यमुनोत्री हिमानी से निकलने वाली नदी - yamunotree himaanee se nikalane vaalee nadee

NCERT Solutions for Class 9th: पाठ 3 - अपवाह भूगोल (apavaah) Bhugol in Hindi Medium

ज्ञात कीजिए

पृष्ठ संख्या: 18

1. भारत में किस नदी की अपवाह द्रोणी सबसे बड़ी है?

उत्तर

भारत में गंगा नदी की अपवाह द्रोणी सबसे बड़ी है।

ज्ञात कीजिए

पृष्ठ संख्या: 23

1. भारत का सबसे बड़ा जलप्रपात कौन-सा है?

उत्तर

कुंचीकल जलप्रपात कर्नाटक में।

पृष्ठ संख्या: 25

अभ्यास

1. दिए गए चार विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए।

(i) निम्नलिखित में से कौन-सा वृक्ष की शाखाओं के समान अपवाह प्रतिरूप प्रणाली को दर्शाता है?

(क) अरीय

(ख) केन्द्राभिमुख

(ग) द्रुमाकृतिक

(घ) जालीनुमा

(ii) वूलर झील निम्नलिखित में से किस राज्य में स्थित है?

(क) राजस्थान
(ख) पंजाब
(ग) उत्तर प्रदेश
(घ) जम्मू कश्मीर
► (घ) जम्मू कश्मीर

(iii) नर्मदा नदी का उद्गम कहाँ से है?
(क) सतपुड़ा
(ख) अमरकंटक
(ग) ब्र्ह्मगिरी
(घ) पश्चिमी घाट के ढाल
► (ख) अमरकंटक

(iv) निम्नलिखित में से कौन-सी लवणीय जल वाले झील है?
(क) सांभर
(ख) वूलर
(ग) डल
(घ) गोबिंद सागर
► (क) सांभर

पृष्ठ संख्या: 26

(v) निम्नलिखित में से कौन-सी प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी है?
(क) नर्मदा
(ख) गोदावरी
(ग) कृष्णा
(घ) महानदी
► (ख) गोदावरी

(vi) निम्नलिखित नदियों में से कौन-सी नदी भ्रंश घाटी से होकर बहती है?
(क) महानदी
(ख) कृष्णा
(ग) तुंगभद्रा
(घ) तापी
► (घ) तापी

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए-

(i) जल विभाजक का क्या कार्य है? एक उदाहरण दीजिए।

उत्तर

कोई भी ऊँचा क्षेत्र जैसे - पर्वत या उच्च भूमि दो पड़ोसी अपवाह द्रोणियों को एक-दूसरे से अलग करती है, उसे अपवाह कहते हैं। पश्चिमी घाट जल विभाजक का एक उदाहरण है।

(ii) भारत में सबसे विशाल नदी द्रोणी कौन-सी है?

उत्तर

भारत में सबसे विशाल नदी द्रोणी गंगा नदी की है।

(iii) सिंधु एवं गंगा नदियाँ कहाँ से निकलती हैं?

उत्तर

सिंधु नदी का उद्गम मानसरोवर झील के निकट तिब्बत में तथा गंगा नदी का उद्गम गंगोत्री हिमानी से होता है।

(iv) गंगा की दो मुख्य धाराओं के नाम लिखिए? ये कहाँ पर एक-दूसरे से मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती हैं?

उत्तर

अलकनंदा और भागीरथी गंगा की दो मुख्य धाराएँ हैं। ये दोनों देवप्रयाग में मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती हैं।

(v) लंबी धारा होने के बावजूद तिब्बत के क्षेत्रों में ब्र्ह्मपुत्र में कम गाद (सिल्ट) क्यों है?

उत्तर

तिब्बत एक शीत और शुष्क क्षेत्र है इसलिए लंबी धारा होने के बावजूद तिब्बत के क्षेत्रों में ब्र्ह्मपुत्र में कम गाद (सिल्ट) है।

(vi) कौन-सी दो प्रायद्वीपीय नदियाँ गर्त से होकर बहती हैं? समुद्र में प्रवेश में करने से पहले वे किस प्रकार की आकृतियों का निर्माण करती हैं?

उत्तर

दो प्रायद्वीपीय नदियाँ जो गर्त से होकर बहती हैं वे नर्मदा और तापी हैं। वे समुद्र में प्रवेश में करने से पहले ज्वारनदमुख का निर्माण करती हैं।

(vii) नदियों तथा झीलों के कुछ आर्थिक महत्व को बताएँ?

उत्तर

नदियाँ कृषि प्रयोजन और जलविद्युत के उत्पादन के लिए उपयोगी हैं। ये सिंचाई और नौसंचालन में सहायक हैं। सांभर जैसी झीलों के जल का उपयोग नमक के निर्माण के लिए किया जाता है। झीलें पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देती हैं और मनोरंजन का साधन हैं। इनका प्रयोग जलविद्युत के उत्पादन के लिए भी किया जा सकता है।

3. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

(i) नीचे भारत की कुछ झीलों के नाम दिए गए हैं। इन्हें प्राकृतिक तथा मानव निर्मित वर्गों में बांटिए।
(क) वूलर                     (ख) डल
(ग) नैनीताल                 (घ) भीमताल
(ड़) गोबिंद सागर          (च) लोकताक
(छ) बारापानी               (ज) चिल्का
(झ) सांभर                    (य) राणा प्रताप सागर
(ट) निज़ाम सागर          (ठ) पुलिकट
(ड) नागार्जुन सागर       (ढ) हीराकुंड

उत्तर

प्राकृतिक झीलें: वूलर, डल, नैनीताल, भीमताल, चिल्का, पुलिकट, सांभर, बारापानी, लोकताक।
मानव निर्मित झीलें: गोबिंद सागर, हीराकुंड, राणा प्रताप सागर, नागार्जुन सागर, निज़ाम सागर।

4. हिमालय तथा प्रायद्वीपीय नदियों के मुख्य अंतरों को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर

हिमालय नदियाँ 

प्रायद्वीपीय नदियाँ

हिमालय से उत्पत्ति पश्चिमी घाट से उत्पत्ति 
ये नदियाँ बारहमासी होती हैं। ये नदियाँ मौसमी होती हैं।
ये नदियाँ वर्षा के साथ-साथ ऊँचे पर्वतों से पिघलते हए बर्फ़ से पानी प्राप्त करती हैं।  ये नदियाँ पानी के लिए सिर्फ वर्षा पर आधारित हैं। सूखे मौसम में बड़ी नदियों का जल भी घटकर छोटी-छोटी धाराओं में बहने लगता है।

5. प्रायद्वीपीय पठार के पूर्व एवं पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों की तुलना कीजिए।

उत्तर

पूर्व की ओर बहने वाली नदियाँ

पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ

महानदी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी पूर्व की ओर बहने वाली प्रमुख नदियाँ हैं।  नर्मदा और तापी ही पश्चिम ओर बहने वाली दो प्रमुख नदियाँ हैं।
ये नदियाँ बंगाल की खाड़ी की तरफ बहती हैं। ये नदियाँ अरब सागर की तरफ बहती हैं।
ज्यादा मात्रा में गाद का संवहन करती हैं इसलिए डेल्टा का निर्माण करती हैं। कम मात्रा में गाद का संवहन करती हैं इसलिए ज्वारनदमुख का निर्माण करती हैं।
ज्यादा सहायक नदियाँ कम सहायक नदियाँ

6. किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्वपूर्ण क्यों हैं?

उत्तर

किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्वपूर्ण इसलिए हैं क्योंकि:
• इनका जल मूल प्राकृतिक संसाधन है तथा अनेक मानवीय क्रियाकलापों के लिए अनिवार्य है।
• नदियों के जल का प्रयोग घरेलू, औद्योगिक तथा कृषि के लिए किया जाता है।
• इनका प्रयोग जलविद्युत के उत्पादन के लिए किया जाता है।
• इनका उपयोग नौसंचालन तथा परिवहन के लिए किया जाता है।
• ये मछली पालन जैसे उद्योगों में भी सहायक हैं।

मानचित्र कौशल

(i) भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित नदियों को चिह्नित कीजिए तथा उनके नाम लिखिए -
गंगा, सतलुज, दामोदर, कृष्णा, नर्मदा, तापी, महानदी, दिहांग।

(ii) भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित झीलों को चिह्नित कीजिए तथा उनके नाम लिखिए -
चिल्का, सांभर, वूलर, पुलीकट तथा कोलेरु।

उत्तर

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क्रियाकलाप

नीचे दी गयी पहेली को हल करें -

नोट: पहेली के उत्तर अंग्रेजी के शब्दों में है।

बाएँ से दाएँ

1. नागार्जुन सागर नदी परियोजना किस नदी पर है?
2. भारत की सबसे लंबी नदी।
3. ब्यास कुंड से उतपन्न होने वाली नदी।
4. मध्य प्रदेश के बेतुल जिले से उतपन्न होकर पश्चिम को ओर बहने वाली नदी।
5. पं. बंगाल 'शोक' के नाम से जानी जाने वाली नदी।
6. किस नदी से इंदिरा गाँधी नहर निकाली गयी है।
7. रोहतांग दर्रा के पास किस नदी का स्त्रोत है?
8. प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी।

ऊपर से नीचे

9. सिंधु नदी की सहायक नदी, जिस का उद्गम हिमाचल प्रदेश में है।
10. भ्रंश अपवाह होकर अरब सागर में मिलने वाली नदी।
11. दक्षिण भारतीय नदी, जो ग्रीष्म तथा शीत ऋतू में दोनों में वर्षा का जल प्राप्त करती है।
12. लद्दाख, गिलगित तथा पाकिस्तान से बहने वाली नदी।
13. भारतीय मरुस्थल की एक महत्वपूर्ण नदी।
14. पाकिस्तान में चेनाब से मिलने वाली नदी।
15. यमुनोत्री हिमानी से निकलने वाली नदी।

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उत्तर

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Notes of पाठ 3 - अपवाह

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यमुनोत्री के लिए यात्रा का प्रारंभ कहाँ से होता है?

गढ़वाल हिमालय की पश्चिम दिशा में उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री चार धाम यात्रा का पहला पड़ाव है। यमुना पावन नदी का स्रोत कालिंदी पर्वत है।

हरिद्वार से यमुनोत्री कैसे जाएं?

हरिद्वार ➜मसूरी-यमुनोत्री मार्ग: हरिद्वार से देहरादून और मसूरी होते हुए यमुनोत्री पहुँचने वाला यह मार्ग सबसे ज्यादा प्रचलित मार्ग है। इस मार्ग से लगभग 236 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यमुनोत्री पहुँचते हैं।

यमुनोत्री क्यों प्रसिद्ध है?

उत्तराखंड के चार धाम तीर्थ यात्रा में यह चार स्थलों में से एक है। यमुना नदी के स्रोत यमुनोत्री का पवित्र गढ़, गढ़वाल हिमालय में पश्चिमीतम मंदिर है, जो बंदर पुंछ पर्वत की एक झुंड के ऊपर स्थित है। यमुनोत्री में मुख्य आकर्षण देवी यमुना के लिए समर्पित मंदिर और जानकीचट्टी (7 किमी दूर) में पवित्र तापीय झरना हैं।

गंगोत्री की पैदल चढ़ाई कितनी है?

कुछ यात्री गंगोत्री से करीब 19 किलोमीटर दूर 13,200 फीट की ऊंचाई पर गोमुख भी जाते हैं. यमुनोत्री में करीब 5 व केदारनाथ धाम के लिए करीब 18 किलोमीटर पैदल चलना होता है. इस चढ़ाई के लिए खच्चर आदि की सेवा भी उपलब्ध रहती है.