चेहरे पर मत रीझना में क्या निहित है फटकार नसीहत तिरस्कार सम्मान? - chehare par mat reejhana mein kya nihit hai phatakaar naseehat tiraskaar sammaan?

इसका अर्थ है कि अपने चेहरे पर इतना ध्यान मत देना कि तुम अपने अस्तित्व को ही भुला बैठे। रूपवती होना अच्छी बात होती है लेकिन इसके मोह में स्वयं को भूल बैठना मूर्खता होती है।

  • 2

View Full Answer

IT MEANS BAS APNI SUNDARTA PAYPROUD MAT KARNA

  • 0

IT MEANS BAS APNI SUNDARTA PAYPROUD MAT KARNA

  • -1

जीवन शब्द से दो अन्य शब्द बनाए

  • 0

चेहरे पर मत रीझना में क्या निहित हैं?

'अपने चेहरे पर मत रीझना' वाक्यांश से तात्पर्य अपनी सुंदरता पर आत्म-मुग्ध ना होना और अपनी सुंदरता पर अभिमान ना करना है। Explanation: यह प्रश्न 'ऋतुराज' द्वारा रचित कविता “कन्यादान” से संबंधित है। इसमें एक मां अपनी बेटी को उपदेश देते हुए कहती है कि उसकी बेटी अपनी सुंदरता पर आत्ममुग्ध ना हो।

चेहरे पर मत रीझना में क्या भाव निहित है * फटकार नसीहत सम्मान तिरस्कार?

➲ 'अपने चेहरे पर मत रीझना' का भाव सौंदर्य यह है कि कन्यादान कविता में कवि का कहने का तात्पर्य यह है कि माँ अपनी बेटी को अपने व्यवहार के प्रति सजग रहने रहने की शिक्षा दे रही है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग