विद्युत प्रेरण किसे कहते हैं प्रेरण विधि द्वारा किसी वस्तु को कैसे आवेशित किया जाता है? - vidyut preran kise kahate hain preran vidhi dvaara kisee vastu ko kaise aaveshit kiya jaata hai?

नमस्कार दोस्तों दिया क्या प्रश्न है विद्युत प्रेरण किसे कहते हैं प्रेरण विधि द्वारा किसी वस्तु को कैसे आवेशित किया जाता है प्रश्न के अनुसार दोस्तों विद्युत प्रेरण की बात करें तो विद्युत प्रेरण में क्या होता है दोस्तों जब किसी आवेशित हम लोग कह सकते हैं चालक को क्या किया जाता दोस्तों एक उदासीन या हम लोग दोस्तों न्यूट्रल चालक के पास में लाया जाता है दोस्तों के सुचालक पर उपस्थित आवेश के कारण दोस्तों क्या होता है उस उदासीन चालक पर विपरीत प्रकाश का आवेश प्रेरित हो जाता है जिसे क्या कहते हैं विद्युत प्रेरण कहते हैं तो मान लेते दोस्तों किया पहला चालक है या दूसरा चालाक है दूसरा साला किस प्रकार का है उदासीन है और पहले चालक पर हमने क्या करें दोस्तों यह धन आवेश पर रखा गया है ठीक है और जैसे ही क्या किया जाएगा इस गाना बजे चालक को उदासीन चालक के पास में समीप में लाया जाएगा परंतु कुछ दूरी पर तो क्या होगा दोस्तों यह कैसा है हमारा धन आवेशित चालक है ठीक है तो यह धन आवेशित चालक क्या करेगा दोस्तों की जो उदासीन चालक है उसके तो पक्का उसके पास जाकर एक प्रकार का

हमारे पास में आवेश है उसको प्रवेश कर देगा अर्थात यहां पर धन आवेश के कारण क्या हो जाएगा जहां पर 200 उसके पास में रखी सकता है उस पर क्या हो जाएगा ऋण आवेश प्रेरित हो जाएगा क्यों क्योंकि धन आवेश के कारण क्या-क्या सारे सारे जोड़ी ना विशाखा पास में परी तू जाएगी तो इसके कारण दोस्तों क्या हो जाएगा ऋण आवेश इस तरफ सता के इस तरफ और सुना संचालक पशु धन आवेश तथा जाएगी विपरीत हो जाएगी तो इस प्रकार के होते प्रेरणा कैसा हमारे पास में किसी आवेशित चालक से उदासीन चालक पर क्या हुआ दोस्तों जहां पर ऋण आवेश का प्रेरण हुआ है ठीक है उसे क्या कहते तो प्रेरण कहा जाता है ठीक है यही हमारे पास में दोस्तों प्रश्न का उत्तर था धन्यवाद

प्रेरणा द्वारा आवेश क्या है?

charging by induction in hindi प्रेरण द्वारा आवेशन : जब अनावेशित वस्तु से स्पर्श कराये बिना ही अनावेशित वस्तु को आवेशित करने की विधि को प्रेरण द्वारा आवेशन कहते है , प्रेरण द्वारा आवेशन विधि में अनावेशित वस्तु पर आवेशित वस्तु का विपरीत आवेश उत्पन्न होता है।

कोई वस्तु आवेशित कैसे होती है?

वस्तु का आवेशन : जब किसी वस्तु के परमाणुओं में इलेक्ट्रोनों की संख्या प्रोटोनों की संख्या से भिन्न हो जाती है तो वह आवेशित हो जाती है। इलेक्ट्रॉनो की कमी हो जाने पर वस्तु धनावेशित और इलेक्ट्रॉनो की अधिकता होने पर वस्तु ऋण आवेशित हो जाती है। इलेक्ट्रॉन के आवेश के परिमाण को मूल आवेश कहते है।

किसी वस्तु को कितने प्रकार से आवेशित किया जाता है?

जब किसी वस्तु को आवेशित किया जाता है तो उसका द्रव्यमान बढ़ जाता है , या फिर घट जाता है । असल मे आवेश दो प्रकार के होते है , धनावेश और ऋणावेश । जब वस्तु में इलेक्ट्रान की संख्या बढ़ाई जाती है तो वह ऋणावेशित हो जाती है , और जब वस्तु से इलेक्ट्रान की संख्या घटाई जाती है तो वह धनावेशित हो जाता है ।

आवेश की कौन सी विधि में वस्तुओं को कनेक्ट करना आवश्यक होता है?

1. घर्षण द्वारा आवेशन : दो वस्तुओ को परस्पर रगड़ने पर इलेक्ट्रॉन एक वस्तु से दूसरी वस्तु पर स्थानान्तरित हो जाते है जिससे एक वस्तु धनावेशित व दूसरी वस्तु ऋणावेशित हो जाती है। उदाहरण के लिए काँच की छड़ को रेशम से रगड़ने पर छड धनावेशित व रेशम ऋण आवेशित हो जाता है