछे गए वे सभी प्रश्न उसकी उम्र और योग्यता से ऊपर के थे। जैसे- धर्म के लक्षण, रसों के नाम तथा उनके उदाहरण, पानी के चार डिग्री के नीचे ठंड फैल जाने के बाद भी मछलियाँ कैसे जिंदा रहती हैं तथा चंद्रग्रहण होने का वैज्ञानिक कारण इत्यादि प्रश्न उसकी उम्र की तुलना में बहुत अधिक गंभीर थे।

घड़ीसाजी का इम्तिहान पास करने से लेखक का क्या तात्पर्य है?

प्रश्न 4: घड़ीसाज़ी का इम्तहान पास करने से लेखक का क्या तात्पर्य है? जो व्यक्ति घड़ी के विषय में हर प्रकार की जानकारी प्राप्त कर चुका होता है। उसे बड़ी सरलतापूर्वक खोल तथा वापस जोड़ सकता है, वही घड़ीसाज़ी का इम्तहान पास करता है। इस इम्तहान को पास करने के बाद वह घड़ीसाज़ कहलाता है।