या मुरली मुरलीधर की, अधरान धरी अधरा न धरौंगी में कौन सा अलंकार है?
(A) रूपक अलंकार
(B) यमक अलंकार
(C) उपमा अलंकार
(D) उत्प्रेक्षा अलंकार
Explanation : या मुरली मुरलीधर की अधरान धरी अधरा न धरौंगी। पंक्ति में यमक अलंकार है। यमक अलंकार की परिभाषा – जब कविता में एक ही शब्द दो या दो से अधिक बार आए और उसका अर्थ हर बार भिन्न हो वहां 'यमक' अलंकार होता है। सामान्य हिंदी प्रश्न पत्र में यमक अलंकार संबंधी प्रश्न पूछे जाते है। इसलिए यह प्रश्न आपके लिए कर्मचारी चयन आयोग, बीएड, आईएएस, सब इंस्पेक्टर, पीसीएस, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी साबित होगें।....अगला सवाल पढ़े
Tags : अलंकार अलंकारिक शब्द यमक अलंकार
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
या मुरली मुरलीधर की अधरा न धरी न धरौंगी पंक्ति में कौन सा रस है?
यहाँ पर 'ल' वर्ण और 'म' वर्ण की एक से अधिक बार आवृत्ति हुई है इस कारण यहाँ अनुप्रास अलंकार है। छंद में सवैया छंद का प्रयोग हुआ है तथा ब्रज भाषा का सुंदर प्रयोग हुआ है जिससे छंद की छटा ही निराली हो जाती है। साथ में माधुर्य गुण का समावेश हुआ है।
या मुरली मुरलीधर की अधरान धरी अधरा न धरौंगी से गोपी का कौन सा भाव पता चलता है?
या मुरली मुरलीधर की अधरन धरी अधरा न धरौंगी। भाव सौंदर्य - इस छंद में गोपी दूसरी सखी से श्री कृष्ण की भाँति वेशभूषा धारण करने को कहती है। सखी उसके इस आग्रह पर तयार तो हो जाती है। गोपी अपनी सखी के कहने पर कृष्ण के समान वस्त्राभूषण तो धारण कर लेगीं परन्तु कृष्ण की मुरली को अधरों पर नहीं रखेगीं।
या मुरली मुरलीधर की अधरान धरी अधरा न धरौंगी में कौन सा अलंकार प्रयुक्त हुआ है?
'अधरान धरी अधरा न धरौंगी' में यमक अलंकार है।
या मुरली मुरलीधर की पंक्ति में मुरलीधर कौन है?
Solution. भाव यह है कि गोपी श्रीकृष्ण का रूप बनाने के लिए उनकी हर वस्तु धारण करने को तैयार है पर उनकी मुरली नहीं, क्योंकि गोपी मुरली से ईर्ष्या भाव रखती है। इसी मुरली ने गोपियों को कृष्ण से दूर कर रखा है।