Show हर साल, राष्ट्र 23 मार्च को शहीद दिवस (शहीद दिवस या सर्वोदय दिवस) के रूप में मनाया जाता था। यह दिन स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया गया, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। साथ ही, 30 जनवरी को महात्मा गांधी की याद में Martyr’s Day या शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। आरबीआई असिस्टेंट प्रीलिम्स कैप्सूल 2022, Download Hindi Free PDF हिन्दू रिव्यू फरवरी 2022, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi शहीद दिवस 23 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है? 23 मार्च को हमारे देश के तीन वीरों भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी पर लटका दिया था। निःसंदेह, उन्होंने हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दे दी। इन वीरों ने लोगों के कल्याण के लिए लड़ाई लड़ी और इसी उद्देश्य के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। कई युवा भारतीयों के लिए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव प्रेरणा के स्रोत बने हैं। ब्रिटिश शासन के दौरान भी, उनके बलिदान ने कई लोगों को आगे आने और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ने का आग्रह किया। इसलिए, इन तीनों क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए, भारत ने 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया है। उनके बलिदान के पीछे की कहानी 1928 में एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन सॉन्डर्स (John Saunders) की हत्या के लिए उन्हें फांसी पर लटका दिया गया था। उन्होंने उन्हें ब्रिटिश पुलिस अधीक्षक जेम्स स्कॉट (James Scott) समझा था। स्कॉट ने ही लाठीचार्ज का आदेश दिया था, जिसके कारण अंततः लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams Find More Important Days Here लगातार पूछे जाने वाले प्रश्नप्रश्न 1. हम शहीद दिवस क्यों मनाते हैं?उत्तर- शहीद दिवस भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु के बलिदान को याद करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी।प्रश्न 2. 23 मार्च को कौन सा दिवस मनाया जाता है?उत्तर- हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है, जिसे Martyrs' Day के रूप में भी जाना जाता है भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर के बलिदानों का सम्मान करें। प्रश्न 3.भारत में 23 मार्च को क्या खास है?उत्तर- 23 मार्च भारत में विशेष है क्योंकि यह एक ऐसा दिन है जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के लिए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है।प्रश्न 4. किस दिन को शहीद दिवस के रूप में जाना जाता है?उत्तर- 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में जाना जाता है।
23 मार्च को क्या मनाया जाता है?कई युवा भारतीयों के लिए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव प्रेरणा के स्रोत बने हैं। ब्रिटिश शासन के दौरान भी, उनके बलिदान ने कई लोगों को आगे आने और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया। यही कारण है कि इन तीनों क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाता है।
23 मार्च को शहीद दिवस क्यों मनाया जाता है?30 जनवरी को शहीद दिवस महात्मा गांधी की याद में मनाया जाता है और 23 मार्च को यह दिन भारत के तीन बहादुर क्रांतिकारियों भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव की याद में मनाया जाता है। 23 मार्च, 1931 को इन तीनों क्रांतिकारियों को लाहौर में फांसी दी गई थी।
शहीद दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?23 मार्च - भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को इस दिन ब्रिटिश सरकार द्वारा फाँसी दी गयी थी। इसे शहीदी दिवस भी कहते हैं।
शहीद दिवस हर साल कब मनाया जाता है?इस दिन भगत सिंह के साथ सुखदेव था और शिवराम राजगुरु ने भी भारत की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया. इन तीनों लोगों की शहादत को याद करने के लिए हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस (Shaheed Diwas) मनाया जाता है. भगत सिंह ने 23 साल की युवा उम्र में ही मां भारती की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी.
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